कटनी जिले के बड़वारा थाना क्षेत्र के ग्राम बडेरा में हुई अंधी हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष डेहरिया और डीएसपी उमराव सिंह के मार्गदर्शन में बड़वारा पुलिस की टीम ने इस मामले को सुलझाया।
19 सितंबर को प्रार्थी पुन्नीलाल केवट ने अपने बेटे रज्जन उर्फ राजेन्द्र केवट की हत्या की जानकारी पुलिस को दी थी। प्रार्थी ने बताया कि रज्जन अपने खेत गया था लेकिन घर वापस नहीं लौटा। खेत में खोजबीन के दौरान उसकी लाश ग्राम बडेरा के सुखाड़ी हार नाले के किनारे पाई गई। उसके सिर, चेहरे और गर्दन पर गंभीर चोटों के निशान थे। पुलिस को संदेह था कि रज्जन की हत्या किसी धारदार हथियार से की गई है।
पुलिस ने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की। संदेह के आधार पर गांव के ही रामप्रसाद विश्वकर्मा (63) को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। आरोपी ने पुलिस के सामने खुलासा किया कि मृतक रज्जन उसकी बहू पर गलत नजर रखता था और इसके अलावा, मृतक लगातार उसकी खेत की मेड़ को मछली पकड़ने के लिए काट रहा था, जिससे दोनों के बीच रंजिश बढ़ गई थी।
घटना वाले दिन, रामप्रसाद ने आवेश में आकर अपने खेत के पास अकेले मिले रज्जन पर धारदार लोहे के फरसा से हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी के मेमोरेण्डम बयान के आधार पर हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद कर लिया। 22 सितंबर को आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।
इस पूरी कार्यवाही में थाना प्रभारी किशोर कुमार द्विवेदी, उपनिरीक्षक प्रदीप जाटव, सहायक उपनिरीक्षक विक्रम सिंह और अन्य पुलिसकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।