MP Board Exam Short Notes 2025: 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स को तैयार नोट्स को देगा मध्य प्रदेश बोर्ड
MP Board Exam Short Notes 2025: 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स को तैयार नोट्स को देगा मध्य प्रदेश बोर्ड

MP Board Exam Short Notes 2025: 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स को तैयार नोट्स को देगा मध्य प्रदेश बोर्ड। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MP Board) ने विद्यार्थियों की सुविधा के लिए एक नई पहल की है। बोर्ड अब 10वीं और 12वीं के छात्रों को तैयार शॉर्ट नोट्स (Short Notes) उपलब्ध कराएगा, जिससे वे परीक्षा से पहले तेजी से रिविजन कर सकें और महत्वपूर्ण विषयों पर बेहतर पकड़ बना सकें।
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MP Board Exam Short Notes 2025: 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स को तैयार नोट्स को देगा मध्य प्रदेश बोर्ड
बोर्ड का कहना है कि इन नोट्स में प्रत्येक विषय के महत्वपूर्ण बिंदु, सूत्र, परिभाषाएँ और संभावित प्रश्न शामिल होंगे। इससे छात्रों को बार-बार पूरी किताब पढ़ने की ज़रूरत नहीं होगी, बल्कि वे संक्षिप्त नोट्स के जरिए पूरे सिलेबस की पुनरावृत्ति कर पाएंगे।
अधिकारियों के अनुसार, इन नोट्स को विशेषज्ञ शिक्षकों की मदद से तैयार किया जा रहा है और इन्हें बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट तथा स्कूलों के माध्यम से विद्यार्थियों तक पहुँचाया जाएगा। बोर्ड का उद्देश्य है कि ग्रामीण एवं शहरी सभी छात्रों को समान गुणवत्ता वाली अध्ययन सामग्री मिले और वे परीक्षा के दौरान आत्मविश्वास के साथ प्रदर्शन कर सकें।MP Board Exam Short Notes 2025:
शिक्षा विभाग का मानना है कि यह कदम छात्रों के लिए न केवल समय बचाने वाला साबित होगा बल्कि **स्मार्ट स्टडी की दिशा में एक अहम पहल भी है।
स्कूल शिक्षा विभाग ने बोर्ड के 10वीं व 12वीं का परीक्षा परिणाम बेहतर करने के लिए नई कवायद शुरू की है। विभाग विद्यार्थियों के लिए पहली बार विषयवार शार्ट नोट्स तैयार करा रहा है। इसका नाम वन लाइनर एंड माइंड मैपिंग दिया है। यह 60 से 70 पेज का नोट्स होगा, जिसकी सॉफ्ट कापी स्कूलों में प्राचार्यों के ईमेल पर भी उपलब्ध होगा, साथ ही बुकलेट के रूप में भी तैयार कर स्कूलों में वितरित किया जाएगा। दावा है कि इससे विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी करना आसान होगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह पोषण आहार की जगह दो मिनट में भूख मिटाने वाले नूडल्स जैसा है। इससे बच्चे परीक्षा तो पास कर सकते हैं, लेकिन विषय की बुनियादी समझ कमजोर होने की संभावना बनी रहेगी। बता दें कि पिछले साल 10वीं का रिजल्ट 76.42 प्रतिशत और 12वीं का 74.48 प्रतिशत रहा था। स्कूल शिक्षा विभाग इस परिणाम से बेहतर की कोशिश में जुटा हुआ है। पांच विषयों में उत्तीर्ण को एक विषय में फेल होने पर भी पास करने वाली बेस्ट आफ फाइव योजना इस साल खत्म हो रही है। इसकी वजह से भी स्कूल शिक्षा विभाग इस तरह के बूस्टर उपायों पर जोर दे रही है।







