कन्या महाविद्यालय में भारतीय शिक्षण मण्डल इकाई द्वारा आयोजित की गयी व्याख्यानमाला

कन्या महाविद्यालय में भारतीय शिक्षण मण्डल इकाई द्वारा आयोजित की गयी व्याख्यानमाल
कटनी- भारतीय शिक्षण मण्डल कटनी इकाई के तत्वाधान में शासकीय कन्या महाविद्यालय, कटनी के सभागार में व्यास पूजा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शासकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय, कटनी के प्राचार्य डॉ. नरेन्द्र बडखेड़कर ने मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थितहुए। उन्होंने गुरु शिष्य परंपरा के महत्व पर प्रकाश डाला और साथ में योग से कार्यक्षमता किस तरह का विकास होता है इस पर विचार अभिव्यक्त किए श्री बडखेड़कर ने योग के आठ चरणों—यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि—की विस्तृत व्याख्या की। उन्होंने बताया कि ये चरण परम सुख प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करते हैं, जो आत्मिक सुख का स्रोत है।
इस अवसर पर शासकीय कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. चित्रा प्रभात ने छात्राओं को संबोधित करते हुए भारतीय शिक्षण मण्डल का ऐतिहासिक परिचय दिया। उन्होंने मण्डल की कार्यप्रणाली और इसके द्वारा किए जा रहे नवीन अनुसंधान कार्यों पर संक्षेप में प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भारतीय शिक्षण मण्डल शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और अनुसंधान को बढ़ावा दे रहा है। कार्यक्रम का संचालन डॉ. संजयकांत भारद्वाज ने किया, जबकि डॉ. विमला मिंज ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, अतिथि विद्वान, स्ववित्तीय अतिथि विद्वान और छात्राएं उपस्थित रहीं। यह आयोजन भारतीय शिक्षण मण्डल के उद्देश्यों को बढ़ावा देने और योग के प्रति जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण सिद्ध हुआ।