
नई दिल्ली। जालंधर से सांसद एवं पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने आज सदन में तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश में आज अघोषित आपातकाल है। मशहूर सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या पर परिवार को अब तक इंसाफ नहीं मिला, यह एक इमरजेंसी है। 20 लाख लोगों द्वारा खडूर साहिब से चुने गए सांसद अमृतपाल सिंह को एनएसए के तहत जेल में बंद किया गया है, यह भी एक इमरजेंसी है
चन्नी की लोकसभा सत्र के दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और जालंधर के सांसद चरणजीत सिंह चन्नी के बीच तीखी बहस चली। दोनों ने एक-दूसरे पर कई तरह के आरोप लगाए।
उधर इस बहस के बाद मुख्यमंत्री मान ने कहा कि जहां तक प्रदेश के लॉ एंड ऑर्डर की बात है, वह कानून के दायरे में ही रहकर चलेंगे, वह एक सांसद के नहीं, बल्कि साढ़े तीन करोड़ जनता के कस्टोडियन हैं। जिस संविधान ने उन्हें चुनाव लड़ने का अधिकार दिया, अगर वह संविधान आगे चलकर जो भी फैसला लेगा, उन्हें मंजूर होगा।
भाजपा के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने एनएसए के तहत जेल में बंद अमृतपाल सिंह पर दिए बयान पर कहा कि कांग्रेस को इसका जवाब देना चाहिए कि क्या वह खालिस्तानियों का समर्थन करते हैं, जिन्होंने 1984 में इंदिरा गांधी का कत्ल किया। क्या कांग्रेस भारत के टुकड़े-टुकड़े गैंग का समर्थन करती है, कांग्रेस हमेशा खालिस्तानी और आतंकियों की बात करती है।
संसद में केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और जालंधर के सांसद चरणजीत सिंह चन्नी के बीच तीखी तकरार हुई। बजट भाषण पर अपनी प्रतिक्रिया रखते हुए चन्नी ने केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू पर निशाना साधा। चन्नी ने कहा कि भाजपा के मंत्री बिट्टू के दादा पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह शहीद हुए थे, लेकिन वह उस दिन नहीं मरे, वह तो उस दिन मरे, जिस दिन बिट्टू ने कांग्रेस छोड़ी दी। इस पर सदन अध्यक्षता कर रहीं संध्या राय ने चन्नी को व्यक्तिगत टिप्पणी करने से रोका। लेकिन चन्नी ने जवाब दिया कि बिट्टू बीच में टोक रहे हैं और उन्हें परेशान कर रहे हैं। चन्नी ने एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी और ईस्ट इंडिया कंपनी में कोई अंतर नहीं है। उनमें सिर्फ रंग का अंतर है। इस पर केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू खड़े हो गए और उन्होंने चन्नी को जवाब देते हुए कहा कि उनके दादा पूर्व सीएम बेअंत सिंह देश के लिए शहीद हुए थे, न कि कांग्रेस के लिए। उन्होंने चन्नी पर तंज कसते हुए कहा कि वह गरीबी की बात करते हैं, जबकि पूरे पंजाब में देखा जाए तो उनसे ज्यादा अमीर और भ्रष्ट कोई आदमी नहीं है, तो वह अपना नाम बदल लें। उनका नाम मी-2 में है, सभी मामलों में उनका नाम है। हजारों करोड़ के मालिक यह चन्नी किसे गोरा कह रहे हैं। सोनिया गांधी पहले बताएं कि वह कहां से हैं। इस आमने-सामने की भिडंत के कारण सदन की कार्रवाई को आधे घंटे दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित तक करना पड़ा।
बजट पर चन्नी ने केंद्र सरकार को घेरा
चन्नी ने बजट में पंजाब का नाम तक नहीं लिए जाने पर केंद्र की भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने सवाल उठाया कि इस बजट में पंजाब के लिए कुछ नहीं दिया गया है। जालंधर का चमड़ा और खेल उद्योग डूब रहा है। स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल है। रेलवे अंडरब्रिज की कोई बात नहीं हुई। नशा इतना फैल चुका है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद कहा था कि आदमपुर एयरपोर्ट का नाम महर्षि वाल्मीकि के नाम पर रखा जाना चाहिए, लेकिन आज तक ऐसा नहीं किया गया। पिछले 10 साल में पेट्रोल की कीमत 23 रुपये और डीजल की कीमत 35 रुपये प्रति लीटर बढ़ गई।