सरकारी नौकरी वाला चाहिए, जयमाल की रस्म के बाद टूटी सिविल इंजिनियर दूल्हे की शादी; बैरंग लौटी बारात
सरकारी नौकरी वाला चाहिए, जयमाल की रस्म के बाद टूटी सिविल इंजिनियर दूल्हे की शादी; बैरंग लौटी बारात
सरकारी नौकरी वाला चाहिए, जयमाल की रस्म के बाद टूटी सिविल इंजिनियर दूल्हे की शादी; बैरंग लौटी बारात । एक सरकारी क्लर्क के बेटे की शादी तय हुई थी। दुल्हन पक्ष का आरोप है कि रिश्ता तय करते समय यह बात बताई गई कि युवक सरकारी नौकरी में है। लेकिन जयमाल की रस्म के बाद बात-बात में लड़के के निजी सेक्टर में सिविल इंजिनियर की नौकरी करने की बात सामने आई. इस पर दुल्हन ने शादी तोड़ने की बात कह दी।
सरकारी नौकरी वाला चाहिए, जयमाल की रस्म के बाद टूटी सिविल इंजिनियर दूल्हे की शादी; बैरंग लौटी बारात
यहां एक दुल्हन ने मंडप पर सात फेरे लेने से पहले ही शादी तोड़ दी. उसने दूल्हे से कहा- मुझे अपनी सैलरी स्लिप दिखाओ. दूल्हे ने उसे सैलरी स्लिप दिखाई. उसके मुताबिक, दूल्हे की सैलरी सवा लाख महीना थी. फिर भी दुल्हन ने शादी तोड़ दी. दूल्हा मिन्नत करता रहा लेकिन दुल्हन का दिल नहीं पसीजा. उसने बारात को वापस लौटा दिया. वजह भी ऐसी कि जिसे जानकर आप भी माथा पीट लेंगे।
दरअसल, इस दुल्हनिया को सरकारी नौकरी करने वाला दूल्हा चाहिए था. पहले तो दुल्हन शादी के लिए खुद ही राजी हुई थी. लेकिन शादी वाले दिन उसने ऐसी हरकत कर डाली. इससे दोनों परिवारों के बीच बहसबाजी भी हुई. दुल्हन को मनाने की कोशिश की गई. लेकिन वो जिद पर अड़ी रही. बाद में बारात को खाली हाथ वापस लौटना पड़ गया।
जयमाल की रस्म के बाद बात-बात में लड़के के निजी सेक्टर में सिविल इंजिनियर की नौकरी करने की बात सामने आई
मामला फर्रुखाबाद के एक गांव का है. जानकारी के मुताबिक, यहां एक सरकारी क्लर्क के बेटे की शादी तय हुई थी. दुल्हन पक्ष का आरोप है कि रिश्ता तय करते समय यह बात बताई गई कि युवक सरकारी नौकरी में है. लेकिन जयमाल की रस्म के बाद बात-बात में लड़के के निजी सेक्टर में सिविल इंजिनियर की नौकरी करने की बात सामने आई. इस पर दुल्हन ने शादी तोड़ने की बात कह दी, जिस पर लोग अवाक रह गए. दोनों मंडप पर बैठे सात फेरे लेने ही वाले थे कि दुल्हन उठकर बोली- मैं शादी नहीं करूंगी. हमसे झूठ कहा गया है।
दुल्हन की जिद की वजह से बारात बैरंग ही वापस लौट गई, सैलरी स्लिप भी मंगवाई
नौबत यहां तक आ गई कि दूल्हे ने उसी समय अपने फोन पर परिचित से सैलरी स्लिप मंगवाई. उसने दुल्हन और वधू पक्ष को सवा लाख रुपये महीने की नौकरी की बात का सबूत भी दिखाया. लेकिन बात नहीं बन सकी. दुल्हन की जिद की वजह से बारात बैरंग ही वापस लौट गई. समाज के लोगों ने सभी खर्चे को आपस में ही सहमति से बांट लेने का समझौता कराया। सरकारी नौकरी वाला चाहिए, जयमाल की रस्म के बाद टूटी सिविल इंजिनियर दूल्हे की शादी; बैरंग लौटी बारात