
Teacher’s Duty In MP Election 2023: चुनाव में लगी ड्यूटी हटवाने शिक्षकों की लाइन लगी। आचार संहिता की घोषणा के साथ सोमवार को मतदान की तारीख भी घोषित कर दी गई है। इसके साथ ही विभिन्न विभागों में चुनाव की तैयारियों ने भी जोर पकड़ लिया है । चुनावी प्रक्रिया को पूरा करवाने के लिए सबसे ज्यादा भागीदारी शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की होती है।
इसके चलते आगामी चुनाव में शिक्षा विभाग के लगभग सात हजार कर्मचारियों की तैनाती की गई है। इसमें सभी शिक्षाकर्मी नहीं है , बल्कि इसमें क्लर्क से लेकर अन्य कर्मचारियों को भी शामिल किया गया है। हालांकि चुनावी ड्यूटी के साथ ही कुछ कर्मचारी अपनी ड्यूटी निरस्त करवाने के लिए भी आवेदन कर रहे हैं। लेकिन किसकी ड्यूटी रहेगी और किसकी नहीं यह प्रशासनिक अधिकारियों के स्तर पर तय किया जा रहा है। बता दें कि ड्यूटी हटवाने के लिए जिला पंचायत सीईओ के दफ्तर में रोजाना कई आवेदन आ रहे हैं।
विभाग प्रमुख को दे रहे आवेदन
जिन शिक्षाकर्मियों को चुनाव से अपनी ड्यूटी हटवानी है वह अब सीधे जिला शिक्षा कार्यालय या कलेक्ट्रेट में आवेदन नहीं कर रहे हैं बल्कि अपने विभाग प्रमुख को इसके बारे में लिखित आवेदन दे रहे हैं। विभाग प्रमुख भी आवेदन को मिलने के बाद पहले उसको जांचते हैं और उसके बाद उसे जिला पंचायत सीईओ को फारवर्ड किया जाता है। जिसके बाद निर्णायक अधिकारी के तौर पर वह तय करते हैं कि ड्यूटी हटानी है या नहीं ।
ड्यूटी हटवाने में अधिकतर महिलाएं
चुनाव में लगी ड्यूटी को हटवाने के लिए सबसे अधिक संख्या में महिलाएं आवेदन कर रही है। अधिकतर महिलाओं को घर परिवार की जिम्मेदारियों का भी निर्वहन करना होता है , यही कारण है कि महिलाएं चुनाव की ड्यूटी में अधिक समय नहीं दे पाती है, इसके अलावा स्वास्थ संबंधित समस्याओं का हवाला देकर भी ड्यूटी निरस्त करवाई जा रही है। बता दें कि दिन भर में चुनावी ड्यूटी हटवाने के लिए जिला पंचायत सीईओ के कार्यालय में लगभग 25 से 30 आवेदन सिर्फ महिलाओं के ही जाते हैं।
ट्रेनिंग का एक चरण पूरा
शिक्षा विभाग की ओर से चुनाव की तैयारियों को लेकर शिक्षा विभाग के कर्मचारियों और शिक्षाकर्मियों की ट्रेनिंग करवाई जाती है। इस प्रशिक्षण शिविर का एक चरण पूरा हो चुका है। अभी एक ट्रेंनिंग का एक और चरण भी आयोजित किया जाएगा। उम्मीद है कि इस माह के अंत तक प्रशिक्षण पूरा करवा कर यह भी तय कर दिया जाएगा कि कौन चुनावी ड्यूटी में तैनात रहेगा और कौन नहीं ।
‘इस बार की चुनावी प्रक्रिया में ड्यूटी लगाना और हटाना प्रशासनिक स्तर पर हो रहा है। हमारे पास से सिर्फ डाटा मांगा गया था । वहीं जिसे भी ड्यूटी हटवानी है वह भी सीधे आवेदन कर विभाग प्रमुख से संपर्क कर रहे हैं। ’
- अजय कटियार , जिला शिक्षा अधिकारी