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DIG की खाली पोस्ट के पेंच से जबलपुर-कटनी के 393 पुलिस कर्मियों के प्रमोशन अटके

दोनों जिलों में बड़े पैमाने पर पद भी खाली पड़े हैं। इन जवानों को जुलाई में ही पदोन्नति मिल जानी थी। प्रदेश भर में ऐसा हो भी चुका है, लेकिन जबलपुर-कटनी के पुलिस कर्मियों का इंतजार बढ़ता जा रहा है।

DIG की खाली पोस्ट के पेंच ने जबलपुर-कटनी के 393 पुलिस कर्मियों के प्रमोशन अटका दिए हैं। कांस्टेबल से हेड कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल से ASI बनने का इंतजार दोनों जिलों के पुलिसकर्मी कर रहे हैं।

जबलपुर और कटनी के 393 आरक्षकों की फिट लिस्ट पुलिस अधीक्षक कार्यालय ने जारी कर दी है। DIG का अनुमोदन न मिल पाने के कारण ये आरक्षक प्रधान आरक्षक और एएसआई नहीं बन पाए। DIG के अनुमोदन और हस्ताक्षर के कारण छठवीं बटालियन के जवानों की भी पदोन्नति अटकी है। हर महीने बड़ी संख्या में प्रधान आरक्षक व एएसआई रिटायर हो रहे हैं। इधर विभागीय प्रमोशन भी नहीं हो पा रहा है। ऐसे में थानों में लिखा-पढ़ी और विवेचना के कार्य अटक रहे हैं।

14 महीने से डीआईजी का पद खाली
जबलपुर में DIG का पद 14 महीने से खाली है। DIG का बंगला भी राजस्व अधिकारी को सौंप दिया गया है। 30 जून 2020 को मनोहर वर्मा के रिटायरमेंट के बाद से यहां कोई DIG नियुक्त नहीं हुआ। जोन में छिंदवाड़ा DIG का भी पद भी खाली है। यहां DIG रहे अनिल माहेश्वरी 31 जनवरी 2021 को रिटायर हो गए। सात महीने बाद यहां भी कोई DIG बनकर नहीं आया। हालांकि, छिंदवाड़ा में विभागीय प्रमोशन के लिए कुमार सौरभ को DIG का चार्ज शासन ने सौंपा था। उन्होंने वहां के आरक्षकों व प्रधान आरक्षकों के नाम का अनुमोदन कर दिया। इसकी वजह से नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा व सिवनी में विभागीय प्रमोशन हो गए।

विभागीय प्रमोशन के लिए नामों का अनुमोदन करने इन अधिकारियों को सौंपा गया था DIG का चार्ज। - Dainik Bhaskar
विभागीय प्रमोशन के लिए नामों का अनुमोदन करने इन अधिकारियों को सौंपा गया था DIG का चार्ज।

विभागीय पदोन्नति की फाइल भोपाल में मंगवाई, हस्ताक्षर नहीं कर पाए
पुलिस मुख्यालय के आदेशानुसार जुलाई में ही पदोन्नति सूची जारी हो जानी थी। इसके लिए जबलपुर DIG पद पर गौरव सिंह राजपूत को अतिरिक्त चार्ज सौंपा गया था। पर वे अभी तक नहीं आ पाए। इधर, दबाव बढ़ा तो उन्होंने जबलपुर DIG कार्यालय के लिपिक जवानों को विभागीय प्रोन्नति संबंधी फाइल लेकर भोपाल बुला लिया। पर हस्ताक्षर करने का वक्त नहीं मिल पा रहा है। बताते हैं कि मुख्यालय ने उन्हें 15 अगस्त को होने वाले मुख्य समारोह की कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। इसके चलते मामला अटका हुआ है। IG भगवत सिंह चौहान के मुताबिक प्रकरण संज्ञान में है। मेरी DIG से इस संबंध में बात भी हुई है। जल्द ही प्रमोशन वाले नामों के अनुमोदन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

पदोन्नति के बाद भी पद रिक्त
एक तरफ फिट लिस्ट जारी होने के बाद आरक्षक से प्रधान आरक्षक तथा प्रधान आरक्षक से एएसआइ पद पर पदोन्नति अटकी हुई है। वहीं तमाम उच्चतर पद पदोन्नति के बाद भी रिक्त रह गए हैं। बताया जाता है कि विभिन्न उच्चतर पदों पर कार्यवाहक प्रभार देने से, सेवानिवृत्ति से, प्रतिनियुक्ति पर जाने से, विभागीय जांच व आपराधिक प्रकरण लंबित होने से, वार्षिक गोपनीय चरित्रावली उपलब्ध न होने से और पदोन्नति वाला पद लेने से इनकार करने के कारण कई पद रिक्त हैं।

DIG का महत्वपूर्ण कार्य, फिर भी शासन को सुध नहीं

  • जघन्य वारदात का परीक्षण, निरीक्षण, शब्दावली का चयन करना।
  • विभागीय कर्मचारियों के खिलाफ किसी भी शिकायत की जांच करना।
  • सालाना सुपरविजन, इनाम, सजा अनुशासन का पालन कराना। सीएम हेल्पलाइन का निराकरण कराना।
  • जोन स्तर पर ट्रांसफर कमेटी के मेंम्बर के तौर पर अनुमोदन करना।
  • प्रधान आरक्षक से ASI पद पर विभागीय प्रमोशन के लिए नाम का अनुमोदन करना।

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