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11 Nov 2024, Mon

महंत रवींद्र पुरी ने जारी किया फतवा : कथा वाचक स्वयं को भगवान बता रहे हैं, उन पर प्रतिबंध लगेगा

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महंत रवींद्र पुरी ने जारी किया फतवा : कथा वाचक स्वयं को भगवान बता रहे हैं, उन पर प्रतिबंध लगेगा अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने साधु-संतों के चोले में गलत काम करने वाले महामंडलेश्वर व संतों को अखाड़ों से निकाल दिया है। उज्जैन की पूर्व महामंडलेश्वर मंदाकिनी देवी भी इनमें शामिल है। अब बारी कथा वाचकों की है, जो कथा वाचक अपने आपको भगवान बता रहे हैं, उन पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।

ऐसे कथा वाचकों की सूची बनाई जा रही है। यह बात अभा अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने मंगलवार को चर्चा में कही। पट्टाभिषेक समारोह में शामिल होने आए महंत रवींद्र पुरी ने दुराचारी साधु-संतों व महामंडलेश्वरों के अखाड़ों से बाहर करने को सही ठहराया।

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद द्वारा उद्धव ठाकरे के समर्थन में दिए बयान पर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने कहा कि देश में दो प्रकार की मानसिकता काम कर रही है। एक मौलावादी व दूसरी हिंदूवादी, हमारे कुछ संत भी कांग्रेसी हैं, जो अलग सोच रखते हैं।

‘कुछ संत कांग्रेसी कांग्रेसी हैं’

 

उनके बारे में मैं ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा, लेकिन 2014 से पहले ऐसा कोई प्रधानमंत्री नहीं होगा जो मंदिरों में माथा टेकता होगा। नरेन्द्र मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने अयोध्या में श्रीराम मंदिर व उज्जैन में श्री महाकाल महालोक का निर्माण कराया।

यूपी के सीएम योगी की तारीफ

 

उत्तर प्रदेश में मोहर्रम के जुलूस में हथियारों के प्रदर्शन पर रोक लगाने के सवाल पर महंत रवींद्र पुरी ने योगी सरकार की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने जुलूस-जलसों में हथियारों के प्रदर्शन पर रोक लगाकर अच्छा काम किया है, क्योंकि जुलूस में वाद-विवाद की स्थिति होने पर वे लोग हथियार चला सकते हैं। धार्मिक जुलूस में हथियार साथ रखने की आवश्यकता क्या है।

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मंदाकिनी पुरी ने दिया था महामंडलेश्वर बनने का झांसा

 

पूर्व महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरी ने एक महंत को महामंडलेश्वर बनाने के नाम पर साढ़े सात लाख रुपये ले लिए थे। इस मामले में पुलिस ने मंदाकिनी पुरी को गिरफ्तार कर‍ लिया था। मामला सामने आने के बाद निरंजनी अखाड़े ने मंदाकिनी पुरी को महामंडलेश्वर पद हटा दिया था। इसके बाद अखाड़े से भी निष्कासित कर दिया गया था।

 

 

 

 

By Ashutosh shukla

30 वर्षों से निरन्तर सकारात्मक पत्रकारिता, संपादक यशभारत डॉट काम