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Rain Alert पूर्वी मध्य प्रदेश पर बना कम दबाव का क्षेत्र कमजोर पर जबलपुर, शहडोल, रीवा, सागर ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में मध्यम वर्षा संभावित

Rain Alert पूर्वी मध्य प्रदेश पर बना कम दबाव का क्षेत्र कमजोर पर जबलपुर, शहडोल, रीवा, सागर ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में मध्यम वर्षा संभावित

Rain Alert पूर्वी मध्य प्रदेश पर बना कम दबाव का क्षेत्र कमजोर पड़ने के बाद झारखंड चला गया है पर जबलपुर, शहडोल, रीवा, सागर ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं मध्यम वर्षा हो सकती है। शेष क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। इस वजह से अब मध्य प्रदेश में वर्षा की गतिविधियों में कमी आने की संभावना है। हालांकि मानसून द्रोणिका के मध्य प्रदेश में बने रहने से बारिश की सम्भावना लगभग पूरे प्रदेश में है।

पिछले 24 घंटों के दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश के कई शहरों में भारी वर्षा हुई। इसके चलते दमोह, सिवनी, मंडला, सागर जिले में बाढ़ जैसे हालात बन गए। हालांकि कम दबाव का क्षेत्र कमजोर पड़कर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बनने के साथ ही झारखंड की तरफ चला गया है। इस वजह से मध्य प्रदेश में अब भारी वर्षा होने की संभावना नहीं है।

शाम साढ़े पांच बजे तक सतना में 27, जबलपुर में 18, खजुराहो एवं धार में 13, शिवपुरी एवं मलाजखंड में नौ, नर्मदापुरम, इंदौर एवं नौगांव में छह, उमरिया एवं सागर में पांच, टीकमगढ़ एवं दमोह में तीन, नरसिंहपुर एवं खंडवा में दो, भोपाल, मंडला, ग्वालियर एवं रीवा में एक और उज्जैन एवं गुना में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई।

मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, मानसून द्रोणिका बीकानेर, सीकर, ग्वालियर, खजुराहो, रांची, दीघा से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। कम दबाव के कमजोर पड़ने के बाद झारखंड के ऊपर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात के रूप में बना हुआ है।

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, बुधवार को जबलपुर, शहडोल, रीवा, सागर, ग्वालियर और चंबल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं मध्यम वर्षा हो सकती है। शेष क्षेत्र में छिटपुट वर्षा होने के आसार हैं। मध्य प्रदेश में एक जून से लेकर 23 जुलाई की सुबह साढ़े आठ बजे तक 351.1 मिमी. वर्षा हुई है, जो सामान्य वर्षा (359.6 मिमी.) की तुलना में दो प्रतिशत कम है।

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