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क्रिप्टोकरेंसी के सामने यूके और फ्रांस की अर्थव्यवस्था 35 दिन भी नहीं टिक सकी, भारत की अर्थव्यवस्था ने दिखाई मजबूती

क्रिप्टोकरेंसी के सामने यूके और फ्रांस की अर्थव्यवस्था 35 दिन भी नहीं टिक सकी, भारत की अर्थव्यवस्था ने दिखाई मजबूती

क्रिप्टोकरेंसी के सामने यूके और फ्रांस की अर्थव्यवस्था 35 दिन भी नहीं टिक सकी, भारत की अर्थव्यवस्था ने दिखाई मजबूती। 5 नवंबर के बाद से क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप में तेजी के साथ इजाफा देखने को मिला है. इन 35 दिनों में ओवरऑल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैप में एक ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली है. आने जानकारों तो मौजूदा साल के अंत तक इसके 4 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।

क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप लगा बढ़ता जा रहा है. मौजूदा समय में दुनिया की 6वीं और 7वीं सबसे बड़ी इकोनॉमीज यानी यूके और फ्रांस क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट के सामने बौनी दिखाई दे रही है. खास बात तो ये है कि अब ओवरऑल क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी इकोनॉमी भारत को टक्कर देता हुआ दिखाई दे रहा है. भारत की जीडीपी और क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप में करीब 250 बिलियन डॉलर का डिफ्रेंस रह गया है।

5 नवंबर के बाद से क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप में तेजी के साथ इजाफा देखने को मिला है. इन 35 दिनों में ओवरऑल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैप में एक ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली है. आने जानकारों तो मौजूदा साल के अंत तक इसके 4 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप को लेकर किस तरह के आंकड़े देखने को मिल रहे हैं।

क्रिप्टोकरेंसी के सामने यूके और फ्रांस की अर्थव्यवस्था 35 दिन भी नहीं टिक सकी, भारत की अर्थव्यवस्था ने दिखाई मजबूती

क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप

क्रिप्टोकरेंसी वर्ल्ड का मार्केट कैप 7वें आसमान पर पहुंच गए हैं. मौजूदा समय में क्रिप्टोकरेंसी का ओवरऑल मार्केट कैप 3.50 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया है. कॉइन मार्केट कैप के आंकड़ों के अनुसार मौजूदा समय में क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप 3.65 ट्रिलियन डॉलर है. खास बात तो ये है जब से डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी चुनाव में जीत हासिल की है, तब से इसमें और भी तेजी देखने को मिली है. 5 नवंबर को क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप 2.36 ट्रिलियन डॉलर पर था. जिसमें तब से अब तक 1.30 ट्रिलियन डॉलर तक का इजाफा देखने को मिल चुकी है. इसका मतलब है कि ओवरऑल मार्केट कैप में 56 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल चुकी है।

क​ई देशों की जीडीपी हुई पीछे

खास बात तो ये है कि क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप के सामने कई देशों की जीडीपी भी पीछे हो चुकी है. दुनिया की 6वीं सबसे बड़ी इकोनॉमी यूनाइटिड किंगडम की जीडीपी 2024 में आईएमएफ के अनुमान के अनुसार 3.59 ट्रिलियन डॉलर है. वहीं दूसरी ओर फ्रांस की जीडीपी का अनुमान 3.17 ट्रिलियन डॉलर और इटली की इकोनॉमी का अनुमान 2.37 ट्रिलियन डॉलर लगाया गया है. क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप ने अपने आंकड़ों के अनुसार इन तीनों देशों को महज 35 दिनों में पीछे छोड़ दिया है. खास बात तो ये है कि अब कई बड़े देशों की जीडीपी भी क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप के सामने खतरे में पड़ गई है

भारत की जीडीपी से टक्कर

भले ही भारत की इकोनॉमी दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी इकोनॉमी है. जिसके जल्द ही तीसरे नंबर पर पहुंचने के आसार है. लेकिन क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप से भारत की जीडीपी को कड़ी टक्कर मिलती हुई दिखाई दिखाई दे रही है. ताज्जुब की बात तो ये है कि दोनों के बीच का अंतर 250 बिलियन डॉलर का रह गया है. आंकड़ों के अनुसार आईएमएफ के मुताबिक साल 2024 में भारत की अनुमानित जीडीपी 3.9 ट्रिलियन डॉलर है. ऐसे में अब समझ सकते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप कितनी तेजी के साथ भारत की जीडीपी को पीछे छोड़ने को तैयार है।

जल्द जा सकता है 4 ट्रिलियन के पार

क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप जल्द ही 4 ट्रिलियन डॉलर के पार जा सकता है. इस बेंचमार्क को पूरा करने के लिए 350 बिलिययन डॉलर की जरुरत है. किसी भी दिन क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में अच्छी तेजी देखने को मिलेगी. उस दिन ये आंकड़ा पार हो जाएगा. जानकारों की मानें तो साल के खत्म होने से पहले एक बार ये आंकड़ा क्रिप्टोकरेंसी देख सकती है. मौजूदा समय में डॉलर में मजबूती देखने को मिल रही है. दूसरा 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप शपथ लेंगे. ऐसे में क्रिप्टोकरेंसी के फेवर में पूरा माहौल बना हुआ है. ऐसे में क्रिप्टोकरेंसी का ओवरऑल मार्केट कैप 4 ट्रिलियन डॉलर के पार जा सकता है।

बिटकॉइन की क्या है स्थिति

5 नवंबर के बाद से बिटकॉइन की कीमत ने जो रफ्तार पकड़ी है, उसे क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया का चेहरा ही बिल्कुल बदलकर रख दिया है. क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट जिस आंकड़े पर बैठा है, उसमें बिटकॉइन का काफी बड़ा हाथ है. आंकड़ों के अनुसार मौजूदा समय यानी 9 दिसंबर को सुबह बिटकॉइन के दाम 99,950 डॉलर पर कारोबार कर रहा है. जबकि 5 दिसंबर को बिटकॉइन की कीमत 103,900.47 डॉलर के साथ लाइफ टाइम हाई पर है. मौजूदा समय में बिटकॉइन के दाम अपने रिकॉर्ड हाई से 4 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है. अगर बात बिटकॉइन के मार्केट कैप की करें तो 1.97 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया है. जोकि साउथ कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और स्पेन जैसे बड़े देशों से भी ज्यादा है।

क्रिप्टोकरेंसी के सामने यूके और फ्रांस की अर्थव्यवस्था 35 दिन भी नहीं टिक सकी, भारत की अर्थव्यवस्था ने दिखाई मजबूती

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