डाक्यूमेंट्री फ़िल्म के लिये तिरंगा लहरा रहे थे निगमायुक्त

जबलपुर। एक तस्वीर पिछले तीन दिनों से सोशल मीडिया में वायरल हो रही है जिसको लेकर सोमवार को नेता प्रतिपक्ष सहित कांग्रेस के एक दर्जन नेता निगमायुत वेद प्रकाश के खिलाफ राष्ट्रध्वज
के अपमान मामले में एफआईआर कराने थाने पहुंच गए थे, लेकिन अब एक नया वीडियो सामने आया है जिसने सारी स्थिति साफ कर दी है।
स्वच्छता अभियान के तहत जबलपुर में चल रहे कार्यों और उसमें लगे कर्मचारियों का उत्साहवर्धन के लिए एक छोटी सी फिल्म बनायी जा रही है जिसके चलते सफाई कर्मचारियों को पीछे खड़ा करके कमिश्नर को एक तिरंगा झण्डा दिया गया था जिसे वे लहरा रहे थे।
लहराने की मुद्रा के दौरान झण्डा नीचे आया जिस समय यह तस्वीर ली गई और उसके बाद किसी अधिकारी ने इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। जिसमें झण्डा झुका हुआ दिख रहा है। जबकि वास्तव में झण्डा वे अपने दोनों हाथ से घुमाकर लहरा रहे थे।
ऐसे बना वीडियो
फिल्म के लिए जब वीडियो बनाया गया तो एक स्टिल कैमरा सामने की तरफ लगाया गया था जबकि एक ड्रोन कैमरे से लांग शॉट लिया जा रहा था। जो सामने से उड़ता हुआ आया और तिरंगे को लहराने वाला शॉट रिकार्ड किया इसी दौरान स्टिल कैमरे से फौटो ली गई तो झण्डा उस समय झुका हुआ था जिसको बिना जांचे समझे तिरंगे के अपमान से जोड़ दिया गया और बात थाने तक पहुंच गई।