सोना हुआ सस्ता? निवेशकों के लिए सुनहरा मौका या रिस्क? जानें भविष्यवाणी
सोना हुआ सस्ता? निवेशकों के लिए सुनहरा मौका या रिस्क? जानें भविष्यवाणी

Gold Rate Prediction: सोना हुआ सस्ता? निवेशकों के लिए सुनहरा मौका या रिस्क? जानें भविष्यवाणी । आर्थिक अनिश्चितता के दौर में सोना सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है। अमेरिका में राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप की ताजपोशी के बाद से ही पूरे विश्व में आर्थिक विषमता के काले बादल मंडराने लगे और सोने ने इसको भुनाते हुए रफ्तार पकड़ी।
सोना हुआ सस्ता? निवेशकों के लिए सुनहरा मौका या रिस्क? जानें भविष्यवाणी
सोने की तेजी से सब चकित रह गए। इस वर्ष की शुरुआत सोने ने लगभग ₹78000 के भाव से शुरुआत की और ₹100000 के उच्च स्तर को छुआ। हालांकि पांच अंको में उच्च स्तर पर विशेषज्ञ सोने को अधिक मूल्यांकित मान रहे थे। यह आकलन सही भी रहा।
इस काल में सोने ने बहुत शानदार रिटर्न तो दिया लेकिन यह रिटर्न ना तो विशेषज्ञों को, ना बुलियन डीलरों को, ना व्यापारियों को और ना खरीदारों को रास आया क्योंकि किसी भी तकनीकी विशेषज्ञ, या विश्लेषक या तकनीकी चार्ट रीडर को ये अपेक्षित नहीं था।
इस सत्र में सोना सिर्फ खबरों पर आधारित रहा और ट्रंप की बेबाक बयानबाजी के इर्द-गिर्द घूमता रहा। पूरा विश्व जो व्यापार युद्ध में ट्रम्प द्वारा झोंक दिया गया था,अब उस पर ट्रम्प का रुख नरम पड़ा और चीन के साथ बातचीत कर जो टेरिफ में कटौती कर, आपसी व्यापार पर सहमति बनी है , साथ ही साथ ट्रम्प द्वारा मध्य पूर्व की यात्रा में सभी देशों को साधने की कोशिश से सोने में थोड़ी नरमी देखी जा रही है।
सोने में करेक्शन का एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि विभिन्न देशों की मुद्रा जैसे युआन, यूरो, ताइवान डॉलर, पाउंड आदि ने पिछले कुछ दिनों में अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं। साथ ही बिटकॉइन में भी अच्छी तेजी देखी जा रही है।
ट्रम्प का भी क्रिप्टोकरंसी के प्रति रुख सकारात्मक रहा है। अब आगे ओर परिस्थितियों सुधरती है और ट्रंप का यू टर्न वाला रुख में सुधार आता है, तो स्थिरता आएगी और सोना 85000 से 90000 के बीच आ सकता है।
सोने में आये इस करेक्शन को निवेशकों, यूज़र्स , व्यापारियों को सकारात्मक लेना चाहिए और इसमें खरीदी के सही मौके ढूढना चाहिए, क्योंकि सोने में केंद्रीय बैंक का खरीदी का सतत रुझान, इस धातु बहुत को आकर्षक बनाता है। सोना हुआ सस्ता? निवेशकों के लिए सुनहरा मौका या रिस्क? जानें भविष्यवाणी