माध्यमिक शाला न्यू कटनी जंक्सन में भ्रत्य की कमी बनी नासूर

कटनी। उपनगरीय क्षेत्र न्यू कटनी जंक्सन स्थित जिले का अत्यंत प्राचीनतम विद्यालय शासकीय माध्यमिक शाला जो की 1971से अस्तित्व में है.इस शाला में इन दिनों चतुर्थ श्रेणी के नाम पर कोई भृत्य न होने से विद्यालय का कार्य बुरी तरह से प्रभावित होने का तथ्यात्मक समाचार सामने आया है।
भृत्य के अभाव में विद्यालय की साफ सफाई पर पड़ रहे प्रतिकूल असर पर अफ़सोस जाहिर करते हुये यहाँ पदस्थ शिक्षक नेता कुंवर मार्तण्ड सिंह राजपूत ने बताया कि एक लंबे समय से इस विद्यालय को एक कर्मठ, स्वस्थ और भागमभाग करने में दच्छ चपरासी के पदाँकन की शाला परिवार को बेसब्री से इंतज़ार है. किन्तु इस हेतु जिम्मेदार अधिकारीयों की अनदेखी विद्यालय की साख को गर्त में ले जाने जैसा कृत्य को अंजाम दिया जा रहा है।
श्री राजपूत ने स्पष्ट किया कि विगत वर्ष से,यहाँ पर प्राथमिक शाला एन.के.जे.भी संलग्न हो जाने से इस विद्यालय में अध्ययनरत लगभग 400 छात्र -छात्राओं के लिये स्कूल खोलने से लेकर बंद करने तक, साफ सफाई, समुचित पेयजल की व्यवस्था उपलब्ध कराने व हर कालखंड में घंटी बजाने सहित दीगर कार्यों को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित कराने में हो रही असुविधा के मद्देनजर इस विद्यालय में भृत्य की नियुक्ति को ज्यादा दिन तक लटका कर नहीं रखा जा सकता है।
यही कारण है, कि ज़ब से विद्यालय प्रारंभ हुआ है, तब से ही कोई न कोई भृत्य की पोस्टिंग यहाँ अनिवार्य रूप से होती रही है, किन्तु विगत माह यहाँ का एकलौता भृत्य दुर्गा प्रसाद बर्मन के सेवानिवृत्त होने के बाद से विद्यालय में आज पर्यन्त तक किसी भृत्य की नियुक्ति न किये जाने से शिक्षक नेता ने संकुल प्राचार्य को पत्र लिखकर उनके विद्यालय में कार्यरत चार -चार भ्रत्यों में से किसी एक भ्रत्य को माध्यमिक शाला एन.के. जे. में नवीन भ्रत्य की पदस्थापना होने तक बालकेंद्रित हित में अपनी सेवाएं इस विद्यालय में देने हेतु आदेशित करने का अनुरोध किया गया है.विद्यालय के शिक्षक,शाला प्रबंध कार्यकारणी के सदस्य, क्षेत्रीय अभिभावक, पार्षद और अध्ययनरत विद्यार्थी सभी एक स्वर में संकुल प्राचार्य से इस बाबत विवेक पूर्ण निर्णय लेने हेतु उन पर जगह जगह से दबाब बनवाना भी शुरू कर दिया गया है. तत संबंध में प्रवक्ता अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा संघ ने बताया कि वे एन. के. जे. विद्यालय में भृत्य की नियुक्ति कराने के मामले में अत्यंत गंभीर हैँ।
क्योंकि शाला में भ्रत्य के अभाव में हो रही परेशानियों का उनका प्रतिदिन नजदीकी से साक्षात्कार होता है.परिणाम स्वरूप वे अपनी मांग को लेकर बहुत शीघ्र ही नवागत कलेक्टर सहित विभागीय अधिकारीयों से मिलकर समस्या निवारण का यथोचित प्रयास करेंगे.