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India’s Bullet Train हवाई जहाज़ की यात्रा भी पड़ जाएगी फीकी, जानिए भारत की इस ट्रेन के बारे में

बिजनेस क्लास की सीटें मूव कर सकेंगी। इनमें एलईडी लाइटिंग के साथ ही रीडिंग लैंप की सुविधाभी दी जाएगी। ताकि ट्रेन के अंदर कोई कुछ पढ़ना या काम करना चाहे तो वह भी कर सके।

India’s Bullet Train ट्रेन के अंदर कोच में हवाई जहाज की तरह ही लगेज रखने के लिए ओवरहेड लगेज रैक होंगी। दो सीटों के बीच लेग स्पेस में भी कोई कमी नहीं होगी। फर्स्ट और बिजनेस क्लास की सीटें मूव कर सकेंगी। इनमें एलईडी लाइटिंग के साथ ही रीडिंग लैंप की सुविधाभी दी जाएगी। ताकि ट्रेन के अंदर कोई कुछ पढ़ना या काम करना चाहे तो वह भी कर सके। मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य डिवाइज को चार्ज करने समेत अन्य सुविधाएं भी होंगी।

तो यह होगी भारत की बुलेट

तो यह होगी भारत की बुलेट ट्रेन जापान की शिनकानसेन E-5 सीरीज बुलेट ट्रेन की तरह ही होगी, लेकिन इसे भारतीय परिवेश को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया जा रहा है। 690 यात्रियों को सफर कराने की क्षमता रखने वाली इस ट्रेन में हवाई जहाज की तरह ही फर्स्ट क्लास, बिजनेस क्लास और इकॉनमी क्लास यानी स्टैंडर्ड क्लास होगी। जबकि फ्लाइट से भी कहीं अधिक आरामदायक और लग्जरी सीटें होंगी। ट्रेन की और भी कई खूबियों के बारे में नैशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड अधिकारियों ने बताया कि शुरुआत में यह ट्रेन 10 कोच वाली होगी। बाद में जरूरत के मुताबिक इसे 16 कोच तक का किया जा सकेगा।

2026 तक करना होगा इंतजार

साबरमती से मुंबई के बीच 508 किलोमीटर की दूरी में चलने वाली इस ट्रेन का 2026 में गुजरात के सूरत से बिलिमोरा के बीच ट्रायल रन किया जाएगा। जहां यह ट्रेन अपनी अधिकतम ऑपरेशनल स्पीड 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी। वैसे यह ट्रेन 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक भी दौड़ सकेगी।

 

 

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