
कटनी। वीरांगना रानी दुर्गावती शासकीय महाविद्यालय बहोरीबंद में उच्च शिक्षा विभाग मध्य प्रदेश शासन द्वारा स्वरोजगार के लिए स्नातक स्तर के विद्यार्थियों को जैविक खेती का प्रशिक्षण प्राचार्य डॉक्टर इंद्र कुमार पटेल कुमार के मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण समन्वयक श्रीमती मंजू द्विवेदी एवं विवेक चौबे के सहयोग से जैविक कृषि विशेषज्ञ रामसुख दुबे द्वारा जैविक खेती का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
प्रशिक्षण के क्रम में स्वरोजगार स्थापित करने के लिए फसल उत्पादन योजना एवं प्रबंधन का तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया किसी भी विशेष क्षेत्र में उसे स्थान की जलवायु के प्रकार एवं वहांउपलब्ध संसाधनों के अनुसार फसल उत्पादन की कार्य योजना को तैयार करना फसल के उच्च उत्पादन के लक्ष्य हेतु प्रस्तावित कार्यक्रम बनाना जैविक खेती प्रबंधन के अंतर्गत फसल प्रबंधन जैविक खेती के मूलभूत सिद्धांत में सम्मिलित है।
फसल उत्पादन योजना के लिए फसल का चुनाव जलवायु के आधार पर मिट्टी के प्रकार के आधार पर विशेष उपयोग के आधार पर नगदी फसलें अंतरवर्तीय फसलेंसहयोगी फसलें तथा मौसम के आधार पर खरीफ रबी एवं जायद फसलों के अंतर्गत अनाज दलहन तिलहन रेशे वाली चारे वाली तथा सब्जियां शर्करा फसलें तथा विशेष फसलों की जानकारी दी गई। इसकेअतिरिक्त फसलों का चयन पोषक तत्व तथा उपलब्ध संसाधनों के आधार पर बाजार में मांग के आधार पर बीज उत्पादन हेतु निर्यात हेतु फूड प्रोसेसिंग हेतु तथा औद्योगिक महत्व के आधार पर फसलों के चयन का प्रशिक्षण दिया गया।
इसके अंतर्गत सब्जी उद्योग चाय उद्योग तेल चीनी दाल तथा अनाज पर आधारित उद्योग पादप औषधि आधारित उद्योग फल उत्पादन संबंधित फसलें एवं उन पर आधारित उद्योग फूल से संबंधित उद्योग मछली पालन मुर्गी पालन बकरी पालन डेयरी उद्योग रेशम लाख एवं मधुमक्खी पालन आधारित उद्योगों के लिए फसलों के चयन का तकनीकी मार्गदर्शन दिया गया।