baba siddiqui महाराष्ट्र की राजनीति में एक प्रमुख चेहरा रहे पूर्व विधायक बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी पर बांद्रा ईस्ट में दिल दहला देने वाली फायरिंग की घटना सामने आई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, सिद्दीकी पर तीन लोगों ने बांद्रा स्थित खेरवाड़ी सिग्नल के पास 2 से 3 राउंड फायरिंग की। हमले के तुरंत बाद उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
इस वारदात के समय सिद्दीकी, जो अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के प्रमुख नेता थे, जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के पास मौजूद थे। घटना के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
कौन थे बाबा सिद्दीकी?
बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी महाराष्ट्र की बांद्रा वेस्ट विधानसभा सीट से तीन बार के विधायक थे और मुंबई कांग्रेस के एक प्रमुख अल्पसंख्यक चेहरा माने जाते थे। कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन की सरकार में उन्होंने मंत्री के रूप में भी कार्य किया। हालांकि, इस साल फरवरी में उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा देकर अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी में शामिल होने का फैसला किया।
सिद्दीकी का कांग्रेस से जुड़ाव किशोर अवस्था में हुआ था, और उन्होंने पार्टी में 48 साल का लंबा सफर तय किया। उन्होंने कांग्रेस से नाता तोड़ते समय कहा था कि यह उनके लिए एक भावनात्मक क्षण था, लेकिन राजनीतिक परिस्थितियों ने उन्हें यह कदम उठाने के लिए मजबूर किया। 12 फरवरी, 2024 को वह एनसीपी में शामिल हुए थे।
घटना के बाद की स्थिति
बाबा सिद्दीकी पर हमले के बाद मुंबई के राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में गहरा शोक व्याप्त है। सिद्दीकी की हत्या के बाद उनके समर्थक और शुभचिंतक गहरे सदमे में हैं। पुलिस ने मामले की तहकीकात शुरू कर दी है, और शहर भर में सुरक्षा को और कड़ा कर दिया गया है।
इस फायरिंग ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचा दी है, और राजनीतिक गलियारों में इसे लेकर चर्चा तेज हो गई है कि आखिर यह हमला क्यों और किसने किया।