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यूपी की शहजादी को क्या Abu Dhabi में फांसी पर लटका दिया गया है?

यूपी की शहजादी को क्या Abu Dhabi में फांसी पर लटका दिया गया है?

यूपी की शहजादी को क्या Abu Dhabi में फांसी पर लटका दिया गया है?  , उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के गोयरा मुगली की रहने वाली शहजादी को दुबई के अबू धाबी में फांसी की सजा सुनाई गई. 15 फरवरी को 2 बजे फांसी का समय तय किया गया था. फांसी के तय वक्त से पहले शहजादी ने घर पर बात की. अपने माता-पिता से बात की. आखिरी इच्छा के तौर पर शहजादी को ये बात कराई गई. इस बीच बड़ी जानकारी सामने आई है. सूत्रों का कहना है कि शहजादी जीवित है और जेल में है. इंडियन एंबेसी यूएई सरकार के लगातार संपर्क में है. शहजादी के केस में रिव्यू पिटीशन दायर की गई है, जो विचाराधीन है. आखिरी फैसला आने तक शहजादी जेल में ही रहेगी. आइए जानते हैं इससे पहले शहजादी ने क्या कहा था.

शहजादी ने कहा- ये मेरी आखिरी कॉल है. उसके बाद उनका फोन कट गया और फिर तबसे उनसे कोई कॉन्टैक्ट नहीं किया जा सका है. क्या शहजादी को फांसी दे दी गई या फिर नहीं. इसको लेकर किसी तरह की कोई सूचना नहीं है. उनके घरवाले शहजादी को लेकर काफी परेशान हैं. उज्जैर पर शहजादी को बेचने का आरोप लगाया गया है. यूपी की रहने वाली शहजादी को अबू धाबी में फांसी की सजा क्यों सुनाई गई, इसके बारे में जानते हैं.

यूपी की शहजादी को अबु धाबी में सजा-ए-मौत क्यों?

शहजादी बांदा जिले के गोयरा मुगली की रहने वाली हैं. बचपन में ही वो एक हादसे का शिकार हो गईं. किचन में वो बुरी तरह से आग में झुलस गई थीं. चेहरा जलने की वजह से वो ज्यादातर परेशान रहती थीं.

2020 में सोशल मीडिया के जरिए उनकी पहचान उज्जैर से हुई. उज्जैर ने 2021 में इलाज के लिए शहजादी को आगरा बुलाया. आगरा पहुंचने पर शहजादी को लग्जरी लाइफ की सभी सुविधाएं देने का लालच दिया.

शहजादी आगरा चली गई. उसके बाद उज्जैर ने शहजादी को अबु धाबी में अपने रिश्तेदार के पास भेज दिया. शहजादी फैज-नादिया के बच्चे की देखभाल करने लगी. कुछ समय बाद बच्चे की मौत हो गई और बच्चे की मौत का आरोप शहजादी पर लगाया गया.

अबु धाबी की कोर्ट ने जांच के बाद शहजादी को मौत की सजा सुनाई. जिस बच्चे की शहजादी की निगरानी में मौद हुई वो मृतक बच्चा 4 महीने का था. वो अक्सर बीमार रहता था. एक दिन अचानक उसकी मौत हो गई.

सजा-ए-मौत के खिलाफ अपील

शहजादी के माता-पिता का बेटी की आखिरी कॉल के बाद रो-रोकर बुरा हाल है. उन्होंने सरकार, प्रशासन और राष्ट्रपति से शहजादी को बचाने के लिए फरियाद लगाई थी. लेकिन उन्हें कहीं से भी किसी तरह की राहत नहीं मिली. शहजादी आर्थिक तौर पर बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखती हैं

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