Indian Railway: पश्चिम मध्य रेल अपने निर्धारित लक्ष्यों की ओर अग्रसर, बदल रहा है रेलवे , जानिए मल्टी ट्रैकिंग एवं अधोसंरचना के बारे में यह अपडेट
Indian Railway: पश्चिम मध्य रेल अपने निर्धारित लक्ष्यों की ओर अग्रसर, बदल रहा है रेलवे , जानिए मल्टी ट्रैकिंग एवं अधोसंरचना

Indian Railway: । पश्चिम मध्य रेल द्वारा मल्टी ट्रैकिंग एवं अधोसंरचना कार्यों के अलावा अनुरक्षण कार्यों के अंतर्गत ट्रैक पर अन्य रिन्यूअल कार्य किये जाते हैं । इसी कड़ी में महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय के मार्गदर्शन में तथा इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा आपसी समन्वय से कार्य करते हुए ट्रैक अनुरक्षण क्षेत्र में तीव्रता से समस्त नवीनीकरण कार्यों को निष्पादित किया जा रहा है ।
ट्रैक नवीनीकरण के इन कार्यों में सी.टी.आर. (कम्पलीट ट्रैक रिन्यूअल), टी.आर.आर. (थ्रू रेल रिन्यूअल), टी.एस.आर (थ्रू स्लीपर रिन्यूअल), टी.टी.आर (थ्रू टर्न आउट रिन्यूअल), डीप स्क्रीनिंग इत्यादि कार्य शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि ट्रैक नवीनीकरण से संबद्ध उक्त समस्त कार्य संरक्षा से जुड़े हुए कार्य हैं एवं ट्रैफिक ब्लॉक लेकर ही इन कार्यों को निष्पादित किया जाता है, पमरे द्वारा संरक्षा से जुड़े इन समस्त कार्यों को तीव्रता के साथ निष्पादित किया गया, जिसके परिणाम स्वरूप वित्तीय वर्ष के दो माह में अनुरक्षण कार्यों के अंतर्गत 74.13 ट्रैक किलोमीटर रेल नवीनीकरण, 48.96 ट्रैक किलोमीटर स्लीपर नवीनीकरण, 112 यूनिट्स टर्नआउट नवीनीकरण इसके साथ साथ 86 यूनिट्स टर्न आउट एवं 124.33 ट्रैक किलोमीटर में डीप स्क्रीनिंग कार्य को निष्पादित किया गया। केवल मई माह में उक्त दर्शाए गए कार्यों क्रमशः 44.91 ट्रैक किलोमीटर रेल नवीनीकरण, 26.05 ट्रैक किलोमीटर स्लीपर नवीनीकरण, 25 यूनिट्स टर्नआउट नवीनीकरण इसके साथ साथ 42 यूनिट्स टर्न आउट एवं 50.97 ट्रैक किलोमीटर में डीप स्क्रीनिंग कार्य को निष्पादित किया गया।
पश्चिम मध्य रेल अपने निर्धारित लक्ष्यों की ओर अग्रसर एवं संरक्षा से जुड़े कार्यों के प्रति कृत संकल्पित है।