गैंगवार के चलते आधी रात को पुल नं दो के पास दनादन फायरिंग से सनसनी

जबलपुर मुनप्र। बीती रात ओमती थाना क्षेत्र के पुल नं. दो के पास हुए विवाद और रंजिश के चलते फायरिंग की कई घटनाएं तत्वों द्वारा की गई। आधी रात को पूरा एरिया गोलियों की आवाज से थरथरा गया और लोग बाहर निकल भी आये लेकिन माहौल देखकर उन्होनें अपने आप को सुरक्षित रखना ही महफू ज समझा इस घटना में पुलिस की एक पीसीआर वैन एक कार और एक बाईक में भी गोलियां लगी है अच्छा तो यह हुआ कि ५-६ राउंड फायरिंग होने के बाद भी किसी के हताहत होने की जानकारी नही लगी है। घटना की जानकारी लगते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया था और वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गये थे। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गये। जिनकी पतासाजी में पुलिस जुटी हुई है। घटना को पुरानी रंजिश और गैंगवार से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
जनवरी से शुरू हुए गोलीकांड के सिलसिले थमने का नाम नहीं ले रहे
यह है पूरा मामला
बीती रात हुई इस घटना के संबंध में पुलिस सूत्रों से जो जानकारी मिली है उसके अनुसार सक्षम गुलाटी का इमरान बाबर और उसके साथियों से किसी बात को लेकर विवाद हुआ और घटना मारपीट तक पहुंच गई थी। इन लोगों ने कार में तोड़-फोड़ भी की घटना की खबर जब सक्षम गुलाटी के साथी छोटू चौबे और उसके साथियों को लगी तो ये लोग रात करीब ढाई-तीन बजे पुल नं. दो के पास और स्टेट बैंक के एटीएम के सामने पहुंचे और इन लोगों ने इमरान व उसके साथी फैज़ल पर फायरिंग करना शुरू कर दिया। फैज़ल की गाड़ी के काच में गोलियां भी लगी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक हमलावरों ने ५-६ राउंड फायरिंग की इस दौरान कोई हताहत तो नहीं हुआ लेकिन एक कार, एक बाईक और पुलिस की एक पीसीआर वैन में भी गोलियां लगी है और वे भी छतिग्रस्त हो गई है। सक्षम गुलाटी, छोटू चौबे और विरोधी पक्ष आपराधिक प्रवृत्ति के बताये जाते है और ऐसा माना जा रहा है कि किसी पुरानी रंजिश को लेकर बीती रात सुनोयोजित तरीके से इस घटना को अंजाम दिया गया है। जिन लोगों के बीच यह घटना हुई है उनमें से कई के खिलाफ पुराने मामले दर्ज होने की जानकारी भी पुलिस सूत्रों द्वारा दी गई है। आज सुबह से भी घटना स्थल पर पुलिस और लोगों की भीड़ लगी हुई थी। विवाद की तह में क्या मामला है यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस गंभीरता के साथ पूरे मामले की जांच पड़ताल कर आरोपियों की तलाश करने में सरगर्मी से जुटी है।
साल के आखरी माह में सामने आई सनसनी खेज वारदात
जनवरी २०१७ के शुरूआत में हुए दोहरे हत्याकांड से शुरू हुआ फायरिंग और गोलीचलने का सिलसिला साल के अंतिम दिनों तक थमने का नाम नहीं ले रहा। शायद ही कोई महीना ऐसा बीता होगा जब कहीं न कहीं गोली चलने के समाचार सामने न आये हो। ४ जनवरी को जहां कांग्रेस नेता राजू मिश्रा और कुक्कू पंजाबी की फायरिंग में हुई हत्या से शहर दहल गया था। वहीं इसी महीने पाटन के रेत नाके पर लेटे एक युवक पर अज्ञात बाईक सवारों ने फायरिंग कर दी थी। फरवरी माह में अज्ञात तत्वों के द्वारा एकता चौक में भी इसी तरह की घटना को अंजाम दिया गया था। वहीं फरवरी में ही पाटन स्थित पेट्रोल पंप में दहशत फैलाने के उद्देश्य से फायरिंग की घटना अंजाम दी गई।
भाजपा पार्षद के भतीजे को मारी गोली
मार्च महीने में गोहलपुर थाना क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के एक पार्षद के भतीजे पर गोली दगी गई थी। अप्रेल माह में भी शहरी और ग्रामीण अंचल में इस तरह की घटनाएं सामने आई थी। मई महीनें में कांच घर चौक में भी गोलीकांड घटित हुआ था। इसके अलावा जून में पाटन के रिवझा ग्राम में जमीनी विवाद पर गोली चलने की घटना सामने आई थी। जुलाई में पाटन के ही आखेड़ में भी रंजिश के चलते गोलीकांड अंजाम दिया गया था। १८ अगस्त को कट्टा अड़ाकर विद्युत मण्डल के एक सहायक अभियंता को लूटने की घटना सामने आई थी। सितम्बर माह में जीसीएफ केन्द्रीय विद्यालय के पास दो युवकों के उपर की गई। फायरिंग में युवकों ने किसी तरह झाड़ियों में छिप कर अपनी जान बचाई थी। अक्टूबर नवंबर में भी इसी तरह के कुछ प्रकरण सामने आये। कुल मिलाकर देखा जाये तो गोली चलना तो अब ऐसा हो गया है जैसे लेाग दीवाली वाला तमंचा चला रहे हो। तत्वो में दहशत नाम की कोई चीज नहीं रह गई है।