Katni Crime मथुरा जेल में बंद धोखाधड़ी के आरोपी को पकड़ लाई कोतवाली पुलिस, पूछताछ में कई खुलासे, जानिए पूरा मामला

Katni Crime कोतवाली पुलिस ने करोड़ों की धोखाधड़ी के आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन द्वारा अपराधों पर अंकुश लगाये जाने हेतू लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। जिसके फलस्वरूप करोड़ों के धोखाधड़ी के आरोपी सुजीत कुमार सिंह की गिरफ्तारी में कोतवाली कटनी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है ।
उक्त के संबंध में संक्षिप्त जानकारी के अनुसार अति. पु. अधी, मनोज केडिया के निर्देशन व नगर पुलिस अधीक्षक ख्याति मिश्रा व निरी आशीष कुमार शर्मा थाना प्रभारी कोतवाली कटनी के मार्गदर्शन में इस मामले की विवेचना की गई।
प्रार्थी बसंत लाल यादव पिता स्व. कल्लू यादव उम्र 45 वर्ष नि जालपा मंदिर के पास राममनोहर लोहिया वार्ड थाना कोतवाली कटनी ने दिनांक 26.06.23 को शिकायत किया कि संजीत कुमार सिंह पिता बृजेश कुमार सिंह उम्र 35 वर्ष नि ईश्वरगंगी नाटी इमली जिला वाराणसी (उ.प्र) ने जो कि मझगवां टोल प्लाजा चलाता था। बडवारा, उमरिया जाते-आते समय जान पहचान हुई थी। सुजीत कुमार सिंह ने बसंत लाल यादव से बोला कि टोल प्लाजा के व्यवसाय में कुछ पैसे लगाओ काफी पैसों का लाभ मिलेगा। एनएचएआई का पत्र टोल प्लाजा एस. एन इंटरप्राईजेज के नाम का दिखाया तब बसंत लाल यादव बोला कि अपने व्यवसायिक मित्रों से बात करके बताता हूँ। बसंत लाल यादव अपने मित्रों के साथ सुजीत कुमार सिंह से मिला टोल प्लाजा के व्यवसाय में 01 करोड़ 50 लाख रूपये लगाने का इकरारनामा दिनांक 26.05.22 को तहसील परिसर कटनी में किया गया। जिसमें यह तय हुआ कि 01 वर्ष बाद 02 करोड़ रूपये बसंत लाल यादव वर्ग को सुजीत कुमार सिंह वापस करेगा।
01 वर्ष की अवधि व्यतीत होने के बाद बसंत लाल यादव एवं उनके मित्रों द्वारा अपने दिए हुए रूपये वापस मांगने लगे तो सुजीत कुमार सिंह बार-बार आश्वासन देता रहा. परंतु रूपये वापस नही किया। प्राप्त शिकायत आवेदन की जांच की गई। जांच पश्चात दिनांक 29.06.23 को अप.क्र. 475 / 23 धारा 420, 406 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
विवेचना दौरान एन. एच. ए. आई भोपाल से जारी पत्र की जानकारी प्राप्त की गई। एन.एच.ए.आई भोपाल द्वारा बताया गया कि एस.एन.इंटरप्राईजेज के नाम से कोई पत्र जारी नही किया गया है। सुजीत कुमार सिंह द्वारा एस.एन.इंटरप्राईजेज के नाम का दिखाया गया पत्र फर्जी पाया गया। मामले में धारा 467, 468, 471 भादवि बढ़ाई गई। आरोपी सुजीत कुमार सिंह की तलाश पतासाजी की गई तो पते पर नही मिला। काफी प्रयासों के बाद पता चला कि सुजीत कुमार सिंह थाना सदर बाजार जिला मथुरा उ.प्र. के अप.क्र. 91/2023 धारा 420, 406, 467, 468, 471, 120बी भादवि के मामले में मथुरा जेल में बंद है।
सुजीत कुमार सिंह को मथुरा से कटनी लाया गया। मामले में गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तो जुर्म स्वीकार किया। बताया कि कुछ रूपये अपने उपयोग में लिया एवं कुछ रूपये अपने चाचा शैलेन्द्र कुमार सिंह को दिया जो उस रूपये को मकान बनाने में उपयोग किए। कुछ रूपये ठेके के व्यवसाय में लगाया जिसमें घाटा होना बताया, उक्त रूपयों में से 05 लाख रूपये अपने घर वाराणसी में जहां अपने चाचा शैलेन्द्र कुमार सिंह के साथ रहता है, रखे होना बताया।
मामले में आरोपी सुजीत कुमार सिंह को पुलिस टीम साथ में लेकर वाराणसी उ.प्र. उसके घर ले गई। जहां पर परिजनों ने अर्थात चाचा-चाची व भतीजी ने सुजीत कुमार सिंह को पहचानने से ही इंकार कर दिए। नगर निगम वाराणसी में चल अचल संपत्ति की जानकारी हेतु पत्र प्रेषित किया गया है कोई संपत्ति होना नही पाई गई। आरोपी के बैंक खातों की जानकारी प्राप्त की गई है जिसमें बैलेंस जीरो है। सुजीत कुमार सिंह के कोतवाली कटनी में गिरफ्तार होने की सूचना मिलने पर जब पुलिस सुजीत को लेकर वाराणसी गई थी तो वहां पर रोशन सिंह पिता उदय प्रताप सिंह उम्र 26 वर्ष नि. प्रतापपुर जिला चंदौली उप्र का मिला बताया कि टोल प्लाजा में व्यवसाय के नाम पर 01 करोड़ रूपया लिया है तथा शशिभूषण मिश्रा पिता आनंद मिश्रा उम्र 30 वर्ष नि. ग्राम कठौता थाना गोपीगंज जिला भदोही उ.प्र. का भी मिला जो बताया कि 60 लाख रूपये व्यवसाय के नाम पर लिया है और वापस नही किया है एवं कटनी के जितेन्द्र जायसवाल पिता जे. एल. जायसवाल नि. खिरहनी फाटक कटनी ने 85 लाख रूपये देना व साकेत अग्रवाल पिता सलभ अग्रवाल नि. वल्लभ दास अग्रवाल वार्ड कटनी ने 30 लाख रूपये देना बताया। आरोपी सुजीत कुमार सिंह के विरुद्ध 30 लाख रूपये का चैक बाउंस का मामला सीधी न्यायालय में चल रहा है। इस तरह अभी तक की प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी सुजीत कुमार सिंह द्वारा 04 करोड़ 65 लाख रूपये की धोखाधड़ी किया जाना पाया गया। आरोपी सुजीत कुमार सिंह की गिरफ्तारी में निरी आशीष कुमार शर्मा, सउनि विजय शंकर गिरी, आर, अनिल गौतम, राहुल यादव, मयंक सिंह, मंसूर हुसैन, मोहन मण्डलोई, दिनेश चंद, विकास राय की महत्वपूर्ण भूमिका रही I