Doctor Help line: बड़ी बीमारियों से खुद को ऐसे बचाते हैं बड़े डॉक्टर्स, व्यायाम और संतुलित खाना बचाएगा हार्ट अटैक- कैंसर से
Doctor Help line: बड़ी बीमारियों से खुद को ऐसे बचाते हैं बड़े डॉक्टर्स, व्यायाम और संतुलित खाना बचाएगा हार्ट अटैक- कैंसर से

Doctor Help line: बड़ी बीमारियों से खुद को ऐसे बचाते हैं बड़े डॉक्टर्स, व्यायाम और संतुलित खाना बचाएगा हार्ट अटैक- कैंसर से, नेशनल डॉक्टर्स डे पर जागरण प्राइम ने देश के अलग-अलग विशेषज्ञ डॉक्टरों से जाना कि वे अपने आप को कैसे बड़ी बीमारियों से बचाते हैं। अपनी बिजी रूटीन के बीच वे कैसे अपनी सेहत का ख्याल रखते हैं। डॉक्टरों ने बताया कि वर्तमान में कैसे गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। इसके लिए कौन से हेल्थ टिप्स फॉलो करने चाहिए।
बीमारी होने का डर और उससे बचने के उपाय को लेकर क्या सिर्फ हम या आप ही सतर्क रहते हैं, क्या मरीजों की देखभाल करने वाले डॉक्टरों को इसकी चिंता नहीं रहती है? ऐसा नहीं है, डॉक्टर भी अपनी सेहत और खानपान को लेकर उतने ही चिंतित रहते हैं, जितना हम। या कहें तो हमसे ज्यादा उन्हें अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना होता है। रोजाना 12-14 घंटे की ड्यूटी, मरीजों के बीच रहने, जटिल सर्जरी व ऑपरेशन के साथ अपने आप को शारीरिक के साथ मानसिक रूप से फिट रखने के लिए वे भी अनिवार्य रूप से अपनी दिनचर्या में एक्सरसाइज, योग, वॉक, दौड़, खानपान को शामिल करते हैं। नेशनल डॉक्टर्स डे पर जागरण प्राइम ने अलग-अलग फील्ड के आधा दर्जन से अधिक डॉक्टरों से बात की और जाना कि आखिर वे कैसे अपने आपको फिट रखते हैं। उनकी लाइफ का फिटनेस मंत्र क्या है। वर्तमान समय व आने वाले दिनों में कौन सी बड़ी बीमारी है, जिससे लोगों को बचने की सलाह देना चाहते हैं, इससे खुद को कैसे बचाते हैं। इसे लेकर चार एम्स के डायरेक्टर- विशेषज्ञों, दिल्ली, गुरुग्राम, भोपाल, रायपुर, पटना के डॉक्टरों से बात की गई। उन्होंने बताया कि कम उम्र में हार्ट, कैंसर से जुड़ी बीमारियों की बढ़ती समस्या से बचने का उपाय अपनी दिनचर्या में अनिवार्य रूप से आधे-एक घंटे की कसरत, संतुलित खानपान को शामिल करना है। इससे कई बड़ी बीमारियों से बचा जा सकता है।
नियमित एक्सरसाइज, खानपान पर नियंत्रण के साथ परिवार के साथ समय बिताना
(डॉ. जयेश लेले, पूर्व वाइस प्रेसिडेंट, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन)
सेल्फ फिटनेस मंत्र- विशेषज्ञ डॉक्टर के तौर पर दिनभर व्यस्त रहने के साथ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारी की जिम्मेदारी भी निभानी होती है। अपने आप को शारीरिक रूप से फिट रखने के लिए आत्म अनुशासन होना जरूरी है। शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ होने पर ही हम सही तरीके से मरीजों का इलाज कर पाएंगे। इसके लिए मैं नियमित फिटनेस ट्रेनिंग के साथ खानपान पर नियंत्रण रखता हूं। रोजाना दिनचर्या में पैदल चलना, योग, कसरत, प्रोटीन युक्त खानपान के साथ 7-8 घंटे की नींद लेता हूं। मानसिक शांति के लिए अपने पंसदीदा काम के साथ परिवार के साथ समय बिताता हूं।
एक्सपर्ट एडवाइजर- आज सबसे बड़ी समस्या गैर संचारी रोग (एनसीडी) जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलते हैं, जैसे कि कैंसर, हार्ट से जुड़ी बीमारी, डायबिटीज, क्रोनिक किडनी रोग, सांस संबंधित रोग, ब्रेन स्ट्रोक के साथ अन्य बड़ी बीमारियां हैं, जो हमारी बिगड़ती लाइफ स्टाइल के कारण हो व बढ़ रही हैं। अधिकतर बड़ी बीमारियां हमारी दिनचर्या व खानपान के कारण ही हैं, इससे बचा जा सकता है। दवा व इलाज से पहले इन बीमारियों को होने से रोकना आपके ही हाथ में ही है। इनसे बचने के लिए अपनी डेली रुटीन में 30-40 मिनट का नियमित व्यायाम जरूर शामिल करें। साल में एक बार अनिवार्य रूप से बॉडी टेस्ट व स्क्रीनिंग कराएं। तंबाकू व स्मोकिंग से बचें।
