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रीवा से कटनी होते हुए पुणे तक सीधी ट्रेन, रेलमंत्री ने मध्य प्रदेश को दी 3 ट्रेनों की सौगात

भोपाल। मध्यप्रदेश में रेल यात्रा के लिए आने वाला समय बेहतर होने वाला है. प्रदेश में करोड़ों के रेलवे प्रोजेक्ट चल रहे हैं. इनके पूरा होने के बाद रेलवे ट्रांसपोर्ट को तेज गति मिलेगी. इससे पहले रेल मंत्री ने मध्यप्रदेश को बड़ी सौगात देते हुए 3 नई ट्रेन चलाने की घोषणा की है. इससे मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ के शहर सीधे तौर पर जुड़ेंगे. इससे जहां व्यवसायिक लोगों को फायदा होगा, वहीं विद्यार्थियों और नौकरी पेशा लोगों को भी बड़ी राहत मिलेगी.

 

रीवा से पुणे तक चलेगी नई ट्रेन

 

रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि मध्यप्रदेश में 3 नई ट्रेन चलाने का रेलवे प्रशासन ने निर्णय लिया है. इनमें पहली ट्रेन रीवा से पुणे के बीच चलाई जाएगी. रेलमंत्री ने बताया कि पुणे एजूकेशनल और एम्प्लायमेंट हब है. रीवा से सतना, मैहर, कटनी, जबलपुर और ईटारसी होते हुए पुणे तक सीधी ट्रेन चलाने की मांग जनप्रतिधियों द्वारा लगातार की जा रही थी. अब इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है. टाइम टेबल भी बन गया है. अगले दो महीने में तीनों नई ट्रेन का संचालन शुरु कर दिया जाएगा.

जबलपुर-रायपुर ट्रेन से ट्रायबल बेल्ट को फायदा

 

रेलमंत्री ने बताया कि जबलपुर से नैनपुर, बालाघाट और गोंदिया से होते हुए रायपुर तक नई ट्रेन चलाई जाएगी. चूंकि जबलपुर और रायपुर दोनों ही इकोनॉमिक जोन हैं. ऐसे में दोनों शहरों के बीच आवागमन बेहतर होगा. इसका सबसे अधिक फायदा बालाघाट और गोंदिया समेत अन्य आसपास के आदिवासी क्षेत्रों को लाभ मिलेगा. यह ट्रेन आने वाले दो महीने के अंदर संचालित की जाएगी.

 

ग्वालियर-गुना-बैंगलुरु ट्रेन सेवा

 

बता दें कि मध्यप्रदेश को तीसरी नई ट्रेन ग्वालियर से गुना और भोपाल होते हुए बैंगलुरु तक चलाई जाएगी. रेलमंत्री ने कहा कि यह ट्रेन शुरु होने से आईटी और बीपीओ सेक्टर समेत बड़ी संख्या में बैंगलुरु में पढ़ाई कर रहे मध्यप्रदेश के लोगों को आवागमन में सहूलियत होगी. इस ट्रेन के संचालन के लिए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया दो बार रेल मंत्रालय को पत्र लिख चुके थे. दरअसल, सबसे अधिक परेशानी गुना शहर और उसके आसपास के लोगों को होती थी. अब तक उन्हें ट्रेन पकड़ने के लिए बीना, भोपाल या ग्वालियर जाना पड़ता था, जिससे 8-10 घंटे का अतिरिक्त समय लगता था.

 

रतलाम नागदा के बीच नई लाइन को मंजूरी

 

रेल मंत्री ने बताया कि रतलाम नागदा के बीच 41 किलोमीटर की नई तीसरी और चौथी रेल लाइन को केबिनेट में मंजूरी दी गई है. इसमें करीब 1,018 करोड़ रु की लागत आएगी. सबसे खास बात यह है कि इस रेल लाइन के तैयार होने के बाद बड़ी मात्रा में कार्बन डाई आक्साइड और डीजल बचेगा. रेल मंत्री ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के कारण करीब 38 करोड़ किलोग्राम कार्बन डाई आक्साइड की बचत होगी. यदि इतनी बड़ी मात्रा में कार्बन डाई आक्साइड बचाने के लिए पेड़ लगाए जाते तो डेढ़ करोड़ से अधिक पेड़ लगाने पड़ते. वहीं इस मार्ग के शुरु हाने से हर साल साढ़े सात करोड़ लीटर डीजल की बचत भी होगी.

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