EntertainmentFEATUREDमनोरंजन

Israel-Hamas War: 10 साथियों के साथ इस्राइल से वापस लौटे भारतीय संगीतकार विश्व, सुनाई युद्ध की दर्दनाक कहानी

...

Israel-Hamas War: 10 साथियों के साथ इस्राइल से वापस लौटे भारतीय संगीतकार विश्व, सुनाई युद्ध की दर्दनाक कहानी। संगीतकार गिरीश विश्व ने बताया कि भारत से 10 लोगों की एक टीम वहां गई थी। सुबह का वक्त था, हम गहरी नींद में थे। तभी अचानक हमें एक बड़े विस्फोट की आवाज सुनाई दी।

 

सोते समय ही हुआ अचानक हमला

 

हम हड़बड़ा के जैसे खड़े हुए, वैसे ही होटल के सायरन भी बजने लगे। हमने समय देखा तो करीब साढ़े छह बज रहे थे। सायरन बजते ही होटल में शोर शुरू हो गया। हमने कमरे का दरवाजा खोला तो लोग कॉरिडोर में भाग रहे थे। हमें पहले तो कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या हुआ लेकिन होटल के हालात देख हमें समझ आ गया था कि यह एक आतंकी हमला है।

सब कुछ बहुत भयावह था

उन्होंने कहा कि हम भी घबरा गए थे। होटल के कर्मचारियों से पूछा तो उन्होंने हमें बेसमेंट में जाने का कह दिया। हम भी इसके बाद भीड़ के पीछे-पीछे बेसमेंट में पहुंच गए। बेसमेंट में बंकर बनाए गए थे। हमले इतने खतरनाक थे कि बंकर के अंदर भी मिसाइलों और विस्फोटों की आवाज सुनाई दे रही थी। थोड़ी देर बाद हम बंकर से निकलकर लॉबी में पहुंचे।

 

सब कुछ बहुत भयावह था

 

यहां से हम हमास के रॉकेट देख सकते थे। सब कुछ बहुत भयावह था। यह दिल दहलाने वाली घटना थी। हालांकि, आयोजकों के कारण हम इस्राइल से निकल सके और सकुशल भारत लौट आए। मैं आयोजकों का दिल से धन्यवाद करता हूं। जब हम हवाई अड्डे की ओर जा रहे थे तब रास्ते में इस्राइल की बर्बादी का मंजर हमारी आंखों के सामने थे। मिसाइलों और रॉकेट हमलों के कारण इस्राइल की सड़कों पर सिर्फ जले हुए वाहन, गड्ढेदार सड़कें और पुलिस दिखाई दे रही थी। एक दिन पहले तक जो गलियां, चाक-चौराहे आबाद थे, अब वह तबाह हो चुके थे। आयोजकों के कारण हम 10 लोग अपने देश भारत लौट सके।

इसे भी पढ़ें-  7th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ता (डीए) और महंगाई राहत (डीआर) बढ़ाने का फैसला जल्द होने की उम्मीद

 

इस्राइली सेना पर भरोसा

इस्राइल में युद्ध के बीच भारतीय मूल के कई इस्राइली फंस गए हैं। भारतीय मूल की ऐसी ही एक महिला इलाना नागौकर ने बताया कि कल यहां मिसाइल गिरी थी। कई वाहन जलकर खाक हो गए थे। हर बिल्डिंग में बिजली गुल है। हम खतरे में हैं। लेकिन हमें हमारी सेना पर भरोसा है। यह हमारा घर है। हम इसे छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे। हम शांति से रहना चाहते हैं। वहीं, एक दूसरी भारतीय प्रवासी महिला रिक्की ने कहा कि इस्राइल का समर्थन करने के लिए पीएम मोदी का धन्यवाद। पीएम मोदी समाज के लिए बहुत सारी चीजें कर रहे हैं। वे बहुत मजबूत हैं।

 

Ashutosh shukla

30 वर्षों से निरन्तर सकारात्मक पत्रकारिता, संपादक यशभारत डॉट काम

Related Articles

Back to top button