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शराब ठेकेदारों की आपसी खींचतान करा रही घंटाघर शराब दुकान का विरोध

शराब ठेकेदारों की आपसी खींचतान करा रही घंटाघर शराब दुकान का विरोध

कटनी। शहर के घंटाघर क्षेत्र स्थित शराब दुकान का विरोध शराब ठेकेदारों की आपसी खींचतान के कारण हो रहा है। शराब दुकान यहां पहले भी थी लेकिन यह विरोध प्रदर्शन अचानक नहीं हुआ बल्कि इसके पीछे शहर के दूसरे क्षेत्रों में शराब दुकान का संचालन करने वाले ठेकेदार शामिल है।

जिनका मानना है कि यदि शराब दुकान विरोध के कारण यहां-वहां होगी तो उनकी दुकान से शराब की बिक्री होगी। गौरतलब है कि गतदिवस बजरंग दल के पदाधिकारियों व कार्यकत्ताओं के द्धारा घंटाघर क्षेत्र स्थित शराब दुकान के सामने यह आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन व आंदोलन किया था कि यह दुकान श्री हनुमान मंदिर के ठीक सामने है जो करीब 100 वर्ष से अधिक समय से पुराना मंदिर है। बजरंग दल के पदाधिकारियों द्वारा मंदिर के सामने से शराब दुकान हटाए जाने की मांग को लेकर सड़क पर चक्काजाम किया गया।

प्रदर्शन की जानकारी लगने के बाद एडीएम प्रदीप मिश्रा और तहसीलदार मौके पर पहुंचे। उन्होंने 1 सप्ताह के भीतर इस शराब दुकान के संबंध में जांच का समय मांगा। इस आश्वासन के बाद बजरंग दल ने अपना प्रदर्शन समाप्त किया। बजरंग दल के पदाधिकारियो का कहना था कि एक सप्ताह के बाद घंटाघर शराब दुकान को किसी दूसरे स्थान पर स्थानांतरित नहीं किया जाता तो उग्र आंदोलन होगा और बजरंग दल स्वयं इस शराब दुकान तालाबंदी करेगा।

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उधर दूसरी तरफ शराब के कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि शराब दुकान पिछले आबकारी ठेका वर्ष से इस स्थान पर संचालित है और कभी भी यहां विवाद की स्थिति निर्मित नहीं हुई। पिछले दिनों शहर के ग्रामीण क्षेत्रों के शराब ठेकेदार शहरी क्षेत्र की कुछ शराब दुकानों में हिस्सेदार बन गए और उन्हीं के द्धारा बजरंग दल के पदाधिकारियों को बरगला कर यह आंदोलन कराया गया और आगें भी आंदोलन की रूपरेखा बना रहे हैं।

इसलिए प्रशासन व आबकारी विभाग को पूरे मामले की तह तक जाकर जांच करनी चाहिए। जिससे शासन को भारी भरकम राजस्व देकर शराब ठेका लेने वाले ठेकेदार परेशान न हो और क्षेत्रवासियों की धार्मिक भावनाएं भी आहत न हो।

Ashutosh shukla

30 वर्षों से निरन्तर सकारात्मक खोजी पत्रकारिता

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