आचार्य विघासागर महराज की शिष्या के सानिध्य में मनाया गया गुरू पूर्णिमा पर्व

कटनी। श्री 108 परम पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी की 105 परम पूज्य अज्ञानुवर्ती शिष्या श्री 105 भावनामति, परम पूज्य 105 सदयमति, परम पूज्य 105 भक्तिमति माता जी के परम सानिध्य में गुरू पूर्णिमा दिवस जैन बोर्डिंग परिसर में श्री सकल दिगम्बर जैन समाज पंचायत समिति के तत्वाधान मेंं मनाया गया। इस अवसर पर समाज के श्रेष्ठीजनो एवं बारह से पधारे धर्मानुरागी बन्धुओं के द्वारा आचार्य श्री जी के चित्र के समीप दीप प्रज्जवलन करने के पश्चात् श्री 108 शांतिसागर रात्रिकालीन पाठशाला की बालिकाओं द्वारा संगीतमय नृत्य के साथ मंगलाचरण प्रस्तुत करने के पश्चात् आचार्य श्री जी के पूजन के बढ़ी श्रद्धा भक्ति के साथ नगर के सभी जैन मंदिरों एवं पंचायत महासभा, अखिल भारतवर्षीय दिगम्बर जैन महिला परिषद, दिगम्बर जैन सोशल गु्रप मैन, जिनाज्ञा परिवार, गुरूभक्त मंडल, ज्ञानोदय संगीत मंडल, जैन बालिका मंडल, नवयुवक सभा, अनेकांत परिषद, बंगला जैन महिला मंडल, प्रतिभास्थल की ब्राम्चारणी दीदी के साथ समाज की समस्त संस्थाओं की पदाधिकारियों एवं सदस्यों द्वारा अद्र्य चढ़ाकर पुण्य लाभ लिया गया। पाठशाला समिति के बालक-बालिकाओं द्वारा आचार्य श्री जी की जीवन यात्रा से संबंधित प्रसंगों पर नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई। जिसे उपस्थित जनसमुदाय द्वारा सराहा गया। आर्यिका संघ को शास्त्र भेंट करने का सौभाग्य राकेश कुमार, मनीष कुमार अशोकनगर, कमल कुमार, एश्वर्य कुमार बर्तन वाले, शरद कुमार, सतीश कुमार, मनीष कुमार, सरावगी परिवार एवं शांतिधारा करने का सौभाग्य उत्तमचंद, अनुराग, अनूप कुमार एवं राकेश कुमार, मनीष कुमार (माता श्री) के गृहस्थ जीवन के भाई को प्राप्त हुआ। कार्यक्रम का संचालन जबलपुर से पधारे बाल ब्रम्हाचारी नरेश भैया, सहमंत्री दीपू जैन एवं रूची दीदी द्वारा किया गया।