नाबालिगों का अपहरण कर ले जा रहे थे नागपुर, जीआरपी की सक्रियता रंग लाई

जबलपुर नगर संवाददाता। बीती रात संजीवनी नगर निवासी तीन नाबालिगों का अज्ञात युवको ने अपहरण कर उन्हें बेन में डाल कर नागपुर ले जाने का मामला प्रकाश में आया है । स्टेशन में एक नाबालिग अपहरणकर्ता से किसी प्रकार अपना हाथ छुड़ाने के बाद वह एक चाय वाले के पास पहुंची जहां पर ड्युटीपर े तैनात एक जीआरपी कर्मी ने पूरा घटनाक्रम समझा और नाबालिग को थाने लेकर आया । जिससे पूछताछ करने पर पूरी सच्चाई सामने आते ही जीआरपी ने अज्ञात अपहरणकर्ताओं के विरुद्ध शूून्य मे कायमी करने के बाद डायरी संबंधित थाने को भेज दी गई है।
इस संबंध मे जीआरपी कंट्रेाल रूम प्रभारी मीना ठाकुर ने बताया कि बीती रात संजीवनी नगर निवासी एक 11 वर्षीय नाबालिग अपने घर से मोहल्ले की एक दुकान में टॉफ ी लेने के लिये गई हुई थी जब वह टॉफी लेकर वापिस अन्य रास्ते से अपने घर आ रही थी इसी दौरान उसे रास्ते मे चार अज्ञात युवक मिले जो अपने मुंह मे कपड़ा बांधे हुये थे इन्होंने उक्त नाबालिग को अपनी बेन मे बैठा तो नाबालिग ने देखा कि उक्त बेन मे पहले से दो अन्य नाबालिग सहमी हुई बैठी है इसके बाद चारों अज्ञात आरोपी बेन को लेकर सीधे मुख्य रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंचे जहां पर एक युवक नागपुर की टिकट लेने के लिये गया हुआ था
तीनों के हांथ पकड़े हुये थे आरोपी
इस संबंध मे जीआरपी ने बताया कि उक्त चारों आरोपियों मे से एक नागपुर की टिकट लेने के लिये गया हुआ था अन्य युवक नाबालिगों के हांथ पकड़े हुये थे जिससे किे वह कहीं भाग ना पाये इसी दौरान एक 11 वर्षीय नाबालिग ने मौका मिलते ही एक युवक से अपना हांथ छुड़ाया और वह सीधे भागती हुई प्लेटफार्म पर ही एक चाय बेंचने वाले के पास पहुंची जहां खड़े एक जीआरपी के आरक्षक को उक्त नाबालिग काफी घबड़ाई हुई दिखी तो उसने नाबालिग को अपने साथ लेकर सीधे थाने आया और उससे इस पूरे घटनाक्रम के संबंध मे पूछताछ करने के बाद जीआरपी ने इस घटना की सूचना संजीवनी नगर पुलिस एवं नाबालिगों के परिजनो को दी गई जो सूचना के आधार पर मौके पर पहुंचे जहां जीआरपी ने प्रारंभिक कार्रवाई के उपरांत नाबालिग को उसके परिजनों के सुुपुर्द करने कर दिया गया। जीआरपी ने अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध सून्य मेंं कायमी करने के बाद उक्त डायरी संजीवनी नगर थाने को भेज दी गई है। यह तो अच्छा रहा कि मौके पर जीआरपी ने उक्त घटनाक्रम को गंभीरता से लेते हुये अपनी सक्रियता का परिचय दिया नहीं तो कोई भी बड़ी घटना होने से इंकार नही किया जा सकता था।