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Kolkata Durga Puja: कोलकाता में बनी दुनिया की सबसे ऊंची इमारत ‘बुर्ज खलीफा’, 40 KG ज्वेलरी पहन विराज रही हैं ‘मां दुर्गा’

दुर्गा पूजा (Durga Puja) के दौरान पंडाल के रूप में दुनिया के बड़े-बड़े धरोहरों को उकेर देने वाली कला की नगरी कोलकाता ने इस बार दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा की प्रतिकृति बनाई है. दुबई जाकर जो बुर्ज खलीफा (Burj Khalifa) नहीं देख सकते वे कोलकाता आकर देख सकते हैं.कोलकाता की श्री भूमि स्पोर्टिंग क्लब (Sri Bhumi Sporting Club) ने पंडाल के तौर पर 150 फीट ऊंची बुर्ज खलीफा की प्रतिकृति बनाई है जिसमें मां दुर्गा 40 किलोग्राम ज्वेलरी पहनकर विराज रही हैं.

उन्होंने बताया कि यहां आने वालों को दुबई में होने का एहसास होगा. खास बात यह है कि रात के समय मंडप में जो 300 अलग-अलग तरह की रोशनी बिखेर रही है वह इस पूरे मंडप को बुर्ज खलीफा की असली शक्ल देती है जो बेहद खास है. 150 फीट की ऊंचाई और बहुत बड़ी चौड़ाई भी दर्शनार्थियों के लिए खासा आकर्षण का केंद्र होगी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कैबिनेट में अग्निशमन मंत्री सुजीत बसु इस क्लब के प्रमुख हैं. उन्होंने बताया कि भले ही दुनिया की सबसे ऊंची इमारत को दुबई में बनाने में छह साल लगे थे, लेकिन कोलकाता में इसकी प्रतिकृर्ति को 250 मजदूरों ने मिलकर सिर्फ दो महीने में ही तैयार किया है.

पूजा पंडाल की ऊंचाई है 150 फीट

पूजा पंडाल की ऊंचाई 150 फीट है और इसमें तीन सौ से ज्यादा लाइटें लगाई गई हैं जो दिन में पंडाल को दूसरी आलोक सज्जा देती है तो रात को अलग-अलग तरह की 300 से अधिक रोशनी बिखेरती है. खास बात यह है कि इसमें मूल रूप से तिरंगे की रोशनी लोगों को विशेष तौर पर आकर्षित कर रही है. इसे असली बुर्ज खलीफा की तरह दिखने के लिए “एक्रेलिक शीट” का इस्तेमाल किया गया है जो एक तरह का चमकीला कांच है जो रोशनी को बिखेरने और फैलाने में मदद करता है. सुजित बसु ने बताया कि यह पंडाल ना केवल कोलकाता ही नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल का सबसे बड़ा दुर्गा पूजा पंडाल है जिसे बनाने के लिए एक बड़े मैदान का इस्तेमाल किया गया है. उन्होंने बताया, “हमें इस बात का एहसास भली-भांति है कि इस दुर्गा पूजा पंडाल को देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ेगी. इसीलिए पुलिस से विशेष तौर पर यहां सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध किया गया है. इसके अलावा श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब के सदस्यों ने भी स्थानीय युवकों को लेकर वॉलिंटियर्स बनाए हैं जो भीड़ को प्रबंधित करने और शारीरिक दूरी का पालन सुनिश्चित कराने के लिए काम करेंगे. ”

पूजा पंडाल में प्रवेश नहीं कर पाएंगे दर्शनार्थी
उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश अनुसार इस बार भी मंडप के अंदर किसी भी दर्शनार्थी को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी, लेकिन बाहर से पंडाल और मां का दर्शन भली-भांति हो सके इसकी व्यवस्था की गई है. लोगों को मंडप के बाहर ही सेल्फी लेने और देखने की अनुमति होगी. हर साल बेहतरीन थीम के साथ दुर्गा पूजा आयोजित करने वाले श्री भूमि स्पोर्टिंग क्लब के अध्यक्ष सुमित बसु ने आगे बताया कि इस बार उनकी पूजा का 49 वां वर्ष है इसीलिए इसे खास बनाने हेतु दुनिया की सबसे ऊंची इमारत की प्रतिकृति बनाने का निर्णय लिया गया था.

40 किलो ज्वेलरी पहनी हैं मां दुर्गा

सुजित बसु ने यह भी बताया कि इस बार केवल पंडाल ही खास नहीं है बल्कि मां दुर्गा भी अलग अंदाज में विराजित की जाएंगी. पंडाल में स्थापित होने वाली मां की प्रतिमा 40 किलो के गहनों से सजाई गई हैं. उन्होंने बताया कि मूर्ति को मूर्तिकार प्रदीप पात्र पाल ने बनाया है. सेनको ज्वेलरी समूह द्वारा मां के लिए 40 किलो जेवर उपलब्ध कराए गए हैं. इसकी सुरक्षा के लिए भी अधिक संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है और मंडप के चारों तरफ काफी सावधानी से सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना अथवा चोरी आदि को रोका जा सकता है.

 

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