फिजिकल के साथ मेंटल हेल्थ को फिट रखना होगा, नियमित चेकअप
(डॉ. अजय सिंह, कार्यपालक निदेशक, एम्स भोपाल)
सेल्फ फिटनेस मंत्र- डॉक्टरी के व्यस्त पेशे में अपने आप को शारीरिक व मानसिक दोनों रूप से फिट रखना जरूरी है। मैं अपनी डेली रुटीन की शुरूआत सुबह 5.25 बजे करता हूं। एक घंटे एक्सरसाइज के बाद सुबह प्रोटीन युक्त नाश्ता। बिना चीनी वाली चाय और शाम सात बजे तक डिनर करना शामिल है। रात को जल्दी सोने के साथ 7-8 घंटे की नींद पूरी करना। अपनी फिटनेस के लिए संतुलित आहार के साथ लाल मांस, तले-भुने खाद्य पदार्थों से परहेज के साथ नियमित हेल्थ चेकअप कराता हूं। व्यायाम- योग से शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक स्वास्थ्य को लाभ मिलता है।
एक्सपर्ट एडवाइज- आज कल कम उम्र के लोगों में भी बड़ी बीमारी का होना चिंता का विषय है। हार्ट और कैंसर से जुड़ी बीमारियों के साथ डायबिटीज के मामले भी युवाओं में देखे जा रहे हैं। इसके लिए सबसे बड़ा फैक्टर लाइफ स्टाइल है। अनियमित जीवनशैली के साथ बिगड़े खानपान के कारण कई बड़ी बीमारियां हो रही हैं। इससे लिए लाइफ स्टाइल को सुधारना होगा। इसमें सुधार करने से ही कैंसर व हार्ट जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है।
मानसिक रोग से युवाओं को बचाने के लिए हो प्रयास, पॉलिसी बने
(डॉ. गोपाल कृष्ण पाल, कार्यकारी निदेशक, एम्स पटना और एम्स गोरखपुर)
सेल्फ फिटनेस मंत्र- डॉक्टर होने के नाते हमें शरीर विज्ञान और संरचना को लेकर जानकारी है कि कैसे यह काम करता है और इसमें सुधार किया जा सकता है। मैं नियमित रूप से योग प्राणायाम करता हूं। अपने खानपान और नींद नियंत्रण को लेकर मैं बेहद सतर्क रहता हूं। जरूरत के हिसाब से नींद और व्यायाम- योग से अपने आपको शारीरिक व मानसिक तौर पर फिट रखने की कोशिश करता हूं।
एक्सपर्ट एडवाइज- आज भारत समेत दुनियाभर में डायबिटीज, हाइपरटेंशन और हार्ट से जुड़ी बीमारियों के अलावा मेंटल हेल्थ एक बड़ी समस्या के रूप में बढ़ता जा रहा है। इसके ज्यादातर शिकार अब युवा हो रहे हैं। इससे बचाने के लिए युवाओं को मेंटल हेल्थ सर्वे, स्क्रीनिंग ऑफ पापुलेशन एट रिस्क, मन व शारीरिक रेस्ट के लिए ऐसी एजुकेशन पॉलिसी, स्कूल-कॉलेजों में सामाजिक व मनोरोग विशेषज्ञों की नियुक्ति, स्कूलों में शिक्षक व मेंटर्स द्वारा काउंसिलिंग जैसी सुविधा बढ़ाने से स्ट्रेस से जुड़ी बीमारियों को कम किया जा सकता है। मेंटल हेल्थ की समस्या को कम करने के लिए पाठ्यक्रम में खेल और योग को शामिल करना और उसका नियमित रूप से अभ्यास जरूरी है।
हमारे लिए फिटनेस सबसे बड़ा चैलेंज, 7-8 घंटे की नींद बहुत जरूरी
(डॉ. मनवीर भाटिया, सीनियर न्यूरोलॉजिस्ट एंड स्लीप स्पेशलिस्ट, दिल्ली)
सेल्फ फिटनेस मंत्र- डॉक्टर होने के नाते हमें अपना ख्याल और ज्यादा रखना होता है, क्योंकि अगर हम ही फिट नहीं रहेंगे तो पेशेंट का सही इलाज कैसे करेंगे। बिजी रूटीन में यह हमारे से लिए ज्यादा चैलेंजिंग हैं। मैं अपने आप को फिट रखने के लिए रोजाना 45-50 मिनट का वॉक करती हूं। अगर यह एक समय पर नहीं हो पाया तो दिन में इसे दो टाइम में बांट लेती हूं। हफ्ते में तीन दिन योग। 7-8 घंटे की पूरी नींद लेती हूं। मन की शांति और सुकून के लिए कुछ समय प्रेयर करती हूं। इसके अलावा जो पसंदीदा काम है, दोस्तों के साथ बातें करना, वह भी करती हूं। इससे मन को बहुत शांति मिलती है।