Rdvv के कुलगुरु डॉ वर्मा कन्या महाविद्यालय पहुंचे प्राचार्य और प्राध्यापकों ने किया स्वागत महत्पूर्ण विषयो पर अपने विचार रखे

Rdvv के कुलगुरु डॉ वर्मा कन्या महाविद्यालय पहुंचे प्राचार्य और प्राध्यापकों ने किया स्वागत महत्पूर्ण विषयो पर अपने विचार रख
कटनी- शासकीय कन्या महाविद्यालय, कटनी के सभागार में आज रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर के कुलगुरु डॉ. राजेश कुमार वर्मा की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कुलगुरु डॉ. वर्मा का स्वागत डॉ. सुनील कुमार वाजपेयी और डॉ. चित्रा प्रभात ने शॉल व श्रीफल भेंट कर किया। बैठक में जिले के सभी शासकीय व अशासकीय महाविद्यालयों के प्राचार्यों, प्राध्यापकों, अतिथि विद्वानों और जनभागीदारी शिक्षकों ने भाग लिया।
अपने उद्बोधन में कुलगुरु डॉ. राजेश कुमार वर्मा ने व्यवस्था में सुधार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा, “जब मैं व्यवस्था का हिस्सा नहीं था, तब मैं उसे दोष देता था और उसके खिलाफ आंदोलन भी करता था। लेकिन अब, जब मैं व्यवस्था का हिस्सा हूँ, मुझे इसे सुधारने का अवसर प्राप्त हुआ है।” उन्होंने संकल्प लिया कि वे व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कार्य करेंगे। डॉ. वर्मा ने समय के महत्व पर बल देते हुए कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में हमेशा समय की पाबंदी को प्राथमिकता दी। उन्होंने प्रशासनिक गुणों का उल्लेख करते हुए कहा कि एक जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति को निष्पक्ष निर्णय लेने चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने नई शिक्षा नीति के अंतर्गत भारतीय ज्ञान परंपरा को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय के अधीन पांच जिलों के सभी महाविद्यालयों के कर्मचारियों और विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखकर कार्य किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस, कटनी के प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार वाजपेयी ने कुलगुरु डॉ. वर्मा की कार्यशैली की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि डॉ. वर्मा के नेतृत्व में न केवल विश्वविद्यालय, बल्कि संभाग के सभी महाविद्यालयों में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं। डॉ. वर्मा की राष्ट्रीय स्तर की विद्वता और यूजीसी में उनके अनुभव का लाभ रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय को मिल रहा है।
बैठक का कुशल संचालन शासकीय कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. चित्रा प्रभात ने किया। उन्होंने जिले के सभी शासकीय व अशासकीय महाविद्यालयों के प्राचार्यों का कुलगुरु से परिचय कराया। साथ ही, अपने महाविद्यालय के प्राध्यापकों, अतिथि विद्वानों और जनभागीदारी शिक्षकों को भी प्रस्तुत किया।
बैठक में डॉ. सुषमा श्रीवास्तव, डॉ. लवकुश सिंह, डॉ. शिरषा मंडल, डॉ. आरती धुर्वे, डॉ. जय चड्डा, डॉ. पारस जैन, डॉ. आशा तिवारी, डॉ. सध्या खरे, डॉ. राजेश, डॉ. धीरज मोदी, डॉ. केके निगम, डॉ. रविता सिंह, डॉ. सुरेंद्र राजपूत, डॉ. मनोज खरे, डॉ. रोशनी सिंह, श्री प्रकाश गुप्ता, डॉ. पूनम, श्री स्वपनिल जैन, डॉ. बबिता गर्ग और डॉ. भारती की उपस्थिति ने इस अवसर को और अधिक महत्वपूर्ण बनाया। यह बैठक शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और नई शिक्षा नीति के प्रभावी कार्यान्वयन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।