इंतजार: भारत और पाकिस्तान ने साझा की एक-दूसरे की हिरासत में बंद कैदियों और मछुआरों की लिस्ट
इंतजार: भारत और पाकिस्तान ने साझा की एक-दूसरे की हिरासत में बंद कैदियों और मछुआरों की लिस्ट

इंतजार: भारत और पाकिस्तान ने साझा की एक-दूसरे की हिरासत में बंद कैदियों और मछुआरों की लिस्ट। सरहदें सख्त हैं लेकिन कुछ नाम हैं जो हर छह महीने इन दीवारों को चीरकर सामने आते हैं. कैदियों और मछुआरों की वो सूचियां जिनमें बंधी होती हैं घर लौटने की तमन्नाएं और अपनों से मिलने की उम्मीदें.।
इंतजार: भारत और पाकिस्तान ने साझा की एक-दूसरे की हिरासत में बंद कैदियों और मछुआरों की लिस्ट
हर छह महीने मानवीयता दीवार के उस पार एक दस्तक देती है, जब भारत और पाकिस्तान अपने-अपने कैदियों और मछुआरों की सूची एक-दूसरे से साझा करते हैं. भारत और पाकिस्तान के बीच साल 2008 में एक द्विपक्षीय काउंसलर एक्सेस समझौता हुआ था. इसके तहत हर साल 1 जनवरी और 1 जुलाई को दोनों देशों के बीच लिस्ट शेयर की जाती है।
इसी के तहत भारत और पाकिस्तान ने मंगलवार को एक साथ राजनयिक चैनलों के माध्यम से हिरासत में मौजूद कैदियों और मछुआरों की लिस्ट एक-दूसरे से लिस्ट शेयर की है. इस बार भारत ने पाकिस्तान को 382 नागरिक कैदियों और 81 मछुआरों के नाम दिए हैं, जिन्हें पाकिस्तानी या संभावित पाकिस्तानी माना जा रहा है।
पाकिस्तान ने 193 मछुआरों की लिस्ट शेयर की
जवाब में पाकिस्तान ने 53 भारतीय नागरिक कैदियों और 193 मछुआरों की सूची साझा की है लेकिन असली कहानी तब शुरू होती है जब भारत ये कहता है कि पाकिस्तान जल्द से जल्द उन 159 भारतीयों को रिहा करे, जिन्होंने अपनी सजा पूरी कर ली है. भारत ने ये भी मांग रखी है कि 26 ऐसे लोगों को तुरंत दूतावास की पहुंच दी जाए, जिन्हें भारतीय माना जा रहा है लेकिन अब तक उन्हें भारत से संपर्क तक नहीं करने दिया गया.
इन 80 लोगों की नागरिकता की पुष्टि करे पाकिस्तान
भारत ने अपनी ओर से भी जिम्मेदारी निभाते हुए पाकिस्तान से कहा है कि वह 80 ऐसे लोगों की नागरिकता की पुष्टि करे, जो भारत की जेलों में हैं और जिन्हें पाकिस्तानी समझा जा रहा है. ताकि उन्हें उनके देश भेजा जा सके. सरकार का कहना है कि 2014 से अब तक पाकिस्तान से 2,661 भारतीय मछुआरे और 71 नागरिक कैदी वापस आ चुके हैं.इनमें 2023 से अब तक रिहा हुए 500 मछुआरे और 13 नागरिक कैदी भी शामिल हैं. ये परंपरा 2008 के दूतावास पहुंच समझौते के तहत चलती आ रही है.