पचमढ़ी में अमित शाह की क्लास, विधायक सांसदों से कहा- परिवर्तन वही ला सकते हैं, जो अंतिम क्षण तक विद्यार्थी रहते हैं
पचमढ़ी में अमित शाह की क्लास, विधायक सांसदों से कहा- परिवर्तन वही ला सकते हैं, जो अंतिम क्षण तक विद्यार्थी रहते हैं

भोपाल/पचमढी, केन्द्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने पचमढी में सांसद एवं विधायकों का 3 दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग का दीप प्रज्जवलित एवं महापुरूषों को पुष्पांजलि अर्पित कर शुभारंभ किया। सत्र के प्रारंभ में अहमदाबाद में हुए हृदयविदारक विमान हादसे पर शोक व्यक्त किया गया। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाहने उद्घाटन सत्र में ‘‘जनसंघ से भाजपा-1951 से 2025’’ विषय पर सम्बोधित करते हुए कहा कि परिवर्तन वही ला सकते हैं, जो अंतिम क्षण तक विद्यार्थी रहते हैं, जिनमें सीखने की ललक होती है। आज पंचायत से लेकर पार्लियामेन्ट तक भाजपा की स्वीकारोक्ति देख सकते हैं। सुव्यवस्थित, शिक्षित, विकसित देश के लिए भाजपा सरकार जरूरी है। तीन साल में गंगानगर तक बहेगा सिन्धु जल, पाकिस्तान बून्द-बून्द के लिए तरसेगा। मध्यप्रदेश भाजपा की एक शानदार परंपरा रही है।
स्व. कुशाभाऊ ठाकरे अपने जीवन का क्षण-क्षण पार्टी को समर्पित किया है और स्वर्गीय राजमाता विजयाराजे सिंधिया एवं स्व. सुंदरलाल पटवा जी जैसे मनीषियों का इसे आशीर्वाद मिला है। हम सभी पार्टी के कार्यकर्ता हैं और पार्टी ने हमारी योग्यता तथा क्षमता के आधार पर हमें आगे बढ़ाया है, सांसद विधायक बनाया है। उदघाटन सत्र की प्रस्तावना भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने रखी। उदघाटन सत्र को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सम्बोधित किया। उद्घाटन सत्र के दौरान केन्द्रीय मंत्री शिवराजसिंह चौहान, भूपेन्द्र यादव, डीडी उइके, प्रदेश प्रभारी डॉ. महेन्द्र सिंह एवं प्रदेश के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा एवं राजेन्द्र शुक्ल मंचासीन रहे। संचालन प्रदेश महामंत्री व विधायक भगवानदास सबनानी ने किया।
डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने स्थापना की, पं. दीनदयाल जी ने विचार दिया
केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी ने कहा कि देश जब आजाद हुआ, उस समय कांग्रेस का शासन था और कांग्रेस पार्टी पर पूरी तरह पं. नेहरू हावी थे। उस समय नेहरू सरकार ने जो नीतियां बनाईं, उनमें देश की मिट्टी की सुगंध नहीं थी। उनमें हमारी चिर पुरातन संस्कृति का कोई प्रतिघोष नहीं था। वो पाश्चात्य संस्कारों से प्रेरित थीं। उस समय कई नेता थे, जो इन नीतियों से सहमत नहीं थे। उन्हीं में से एक थे डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी जो नेहरू मंत्रिमंडल में उद्योग मंत्री थे। पं. नेहरू ने जब नेहरू-लियाकत पैक्ट के फलस्वरूप कश्मीर में धारा 370 लगाई, तो डॉ. श्यामप्रसाद मुखर्जी जी ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उन्हें देश में एक ऐसी राजनीतिक पार्टी की आवश्यकता महसूस हुई, जो देश के इतिहास, धर्म, परंपरा और संस्कृति से जुड़ी हुई हो। इसी विचार से उन्होंने जनसंघ की स्थापना की। पं. दीनदयाल उपाध्याय ने इस दल की विचारधारा के बीज बोए। उन्होंने कहा कि ये पार्टी संगठन के आधार पर चलने वाली पार्टी होगी, जिसकी आत्मा उसके कार्यकर्ता होंगे। सरकार बनाना हमारा लक्ष्य नहीं होगा, बल्कि हम अपने सिद्धांतों के लिए सरकार बनाएंगे। उस समय लोगों ने जनसंघ का खूब मखौल उड़ाया, लेकिन आज जनसंघ से ही बनी भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ा राजनीतिक दल है। देश के 18 राज्यों में हमारी सरकारें हैं। सबसे ज्यादा सांसद, विधायक, जिला पंचायत, नगर पालिका, जनपद पंचायत और ग्राम पंचायतें हैं। आज पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक भाजपा ही दिखाई देती है। पार्टी का ये विकास और विस्तार कायर्कर्ताओं की 8 पीढ़ियों के परिश्रम और पुण्य का प्रतिफल है।
