Honey Trap: एसआइटी ने पेन ड्राइव पेश करने के बजाय कोर्ट से मांगा समय
Honey Trap: एसआइटी ने पेन ड्राइव पेश करने के बजाय कोर्ट से मांगा समय

Honey Trap: एसआइटी ने पेन ड्राइव पेश करने के बजाय कोर्ट से समय मांगा। प्रदेशभर में चर्चित रहे हनी ट्रैप कांड में इंदौर जिला न्यायालय में सोमवार को सुनवाई हुई। इस मामले में गठित एसआइटी को कोर्ट के सामने हनी ट्रैप से जुड़ी पेन ड्राइव जब्ती के बारे में तथ्य पेश करना थे।
साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ से भी पूछताछ करनी थी। हालांकि एसआइटी ने सुनवाई के दौरान जांच के तथ्य और पेन ड्राइव पेश करने के बजाय कोर्ट से समय मांग लिया। कोर्ट में एसआइटी ने विभागीय फेरबदल तो कारण बताया ही, शासकीय अधिवक्ता ने यह भी कह दिया कि मामले की जांच में कमल नाथ सहयोग नहीं कर रहे। अगली सुनवाई 10 फरवरी को होगी।
एसआइटी को कोर्ट के सामने न केवल पेन ड्राइव जब्ती पर तथ्य रखने थे, बल्कि प्रकरण में कोर्ट द्वारा मांगे गए बिंदुओं पर जांच की दिशा भी स्पष्ट करते हुए जवाब देना था। एसआइटी प्रमुख की ओर से कोर्ट में जवाब प्रस्तुत होना था। सरकार ने एडीजी इंटेलिजेंस रहे विनय कटियार को कुछ दिन पहले ही एसआइटी प्रमुख नियुक्त किया है। उनकी नियुक्ति के बाद हनी ट्रैप मामले में होने वाली यह पहली सुनवाई थी। शासकीय अधिवक्ता ने इसी सरकारी फेरबदल को कारण बताते हुए कोर्ट से समय मांगा।
इसलिए कोर्ट से लिया समय
अधिवक्ता ने कहा कि क्योंकि एसआइटी चीफ नए हैं, बीते दिनों से वे ट्रेनिंग पर भी थे। ऐसे में उन्हें प्रकरण में जवाब प्रस्तुत करने के लिए कुछ समय दिया जाए। कोर्ट ने आग्रह स्वीकार करते हुए मामले की सुनवाई के लिए अगली तारीख निर्धारित कर दी। मामले में अगली सुनवाई अब 10 फरवरी को होगी।
हरभजन ने की थी शिकायत
हनी ट्रैप मामला सितंबर 2019 में सामने आया था। इंदौर नगर निगम के चीफ इंजीनियर हरभजन सिंह ने पलासिया पुलिस थाने में लिखित शिकायत की थी कि कुछ युवतियां उन्हें अश्लील वीडियो के नाम पर ब्लैकमेल कर रही हैं। ये युवतियां तीन करोड़ रुपये की मांग कर रही हैं। पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पांच महिलाओं को गिरफ्तार किया था। इंदौर की एक होटल में ये वीडियो बना था।
सभी आरोपित महिलाएं फिलहाल जमानत पर
बाद में इस मामले की परतें उधड़ती गई तो पता चला कि कुछ महिलाएं हनी ट्रैप के जरिये तमाम सरकारी टेंडर भी हासिल कर चुकी हैं। महिलाओं के पास प्रदेश के कुछ बड़े नौकरशाहों से जुड़े वीडियो होने की बात भी सामने आई थी। आरोपित सभी महिलाएं फिलहाल जमानत पर हैं। पांच वर्ष पुराने इस मामले में जिला न्यायालय इंदौर में सुनवाई चल रही है।
कमल नाथ के पास कैसे पहुंची पेन ड्राइव और सीडी?
21 मई 2021 को पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि उनके पास हनी ट्रैप मामले की सीडी और पेन ड्राइव है। आरोपितों में से एक की तरफ से जिला न्यायालय में आपत्ति प्रस्तुत करते हुए सवाल उठाया था कि यह बात स्पष्ट होना चाहिए कि कमल नाथ के पास यह पेन ड्राइव और सीडी कहां से और कैसे पहुंची।
एसआइटी को कोर्ट में देना था यह जवाब
इस पर एसआइटी ने कोर्ट को बताया था कि कमल नाथ से पेन ड्राइव और सीडी जब्त करने के लिए उन्हें नोटिस जारी किया गया है। सोमवार को होने वाली सुनवाई में एसआइटी को यही बताना था कि नोटिस जारी करने के बाद क्या हुआ। कमल नाथ ने नोटिस का क्या जवाब दिया और क्या एसआइटी ने उनसे पेन ड्राइव और सीडी जब्त कर ली है।