Latestमध्यप्रदेशराष्ट्रीय

Leap Day 29 फरवरी को जन्म लेकर इसलिए खास हो गए कटनी के 9 शिशु 4 साल में मनाएंगे अपना जन्मदिन

29 फरवरी को जन्म लेकर इसलिए खास हो गए कटनी के 9 शिशु, 4 साल में मनाएंगे जन्मदिन

...

Leap Day लीप ईयर का लीप डे फरवरी 29 को जन्म लेकर कटनी के 9 शिशु  खास हो गए ऐसा इसलिए क्योंकि 29 दिन की फरवरी 4 साल में आती है मतलब अब इनका जन्मदिन 4 साल में एक बार मनेगा।

यही नहीं कई सरकारी कामकाज में भी जैसे ही इन नवजात की जन्मतिथि सामने आएगी लोग सुनते ही रह जाएंगे। यशभारत डॉट कॉम को सरकारी अस्पताल सहित कुछ अन्य निजी अस्पतालों से जो जानकारी हासिल हुई उसके अनुसार आज 29 फरवरी को 9 बच्चों ने जन्म लिया। इन बच्चों के माता पिता काफी खुश हैं क्योंकि आज उनके घर ऐसे बच्चे ने जन्म लिया जो कलेंडर की तारीख में अजब गजब हमेशा के लिए बन जायेगा।

29 फरवरी 2024 का पंचांग

तिथिपंचमी (29 फरवरी 2024, सुबह 04.18 – 1 मार्च 2024, सुबह 06,21)
पक्षकृष्ण
वारगुरुवार
नक्षत्रचित्रा
योगवृद्धि
राहुकालदोपहर 02.00 – दोपहर 03.37
सूर्योदयसुबह 06.47 – शाम 06.20
चंद्रोदयरात 10.36 – सुबह 09.10, 1 मार्च
दिशा शूल
उत्तर
चंद्र राशि
तुला
सूर्य राशिकुंभ

29 फरवरी 2024 शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat)

ब्रह्म मुहूर्तसुबह 05.07- सुबह 06.57
अभिजित मुहूर्तदोपहर 12.11 – दोपहर 12.57
गोधूलि मुहूर्तशाम 06.18 – शाम 06.43
विजय मुहूर्तदोपहर 02.29 – दोपहर 03.16
अमृत काल
प्रात: 03.07 – सुबह 04.53, 29 फरवरी
निशिता काल मुहूर्तप्रात: 12.08 – प्रात: 12.58, 29 फरवरी

 

29 फरवरी हर चार साल में एक बार आता है. आज देश के चौथे प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई का जन्मदिन भी है. मोरारजी देसाई ने अपना जीवन सामाजिक न्याय, समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित किया और महत्वपूर्ण योगदान दिया

इसे भी पढ़ें-  सायना महाविद्यालय द्वारा आयोजित Festurals 2025 में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हुआ 

ग्रेगोरियन कैलेंडर (Gregorian Calendar) का साल 2024 चल रहा है और इस साल फरवरी के महीने में 28 नहीं 29 दिन हैं. लेकिन ऐसा क्यों? साल में आखिर एक दिन अलग से क्यों जोड़ा गया है. आइए इसके पीछे की वजह जानते हैं।

सूर्य और पृथ्वी से जुड़ा है 29 फरवरी का इतिहास

हमारी पृथ्वी सूर्य के चक्कर लगाती है जिसमें 365 दिन, 5 घंटे, 48 मिनट और 46 सेकंड का समय लगता है, लेकिन जब ग्रिगोरियन कैलेंडर कैलेंडर के हिसाब से साल में 365 दिन ही करने थे. इसलिए हर चार साल में फरवरी के महीने में 1 दिन जोड़ दिया जाता है. सोलर ईयर और कैलेंडर ईयर के दिनों के अंतर को कम करने के लिए 4 सालों तक हर साल 6 घंटे जुड़ते हैं. इसलिए चार साल में एक बार ही लीप ईयर आता है, जिसमें एक दिन जुड़ जाता है यानी 366 दिन होते हैं और इसे ही लीप ईयर कहा जाता है।

 

Ashutosh shukla

30 वर्षों से निरन्तर सकारात्मक पत्रकारिता, संपादक यशभारत डॉट काम

Related Articles

Back to top button