दीपक विस्पुते हो सकते हैं भाजपा के अगले संगठन महामंत्री, अन्ना मलाई, सुधांशु त्रिवेदी के साथ आरिफ मोहम्मद, श्रीनिवासन, सूर्या, बीएल, VD शर्मा भी सत्ता संगठन की महत्वपूर्ण भूमिका में होंगे!
दीपक विस्पुते हो सकते हैं भाजपा के अगले राष्ट्रीय संगठन महामंत्री, अन्ना मलाई, सुधांशु त्रिवेदी के साथ आरिफ मोहम्मद, श्रीनिवासन, सूर्या, बीएल, VD शर्मा भी सत्ता संगठन की महत्वपूर्ण भूमिका में होंगे?

नई दिल्ली। दीपक विस्पुते हो सकते हैं भाजपा के अगले राष्ट्रीय संगठन महामंत्री, अन्ना मलाई, सुधांशु त्रिवेदी के साथ आरिफ मोहम्मद, श्रीनिवासन, सूर्या, बीएल, VD शर्मा भी सत्ता संगठन की महत्वपूर्ण भूमिका में होंगे?
सूत्रों के अनुसार 74 वर्षीय आरिफ मोहम्मद खान को राज्यसभा के जरिए संसद में लाकर केंद्रीय मंत्री बनाया जा सकता है। खान को भाजपा के पहले मुस्लिम राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में भी लाने पर विचार कर रहे हैं
दरअसल भाजपा सरकार की पिछले 3 वर्षों की समीक्षा और भविष्य के 3 वर्षों के कार्यक्रमों को लेकर यह कवायद चल रही है। पहली बार संघ की इतनी विस्तृत और मजबूत टीम भाजपा से चर्चा के लिए केशव कुंज में कैंप किए हुए हैं। अन्यथा आमतौर पर समन्वय बैठकों में संघ के तीन-चार से अधिक पदाधिकारी हिस्सा नहीं लेते
खबर है कि कल 22 अप्रैल की बैठक के बाद भाजपा के संगठन और सत्ता में बड़े पैमाने पर फेरबदल की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष के बाद सबसे महत्वपूर्ण माने जाने वाला राष्ट्रीय संगठन महामंत्री के पद पर मध्य क्षेत्र के 5 वर्षों तक क्षेत्र प्रचारक रहे संघ के मौजूदा अखिल भारतीय सह बौद्धिक प्रमुख 44 वर्षीय दीपक विस्पुते को लाए जाने के संकेत हैं।
सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने 2022 से 2024 के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार और जेपी नड्डा के नेतृत्व में हुए संगठन के कामकाज की विस्तृत और गहराई से समीक्षा की है। संघ अपनी समीक्षा पर आधारित एक रिपोर्ट भाजपा नेतृत्व के समक्ष रखेगा। इसके अलावा भविष्य के तीन वर्षों में सरकार का क्या एजेंडा रहेगा इस पर भी चर्चा होगी। इसमें भावी भाजपा अध्यक्ष, केंद्रीय मंत्रिमंडल में किसे हटाना है किसे लाना है, के साथ ही वन नेशन वन इलेक्शन और यूसीसी सहित सभी महत्वपूर्ण एजेंडे पर चर्चा होगी।
इन नेताओं पर निगाहें रखनी होंगी !
सूत्रों का कहना है कि 74 वर्षीय आरिफ मोहम्मद खान, 40 वर्षीय अन्नामलाई, 34 वर्षीय तेजस्वी सूर्या, 54 वर्षीय डॉक्टर सुधांशु त्रिवेदी,54 साल की वनाथि श्रीनिवासन, 53 वर्षीय विष्णु दत्त शर्मा और 51 वर्षीय अनुराग ठाकुर पर निगाहें रखनी होंगी। क्योंकि आने वाले दिनों में ये सभी नेता या तो केंद्रीय मंत्री या संगठन के महत्वपूर्ण पदों पर दिख सकते हैं। आरिफ मोहम्मद खान अभी बिहार के राज्यपाल जरूर हैं, लेकिन प्रधानमंत्री और संघ के पदाधिकारियों का एक वर्ग चाहता है कि आरिफ मोहम्मद खान को केंद्रीय मंत्री के रूप में लाकर देश भर में वक्फ कानून को समझाने के लिए प्रमोट किया जाए। ऐसे में उन्हें केंद्रीय शिक्षा मंत्री बनाया जा सकता है। इनके अलावा केंद्रीय मंत्री गण भूपेंद्र यादव, डॉ धर्मेंद्र प्रधान और मनोहर लाल खट्टर के बारे में भी बड़े निर्णय हो सकते हैं।
दीपक विस्पुते राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह बौद्धिक प्रमुख हैं। उनकी नियुक्ति मार्च 2024 में हुई थी। इससे पहले, वह मध्य क्षेत्र में लगभग 5 वर्षों तक क्षेत्रीय प्रचारक के रूप में कार्यरत थे। इसके भी पहले 4 वर्ष वो तत्कालीन क्षेत्र प्रचारक अरुण जैन के साथ सह क्षेत्र प्रचारक रहे हैं। विस्पुते ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के उस अवधि के दौरान हुए सभी लोकसभा और विधानसभा चुनावों को मॉनिटर किया है। लगभग 45 वर्ष उम्र के दीपक विस्पुते सोशल इंजीनियरिंग, कार्यकर्ताओं से निरंतर संवाद और अथक प्रवास के लिए जाने जाते हैं। जबलपुर मूल के दीपक विस्प्पुते को ओबीसी, आदिवासी और दलितों में काम करने का और उनके विमर्श को समझने का गहरा अनुभव है।
भाजपा के संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले कम से कम 50 फ़ीसदी राज्यों में संगठनात्मक चुनाव होने आवश्यक हैं।इन चुनावों में बूथ, मंडल और जिला स्तर पर चुनाव शामिल हैं, जिसके बाद प्रदेश अध्यक्षों का चुनाव होता है। अभी तक 14 प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति हो चुकी है, परन्तु राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए 19 प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति आवश्यक है। शेष राज्यों में भी 22 अप्रैल के बाद तेजी से नियुक्तियां होने की संभावना है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल में 10 पद रिक्त हैं
भारतीय संविधान के अनुसार, केंद्रीय मंत्रिमंडल में मंत्रियों की कुल संख्या लोकसभा के कुल सदस्यों के 15 फ़ीसदी से अधिक नहीं हो सकती है। वर्तमान में लोकसभा में 543 सदस्य हैं, इसलिए मंत्रिपरिषद में अधिकतम 81 मंत्री हो सकते हैं, जिसमें प्रधान मंत्री भी शामिल हैं।
अभी, केंद्रीय मंत्रिपरिषद में प्रधान मंत्री सहित 71 मंत्री हैं। इसलिए, सैद्धांतिक रूप से, लगभग 10 पद अभी भी रिक्त हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल में दलित मंत्रियों की संख्या 10 है, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के मंत्रियों की संख्या 27 है, आदिवासी मंत्रियों की संख्या 5 है और महिला मंत्रियों की संख्या 7 है।