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सीरिया में उथल-पुथल: राष्ट्रपति और रक्षा मंत्री ने छोड़ा दमिश्क, तुर्की की चेतावनी के बाद मचा हड़कंप

सीरिया में उथल-पुथल: राष्ट्रपति और रक्षा मंत्री ने छोड़ा दमिश्क, तुर्की की चेतावनी के बाद मचा हड़कंप

सीरिया में उथल-पुथल: राष्ट्रपति और रक्षा मंत्री ने छोड़ा दमिश्क, तुर्की की चेतावनी के बाद मचा हड़कंप। इजराइली हमलों के बाद सीरिया के राष्ट्रपति अल शरा और उनके परिवार के दमिश्क से भागने की खबरें हैं. अल-मायादीन के अनुसार, वे इदलीब की ओर गए हैं. तुर्की ने 2 दिन पहले ही अल-शरा को राष्ट्रपति भवन छोड़ने की सलाह दी थी. राष्ट्रपति के साथ-साथ रक्षा मंत्री के भी दमिश्क छोड़ने की बात कही जा रही है.

सीरिया में उथल-पुथल: राष्ट्रपति और रक्षा मंत्री ने छोड़ा दमिश्क, तुर्की की चेतावनी के बाद मचा हड़कंप

सीरिया के राष्ट्रपति अहमद अल शरा और रक्षा मंत्री के परिवार सहित राजधानी दमिश्क छोड़कर भागने की खबर है. अल मायादीन अखबार ने सरकारी सूत्रों के हवाले से यह दावा किया है. अल शरा के दमिश्क छोड़ने की बात ऐसे वक्त में कही जा रही है, जब ड्रूज बहुल सुवेदा में फिर से सीरियाई सैनिकों ने मोर्चा संभाल लिया है.

अखबार के मुताबिक अल शरा और उनका परिवार इदबीब की तरफ निकल गए हैं. सीरिया का इदबीब शहर तुर्की सीमा के करीब है. रक्षा मंत्री के लोकेशन का खुलासा नहीं हो सका है.

2 दिन पहले तुर्की ने दी थी सलाह

16 जुलाई को जब इजराइल ने दमिश्क स्थित रक्षा मंत्रालय और सीरियाई सेना मुख्यालय पर हमला किया था, तो उस वक्त तुर्की ने सीरिया के राष्ट्रपति को तुरंत राष्ट्रपति भवन छोड़ देने की सलाह दी थी. यह सलाह टारगेट किलिंग के मद्देनजर दी गई थी.

अहमद अल शरा इजराइल के रडार पर हैं. इजराइल के आंतरिक सुरक्षा मंत्री ने अल शरा को हमास कमांडर की तरह मारने की घोषणा की है. इजराइल सरकार ने 16 जुलाई को अहमद अल शरा के घर के करीब एक मिसाइल अटैक भी किया था.

टारगेट किलिंग में माहिर है इजराइल

इजराइल की सेना टारगेट किलिंग में माहिर है. इजराइली सैनिक पिछले एक साल में हिजबुल्लाह, हमास के टॉप कमांडर समेत ईरान के एक दर्जन परमाणु वैज्ञानिक और कई बड़े अफसरों की हत्या कर चुके हैं.

मिडिल ईस्ट के अधिकांश देशों में मोसाद का मजबूत नेटवर्क है. यही वजह है कि इजराइल के टारगेट किलिंग से सभी देश डरते हैं.

सीरिया के समर्थन में खुलकर उतरा तुर्की

तुर्की सीरिया के समर्थन में खुलकर उतर गया है. तुर्की ने सीरिया की एकता और अखंडता के लिए कुछ भी करने की बात कही है. तुर्की ने इजराइल को एक बिना लगाम वाला घोड़ा बताया है. तुर्की ने सीरिया को हथियार देने की भी पेशकश की है. तुर्की शुरू से ही अल शरा के समर्थन में खड़ा है.

सीरिया के राष्ट्रपति अल शरा को तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन का करीबी माना जाता है. हाल ही में एर्दोआन ने सीरियाई राष्ट्रपति को अमेरिकी टेरर लिस्ट से हटाने में बड़ी भूमिका निभाई थी.

सीरिया में बवाल क्यों मचा है, 3 प्वॉइंट्स

  1. टेलीग्राफ ब्रिटेन के मुताबिक सीरिया में बवाल की एक वजह सब्जी विक्रेता एफ दवारा है. दवारा ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई कि कुछ मिलिशिया के लोगों ने उनकी पिटाई की और उनसे 45 हजार रुपए छीन लिए. मामली लड़ाई की यह घटना सीरिया में ड्रूज वर्सेज बडौइन की लड़ाई बन गई.

  2. ड्रूज एक अल्पसंख्यक समुदाय है. सुवेदा के आसपास इसकी संख्या ज्यादा है. बडौईन की केंद्र में सरकार है. ऐसे में दोनों की लड़ाई को कंट्रोल करने के लिए सीरियाई सैनिक मैदान में उतरे. यहीं पर इजराइल ने मौका लपक लिया.

  3. इजराइल ने सुवेदा में सीरियाई सैनिकों पर अटैक कर दिया. लड़ाई जैसे ही आगे बढ़ी, वैसे ही इजराइल ने दमिश्क पर अटैक कर दिया. अमेरिका की पहल पर इजराइल ने सीरिया पर अटैक रोका.

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