सरकार किसी की भी बने राज्य और देश समृद्धशाली होना चाहिए
केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने कहा था कि देश में दो निशान, दो विधान और दो प्रधान नहीं चलेंगे। धारा 370 हटाने के लिए कूच किए और उनकी हत्या हो गई। गौवंश पर सत्याग्रह, राम जन्मभूमि की यात्रा, एकता यात्रा, स्वर्ण जयंती भ्रष्टाचार मुक्त। धारा 370 के खिलाफ आंदोलन करते हुए डॉ. मुखर्जी ने देश की एक एक इंच की भूमि की सुरक्षा की। गौ हत्या पर प्रतिबंध, श्रीराम जन्मभूमि का कार्यक्रम सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का प्रतीक है।
जिस देश की सरकारें सामाजिक जीवन के लिए कार्य करती हो वह भाजपा ही है। सरकार राष्ट्रवादी, विकास को समर्पित, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की पोषक होना चाहिए। सरकार किसी की भी बनी हो वह राज्य और देश के लिए समृद्धशाली होना चाहिए। समृद्धि का मार्ग अंत्योदय का होना चाहिए। समाज के गरीब तबके को सबसे समृद्ध व्यक्ति तक पहुंचाने की प्रक्रिया है और देश को समृद्ध बनाना हमारा एकमात्र लक्ष्य है। देश के लिए बीमारू राज्य शब्द बड़ा चर्चा का विषय था। बिहार के लिए ‘‘बि’’ मध्यप्रदेश के लिए ‘‘एम’’ और राजस्थान के लिए ‘‘आर’’ और उत्तर प्रदेश के लिए ‘‘यू’’ शब्द का इस्तेमाल कर बीमारू शब्द बनाया गया था। आज देश देख रहा है कि यह चारों राज्य आज प्रगतिशील और समृद्धशाली बनकर अन्य राज्यों को पीछे छोड़ रहे है और लगातार आगे बढ़ रहे है। मध्यप्रदेश में जब भाजपा की सरकार बनी उस समय श्री शिवराजसिंह चौहान ने बागडोर संभाली। 20 वर्षों के कार्यकाल में उन्होंने मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य से निकालकर प्रगतिशील और समृद्धशाली राज्य की श्रेणी में लाकर खड़ा किया और उसकी तस्वीर बदल दी। इसी तरह छत्तीसगढ़ में 15 वर्षों तक भाजपा की सरकार बनी बीमारू राज्य से बाहर निकाला। राजस्थान श्रीमती वसुंधरा राजे के नेतृत्व में बीमारू राज्य से बाहर आया। उत्तर प्रदेश और बिहार भी एनडीए की सरकार बनी। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ और बिहार भी विकास की राह पर चल पड़े हैं और बीमारू राज्य से बाहर निकले है। भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार जिस राज्य में भी बनती है वहां अंत्योदय के आधार पर पं. दीनदयाल उपाध्याय के विचारों को आगे बढ़ाती है।
कार्यकर्ताओं की तपस्या के फल से 2014 में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी
केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी ने कहा भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की तपस्या के फल से ही 2014 में भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत मिली और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनी। 2024 से अब तक ग्यारह साल की सरकार में भाजपा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी और दीनदयाल उपाध्याय जी के बताए मूल सिद्धांतों पर चल रही है। इन ग्यारह सालों में अंत्योदय मूल लक्ष्य था। 60 करोड़ लोगों को पक्के आवास, बिजली, पानी, पांच लाख रूपए तक के आरोग्य की गारंटी, पांच किलो मुफ्त अनाज जैसी योजनाओं ने जीवन में परिवर्तन लाने कार्य किया है। 52 करोड़ जनधन खाते खोलने, उज्जवला योजना के तहत महिलाओं को निःशुल्क गैस कनेक्शन देने का कार्य किया। अगर आप इन योजनाओं को लेकर सोचेंगे तो आपको अपार खुशी होगी कि आप उस पार्टी के कार्यकर्ता हैं, जिसके नेता प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के 60 करोड़ से अधिक लोगों के जीवन में बदलाव लाने का कार्य किया है। इसका अनुभव जो होगा, वही कार्यकर्ता का पारिश्रमिक होता है। हमारी सरकार 80 करोड़ से अधिक लोगों को प्रति व्यक्ति पांच किलो अनाज भी दे रही है।
राष्ट्रीय सुरक्षा की बात करें तो जम्मू-कश्मीर को देश से अलग करने वाली धारा 370 को पांच अगस्त 2019 को हटा दिया गया। एक पत्थर भी जम्मू-कश्मीर में नहीं चला। कांग्रेस के नेता क्या-क्या बातें करते थे, कुछ नहीं हुआ। हमारी सरकार की एक और बहुत बड़ी उपलब्धि है, वह यह है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद अब जम्मू-कश्मीर के एक भी युवा अपने हाथों में बंदूक नहीं थाम रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान सेना के मुख्यालय में हमला कर नुकसान पहुंचा। पहलगाम हमले के बाद सिंधु जल समझौते को स्थगित किया। स्वर्गीय जवाहरलाल नेहरू के समय यह समझौता किया गया था। तीन साल के अंदर सिंधु के जल को नहरों से श्री गंगानगर तक लेजाया जायगा और एक बड़े भू-भाग में सिंचाई की सुविधा शुरू हो जाएगी। पाकिस्तान पानी के लिए बून्द-बून्द के लिए तरसेगा। पहलगाम में धर्म पूछकर मारा, अब खाने के लिए अनाज को तरसेंगे। उन्हें खाने के लिए विदेशों से अनाज मांगकर लाना पड़ेगा।
जो कार्य आजादी के साथ सालों में नहीं हुआ, ग्यारह सालों में कर दिखाया
केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में जब हमारी सरकार बनी तक देश की अर्थव्यवस्था 11वें नंबर पर थी। देश जब आजाद हुआ, तक भारत की अर्थव्यवस्था 15वें नंबर पर थी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने ग्यारह साल में अर्थव्यवस्था को ग्यारहवें नंबर से चौथे नंबर पर लेकर आए। इस कार्यकाल की समाप्ति से पहले देश की अर्थव्यवस्था को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे। जो कार्य आजादी के बाद साठ सालों में नहीं हुआ, वह हमारी सरकार में ग्यारह साल में कर दिखाया। हमारी सरकार ने 12 करोड़ शौचालय बनवाने के साथ 68 लाख रेहड़ी-पटरी वालों को ऋण दिलाने के साथ विश्व के डिजिटल ट्रांजेक्शन का 49 प्रतिशत भारत में कराने का रिकॉर्ड बनाया। नक्सल हिंसा को हमने लगभग देश से पूरी तरह समाप्त कर दिया है।
प्रथम सत्र को केन्द्रीय मंत्री श्री भूपेन्द्र यादव ने ‘‘लोक व्यवहार एवं समय प्रबंधन, व्यक्तित्व कौशल’’ विषय पर संबोधित किया, जिसकी अध्यक्षता प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्रीमती अर्चना चिटनीस ने की। द्वितीय सत्र को केन्द्रीय मंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने ‘‘विकसित भारत-मोदी सरकार के परिवर्तनकारी कदम’’ विषय पर संबोधित किया, जिसकी अध्यक्षता केन्द्रीय मंत्री श्री डीडी उइके ने की। तृतीय सत्र में तीन समानान्तर सत्रों को केन्द्रीय मंत्री श्री वीरेन्द्र कुमार खटिक, प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल एवं सांसद श्री सुधीर गुप्ता ने संबोधित किया।