Iran Israel Conflict: ईरान के लिए खतरे की घड़ी: नेतन्याहू ने चेताया, तबाही लाने वाले प्लान पर काम चल रहा है। 1 अक्टूबर से इजराइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ गया है. ईरान के हमले का जवाब देने के लिए इजराइल ने अपना प्लान तैयार कर लिया है. इजराइल के इस प्लान के मुताबिक ईरान के न्यूक्लियर साइट्स भी टारगेट पर हो सकते हैं
ईरान और इजराइल के बीच का तनाव किसी भी वक्त एक नई जंग का रूप ले सकता है. एक अक्टूबर को हुए ईरान के हमले का पलटवार करने की तैयारी इजराइल कर चुका है. इजराइल के प्लान के मुताबिक ईरान के न्यूक्लियर साइट्स पर हमले की संभावना अभी कम नहीं हुई है.
इजराइल की ऊर्जा मंत्री एली कोहेन ने कहा है कि ‘ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकने के लिए इजराइल प्रतिबद्ध है और इसलिए उसकी न्यूक्लियर फैसिलिटीज पर हमला करने समेत सभी विकल्प हमारे पास मौजूद हैं. एली कोहेन ने इजरायली समाचार वेबसाइट वाल्ला न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में यह बयान दिया है.
अमेरिका ने इजराइल को किया था आगाह
इससे पहले मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि अमेरिका ने अपने इजराइल को ईरान के मिलिट्री साइट्स पर ही पलटवार करने के लिए मना लिया है. CNN की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू सहित इजराइली अधिकारियों ने अमेरिका को भरोसा दिया था कि ईरान पर कोई भी जवाबी हमला मिलिट्री टारगेट्स तक ही सीमित रहेगा. दरअसल अमेरिका ने इजराइल को साफ तौर पर कहा था कि वह ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को निशाना न बनाए, अगर ऐसा होता है तो हालात नियंत्रण से बाहर हो सकते हैं.
रूस ने भी इजराइल को दी चेतावनी
वहीं रूस ने भी गुरुवार को इजराइल को चेतावनी दी थी कि उसे ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम पर अटैक करने का विचार भी नहीं करना चाहिए. लेकिन इजराइल की ऊर्जा मंत्री के बयान ने एक बार फिर ईरान और इजराइल के बीच बड़ी जंग की आशंका को जन्म दे दिया है.
बीते मंगलवार को अमेरिका अखबार द न्यूयॉर्क टाइम्स की की रिपोर्ट ने सूत्रों के हवाले से दावा किया गया था कि इजराइल के प्लान में ईरान की न्यूक्लियर फैसिलिटीज शामिल नहीं हैं. रिपोर्ट में कहा गया था कि इजराइल के प्लान में मिसाइल और ड्रोन लॉन्चर, मिसाइल और ड्रोन भंडारण स्थल, मिसाइल और ड्रोन कारखाने, साथ ही सैन्य ठिकाने और प्रमुख सरकारी इमारतें शामिल हैं.
वहीं दो इजराइली अधिकारियों का हवाला देते हुए, रिपोर्ट में कहा गया है कि इजराइल न्यूक्लियर रिसर्च लैबोरेटरीज भी हमला कर सकता है, भले ही वह ईरान के भूमिगत न्यूक्लियर फैसिलिटीज से दूर रहे.
‘इजराइल के हमले से ईरान में कोई सुरक्षित नहीं’
मंत्री एली कोहेन ने शुक्रवार को दिए इंटरव्यू में कहा है कि, ‘ईरान में कोई भी सैन्य सुविधा या बुनियादी ढांचा या व्यक्ति ऐसा नहीं है जो ईरानी आक्रमण के जवाब में इजराइली हमले से सुरक्षित हो. हमने साबित कर दिया है कि हम कई तरह के हथियारों के साथ कहीं भी जा सकते हैं.’ कोहेन ने कहा कि ‘हमने अभी तक अपनी अभूतपूर्व हथियार और खुफिया क्षमताओं का 10 फीसदी भी प्रदर्शन नहीं किया है.’
ईरान पर हमला क्यों करना चाहता है इजराइल?
दरअसल 1 अक्टूबर से इजराइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ गया है, जब ईरान ने बेरूत में हिज़्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह और तेहरान में हमास के पॉलिटिकल चीफ इस्माइल हनीया की हत्या के जवाब में इजराइल पर सैकड़ों बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं. इस हमले में इजराइल की एयर डिफेंस सिस्टम भी फेल साबित हुए हालांकि इससे कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ.
ईरान के अटैक के बाद इजराइल ने भी जवाबी हमला करने की कसम खाई है, दोनों देशों के बीत बढ़ते तनाव के चलते अमेरिका ने इजराइल की सुरक्षा के लिए THAAD मिसाइल डिफेंस सिस्टम तैनात कर दिया है. वहीं ईरान जवाबी हमले के लिए इजराइल को लगातार चेतावनी दे रहा है, ईरान का कहना है कि अगर इजराइल एक अक्टूबर के अटैक के जवाब में कोई हमला करता है तो अंजाम बहुत बुरा होगा.
हालांकि अभी तक यह साफ नहीं है कि ईरान पर इजराइली हमला कब होगा, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को जर्मनी में मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें इस बात की समझ है कि इजराइल कैसे और कब जवाबी कार्रवाई करने जा रहा है. उन्होंने विस्तार से इजराइल के प्लान के बारे में बताने से इनकार कर दिया.