कृषि समाचार

Brinjal Varieties: मुनाफा ही मुनाफा देंगी ये बैंगन की ये उन्नत 5 किस्में,इन उन्नत किस्मों से चमक जाएगी किस्मत

Brinjal Varieties: मुनाफा ही मुनाफा देंगी ये बैंगन की ये उन्नत 5 किस्में,इन उन्नत किस्मों से चमक जाएगी किस्मत। भारत में बड़े पैमाने पर बैंगन की खेती (Brinjal Cultivation) होती है. वैसे तो बैंगन को आम लोगों की सब्जी कहते हैं. जो सिर्फ़ दो महीने में तैयार हो जाती है. यानी किसान दो महीने में ही कमाई करना शुरू कर देते हैं. ऐसे में किसान इसकी अच्छी किस्मों की खेती से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. बैंगन की फसल से बेहतर उत्पादन लेने के लिये जरूरी है कि बैंगन की उन्नत और विकसित किस्मों को चयन किया जाये, जिन पर जलवायु और कृषि से जुड़े दूसरे जोखिमों का कोई बुरा असर ना पड़े. हमारे वैज्ञानिकों ने बैंगन की कई ऐसी किस्में विकसित की हैं, जो रोगरोधी होने के साथ-साथ कम समय में अच्छी कमाई का साधन बनती हैं. इन किस्मों की खेती से किसान अच्छा उत्पादन और मुनाफा ले सकते हैं. आइये यहाँ बताते है बैंगन की उन्नत किस्मो के बारे में जिससे किसान बम्पर उत्पादन कर सकते है.

पूसा पर्पल लॉन्ग किस्म Brinjal Varieties: बैंगन की ये तीन किस्में देंगी 27 क्विंटल/हेक्टेयर उत्पादन, 70 दिन में होगी फसल तैयार - these three varieties of brinjal pusa purple cluster pusa purple round pusa purple ...

पूसा पर्पल लॉन्ग किस्म (Pusa Purple Long variety) जैसा कि नाम से ही साफ है बैंगन की इस किस्म के फलों का आकार लंबा होता है, जिसके फल चमकदार और बैंगनी रंग के होते हैं. इसकी खेती ज्यादातर उत्तर प्रदेश, दिल्ली और पंजाब से सटे इलाकों में की जाती है. एक हेक्टेयर जमीन पर पूसा पर्पल लॉन्ग की खेती करने पर 25 से 27 टन का उत्पादन ले सकते हैं.

ये भी पढ़े: 200MP कैमरा और 100W चार्जिंग सपोर्ट के साथ Iphone को मजा चखा देगा Realme का ये धांसू स्मार्टफोन, यहाँ देखे कीमत और खासियत

पूसा हाईब्रिड 6 ये हैं बैंगन की बेहतरीन किस्में, खेती शुरू करते ही 6 महीने में हो जाएंगे मालामाल - Brinjal cultivation Brinjal varieties Benefits of Brinjal -

पूसा हाईब्रिड 6 (Pusa Hybrid 6) बैंगन की संकर किस्म के पौधे मध्यम सीधे खडे रहने वाले होते हैं. फल गोल, चमकदार, आकर्षक बैंगनी रंग के होते है, प्रत्येक फल का वजन लगभग 200 ग्राम होता है. बुआई से पहली गुड़ाई में 85 से 90 दिन लगते है. पैदावार 40 से 60 टन प्रति हेक्टेअर है.

पूसा पर्पल राउंड किस्म बैंगन की इन पांच उन्नत किस्मों की करें खेती, 70 दिनों में होगा तैयार, मिलेगा बेहतर मुनाफा - Cultivate these five high yield varieties of brinjal farming Will be ready in 70 days -

पूसा पर्पल राउंड किस्म (Pusa Purple Round variety) बाजार में मिलने वाले गोल और बैंगनी रंग के बैंगन ज्यादातर पूसा पर्परल राउंड किस्म ही होती है. इस किस्म के पौधे तो लंबे होते ही है, साथ ही इसका तना भी मजबूत हरे-बैंगनी रंग का होता है. इस किस्म के फलों का वजन करीब 130 से 140 ग्राम तक होता है.

पूसा पर्पल क्लस्टर किस्म  Brinjal Seeds PUSA Purple Long (PPL) | peacecommission.kdsg.gov.ng

पूसा पर्पल क्लस्टर किस्म (Pusa Purple Cluster variety) के बैंगनों का आकार आयताकार होता है, जो गुच्छों में पैदा होते हैं. इन फलों का आकार मध्यम ही होता है, लेकिन इनकी लंबाई 10 से 12 सेमी तक होती है. पूसा पर्पल क्लस्टर किस्म को जीवाणु विल्ट रोधी किस्म भी कहते हैं, जो उत्पादन के मामले में कई किस्मों को मात दे रही है.

ये भी पढ़े: माइक्रो इलेक्ट्रिक एसयूवी टाटा पंच 140 की टॉप स्पीड और 421 किमी की रेंज के साथ 10.99 लाख में लाये घर, फीचर्स भी लक्जरी

पूसा हाईब्रिड 9 पुसा पर्पल क्लस्टर बैंगन / बैगन बीज- 100 : Amazon.in: बाग-बगीचा और आउटडोर

पूसा हाईब्रिड 9 (Pusa Hybrid 9) बैंगन की संकर किस्म के पौधे सीधे खडे रहने वाले होते हैं. फल अण्डाकार गोल, चमकदार बैंगनी रंग के होते हैं. प्रत्येक फल का वजन लगभग 300 ग्राम होता है. बुआई के पहली तुडाई में 85 से 90 दिन लगते है. इसकी औसत पैदावार 50 टन प्रति हेक्टेअर है. पूसा हाईब्रिड 9 (Pusa Hybrid 9) बैंगन गुजरात और महाराष्ट्र क्षेत्र के लिए उपयुक्त है.

बेहतरीन कैमरे और शानदार फीचर्स से DSLR को मात देगा Redmi का ये शानदार स्मार्टफोन, Vivo और Oppo की बढ़ाएगा टेंशन

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. www.yashbharat.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

Back to top button