AI बूम के बावजूद खर्च नियंत्रण जरूरी: Microsoft ने 9,000 नौकरियाँ खत्म की
AI बूम के बावजूद खर्च नियंत्रण जरूरी: Microsoft ने 9,000 नौकरियाँ खत्म की

AI बूम के बावजूद खर्च नियंत्रण जरूरी: Microsoft ने 9,000 नौकरियाँ खत्म की। टेक इंडस्ट्री की दिग्गज कंपनियों में इन दिनों हड़कंप मचा हुआ है. माइक्रोसॉफ्ट एक बार फिर बड़ी छंटनी की तैयारी कर रही है, जिससे करीब 9,000 कर्मचारियों की नौकरियां खतरे में पड़ सकती हैं. यह इस वर्ष की दूसरी सबसे बड़ी छंटनी होगी, जिससे वैश्विक रोजगार बाजार में चिंता की लहर दौड़ गई है।
AI बूम के बावजूद खर्च नियंत्रण जरूरी: Microsoft ने 9,000 नौकरियाँ खत्म की
इससे पहले मई 2025 में कंपनी ने 6,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था. अब दो महीने के भीतर यह दूसरी बड़ी कटौती मानी जा रही है।
कंपनी ने क्या कहा? (Microsoft Layoffs)
CNBC की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस छंटनी से माइक्रोसॉफ्ट के कुल कर्मचारियों का करीब 4% हिस्सा प्रभावित होगा. कंपनी का कहना है: “हम संगठनात्मक ढांचे में बदलाव कर रहे हैं, ताकि बदलते बाज़ार और ग्राहकों की आवश्यकताओं के अनुसार स्वयं को बेहतर रूप से ढाला जा सके.”
हालाँकि यह बयान रणनीतिक सुधार की ओर संकेत करता है, लेकिन इसके पीछे की सच्चाई यह है कि हज़ारों परिवारों की आजीविका पर संकट मंडरा रहा है।
बीते दो वर्षों में हज़ारों नौकरियां गईं (Microsoft Layoffs)
माइक्रोसॉफ्ट के कर्मचारियों को पिछले कुछ समय से लगातार छंटनी का सामना करना पड़ रहा है.
- 2023 में कंपनी ने 10,000 कर्मचारियों की छंटनी की थी.
- 2024 के मध्य तक, माइक्रोसॉफ्ट के पास कुल 2,28,000 कर्मचारी थे.
- अब तक की गई छंटनियों को जोड़ने पर यह आंकड़ा लगातार घटता जा रहा है.
यह छंटनी कंपनी के इतिहास की सबसे बड़ी छंटनियों में से एक मानी जा रही है।
हैरानी की बात यह है कि इतनी बड़ी छंटनी के बावजूद माइक्रोसॉफ्ट के शेयरों में पिछले एक साल में 7% की बढ़ोतरी देखी गई है.
- 2025 की शुरुआत से अब तक, कंपनी के शेयरों में लगभग 17% का इजाफा हुआ है.
- 2 जुलाई 2025 को, माइक्रोसॉफ्ट का शेयर 491 डॉलर पर कारोबार कर रहा था.
यह दर्शाता है कि कंपनी मानव संसाधन से ज़्यादा मुनाफे और परिचालन दक्षता को प्राथमिकता दे रही है।
माइक्रोसॉफ्ट की शुरुआत और आज की स्थिति (Microsoft Layoffs)
आज माइक्रोसॉफ्ट को दुनिया की सबसे प्रभावशाली टेक कंपनियों में से एक माना जाता है, लेकिन इसकी शुरुआत एक छोटे से मिशन के साथ हुई थी.
- 1975 में बिल गेट्स और पॉल एलन ने मिलकर माइक्रोसॉफ्ट की नींव रखी थी.
- उस समय अमेरिका में टाइपराइटर का दौर था और कंप्यूटर एक कल्पना की तरह था.
- पहला प्रोजेक्ट था: Altair 8800 कंप्यूटर के लिए सॉफ्टवेयर बनाना.
- 1985 में, माइक्रोसॉफ्ट ने पहला ऑपरेटिंग सिस्टम लॉन्च किया, जिसने तकनीकी क्रांति की नींव रखी.
आज यह कंपनी AI, क्लाउड कंप्यूटिंग, सॉफ्टवेयर, गेमिंग और एजुकेशन जैसे क्षेत्रों में अग्रणी है — लेकिन साथ ही, मानव संसाधन में कटौती के लिए भी चर्चा में रहती है।
क्या यह बदलाव टेक इंडस्ट्री की नई दिशा है? (Microsoft Layoffs)
बार-बार की छंटनी यह सवाल खड़ा करती है कि क्या अब टेक कंपनियां स्थायित्व की कीमत पर लाभ और विकास को प्राथमिकता दे रही हैं?
- AI और ऑटोमेशन के आगमन के साथ, मानव कर्मचारियों की भूमिका सीमित होती जा रही है.
- शेयरधारकों के दबाव में कंपनियां लागत कम करने के नाम पर कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं.
इसका प्रभाव न केवल तकनीकी प्रतिभा पर, बल्कि वैश्विक श्रम बाज़ार पर भी पड़ रहा है.