Gold Price: सोने की कीमतों में उथल-पुथल: क्या ₹1 लाख तक पहुंचेंगे दाम?
Gold Price: सोने की कीमतों में उथल-पुथल: क्या ₹1 लाख तक पहुंचेंगे दाम?

Gold Price: सोने की कीमतों में उथल-पुथल: क्या ₹1 लाख तक पहुंचेंगे दाम?। हाल ही में सोने की कीमतों में भारी उछाल आया है, जिससे निवेशकों में उत्साह और चिंता दोनों हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की कीमत $3,357.40 प्रति औंस तक पहुंच गई है, जो कि एक नया रिकॉर्ड है । गोल्ड को ₹1 लाख तक पहुंचने के लिए अब सिर्फ 5% और बढ़ना है।
Gold Price: सोने की कीमतों में उथल-पुथल: क्या ₹1 लाख तक पहुंचेंगे दाम?
क्यों बढ़ रही हैं कीमतें?
ग्लोबल अनिश्चितता – ट्रेड वॉर, डॉलर में कमजोरी और मंदी का डर।
सेफ हैवन डिमांड – जब बाजार डगमगाते हैं, तो लोग गोल्ड में निवेश करते हैं।
फिजिकल डिलीवरी की मांग – लोग कैश की जगह असली सोना ले रहे हैं।
आगे क्या हो सकता है?
एक्सपर्ट्स की राय बंटी हुई है:
Source अनुमान
Bank of America COMEX पर गोल्ड $3,500/oz तक जा सकता है (2 साल में)
Goldman Sachs 2025 के अंत तक $3,300/oz
Morningstar 40% की गिरावट संभव – गोल्ड $1,820/oz तक आ सकता है
❗ मॉर्निंगस्टार की चेतावनी:
सप्लाई बढ़ रही है, डिमांड वैसी नहीं।
निवेशकों की रुचि घट सकती है।
MCX पर गोल्ड ₹55,000–₹56,000 तक गिर सकता है (अगर गिरावट हुई)।
मुख्य कारण:
ट्रंप टैरिफ्स: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ्स ने वैश्विक व्यापार में अनिश्चितता बढ़ाई है, जिससे निवेशक सुरक्षित निवेश की ओर रुख कर रहे हैं।
केंद्रीय बैंकों की खरीदारी:
केंद्रीय बैंक सोने की खरीदारी बढ़ा रहे हैं, जिससे मांग में वृद्धि हो रही है।
चीन की नीति में बदलाव: चीन में बीमा कंपनियों को अपने कुल संपत्ति का 1% तक सोने में निवेश करने की अनुमति मिलने से सोने की मांग में वृद्धि हुई है ।
भारत में प्रभाव:
भारत में सोने की कीमत ₹95,000 प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गई है, और विशेषज्ञों का अनुमान है कि यह ₹1 लाख तक जा सकती है। इसकी वजह से निवेशकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय है, क्योंकि आगामी त्योहारों और शादी के मौसम में सोने की मांग और बढ़ सकती है।
निवेशकों के लिए सलाह:
मुनाफा बुकिंग: जो निवेशक पहले ही सोने में निवेश कर चुके हैं, उनके लिए यह मुनाफा बुक करने का समय हो सकता है।
लंबी अवधि की रणनीति: जो निवेशक लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं, उन्हें बाजार की अस्थिरता को ध्यान में रखते हुए निवेश करना चाहिए।
विविधीकरण: केवल सोने में निवेश करने के बजाय, पोर्टफोलियो में विविधीकरण करना समझदारी हो सकती है।
लेकिन ऐसा तुरंत नहीं होगा:
विशेषज्ञ जतीन त्रिवेदी कहते हैं कि ट्रेड वॉर, मंदी और जियो-पॉलिटिकल टेंशन अभी भी कायम हैं।
इसलिए फिलहाल बड़ी गिरावट की संभावना कम है।
क्या करें निवेशक?
अगर आपने कम कीमत पर खरीदा है, तो थोड़ा मुनाफा बुक करना समझदारी हो सकती है।
लेकिन अगर गोल्ड की तरफ लंबी अवधि की नजर है, तो होल्ड करना भी ठीक है।
निष्कर्ष:
सोने की कीमतों में वर्तमान उछाल वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और केंद्रीय बैंकों की खरीदारी के कारण है। हालांकि, निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और अपने निवेश निर्णयों में विवेक का उपयोग करना चाहिए।