नदियों क़े अस्तित्व बचाने पर्यावरण मंच ने चौराहे मे किया हवन
नदियों क़े अस्तित्व बचाने पर्यावरण मंच ने चौराहे मे किया हवन
कटनी – नदियों क़ो बचाने क़े लिए आज कचेरी चौक मे पर्यावरण मंच द्वारा हवन पूजन घंटा बंदन कर ज्ञापन दिया गया जिसमे बताया गया की यह बहुत ही दुखद है कि प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के लिए आम जनता को सडक पर उतरना पड़ रहा है।
यह प्रशासन की कार्य शैली पर बहुत बड़ा प्रश्नचिह है। आज शहर से होकर गुजरने वाली नदियों पर भू-माफियाओं ने कब्जा कर रखा है, जिसके कारण इन नदियों का अस्तित्व आज खतरे में नजर आ रहा है और जिला प्रशासन चुप्पी साधे हुए है. जो चिंतनीय है।
शहर में कुओं/बावली, तालाब पहले ही खत्म हो चुके है। जल स्तर बनाये रखने के लिए नदियों ही एकमात्र विकल्प बची हुई है, जो कि आज भूमाफियाओं के कब्जे में हैं और इनके द्वारा सभी नदियों के तटों पर कब्जा किया जा चुका है। नदियों में पानी न होने के कारण आज स्थिति इतनी विकट हो चुकी है कि शहर का भू-जल बहुत नीचे जा चुका है और अधिकाँश वार्डों में पानी की किल्लत वर्षभर देखने को मिलती है। शहर की नदियों का सीमांकन कर, तटों को कब्जा मुक्त कराने की कार्य किया जाए
रपटा नदी (जलंगार नदी)
बाबा घाट गुंडा घाट, माई नदी (सिमरार नदी) दुगाड़ी नाला (निवार नदी) कटनी नदी
आपसे आग्रह है कि तटों को कब्जा मुक्त कराने के बाद उसमें वृक्षारोपण कराया जाए जिससे शहर के वातावरण में भी सुधार होगा और सुंदरता भी बढ़ेगी।