कटनी । आयुध निर्माणी कटनी में कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर मजदूर संघ के पदाधिकारी एवं कर्मचारी आज सुबह से निर्माणी मुख्य द्वार में धरने पर बैठे हैं। पूरे आवासीय क्षेत्र को ब्रिज निर्माण कर रहे ठेकेदार ने बंधक बना दिया है।
उक्ताशय मजदूर संघ अध्यक्ष शिव पाण्डेय ने बताया कि, निर्माणी प्रबंधन की निष्क्रियता और हठधर्मिता के कारण पूरा आवासीय क्षेत्र असुरक्षित तथा कीचड़ से भरा हुआ है।
यहाँ तक कि, वहाँ रह रहे परिवारों के रास्ते दो महीने से बिना परिवर्तित मार्ग बनाये बंद कर दिये गये हैं। ब्रिज की मिट्टी सर्वत्र फैली है जिससे आने जाने वाले लोग गिर रहे हैं, बिजली टेलीफोन की तारें तोड़ दी गई है।
आवासीय क्षेत्र में दिन रात भारी वाहनों की आवाजाही से केंद्रीय विद्यालय जाने वाले बच्चे असुरक्षित हैं।
महामंत्री नरेंद्र पटेल ने बताया कि, लालफ़ीताशाही के कारण समय पर उत्पादन के लिये कच्चा माल नहीं मिल पा रहा,।
कर्मचारियों के आवासों की मरम्मत नहीं हो रही है, प्रबंधन की गलत नीति के कारण कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है, लोगों के मेडिकल, टी ए बिल अथवा अन्य भुगतान समय पर नहीं हो रहे हैं, निर्माणी अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा कर्मचारियों तथा उनके परिवार के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता हैं, जिसके कारण मरीज निर्माणी अस्पताल जाने से कतराते हैं। श्री पटेल ने आगे बताया कि, कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण के लिए मजदूर संघ दो तीन महीने पूर्व प्रबंधन से आग्रह करता रहा, जिसके संबध में गत दिवस ने प्रबंधन द्वारा कार्यकारी निदेशक श्री उमेश दास जी की अध्यक्षता मेंं आहूत यूनियन के साथ मेजवार्ता में अधिकारियों की समस्याओं के निराकरण के प्रति उदासीनता एवं बैठक में मौजूद एक अधिकारी की यूनियन पदाधिकारियों के साथ अभद्र टिप्पणी से बैठक बेनतीजा रही। आक्रोशित यूनियन पदाधिकारी बैठक की अध्यक्षता कर रहे कार्यकारी निदेशक से आपत्ति दर्ज कराते हुए तथा उक्त अधिकारी की टिप्पणी की निंदा करते हुए बैठक बीच में छोड़कर बाहर निकल गये।
मजदूर संघ के एक दिवसीय धरने में शिव पाण्डेय, नरेंद्र पटेल, सादिक अली, राकेश मिश्रा, विजय सिंह, देवेंद्र पाढ़ी, जितेंद्र सिंह, मनीष तिवारी, राजेश दुबे, संजय तिवारी, शरद धुर्वे, संजीव सिंह, प्रदीप तिवारी, राजेश द्विवेदी,के लक्षमन, महेश, जंग बहादुर, पवन, उमेश तिवारी, नंद किशोर राय, राघवेंद्र सिंह, अनिल शर्मा, दिलीप सिंह, सतीश, आनंद पाण्डेय, अनंत मुर्मू, दिनेश सिंह, अशोक राउत, अशोक रजक, देवव्रत नायक, राजा, अरविंद, लालू प्रसाद, शेखर, निरल होरो, इंद्र भूषण, संतोष, मैथ्यूस बा, प्रभात, अशोक कुमार, चिरौंजी केवट, शैलेंद्र, विनय कुमार, सुनील कुमार, चंद्र शेखर, रमेश कुमार, कादिर खान, बबलू राय, उमेश कुमार, संतोष कुमार, प्रदीप कुमार, क्षेत्र मोहन समल, उदय, मोहब्बत सिंह, लखन वर्मन, संतोष शिंदे सहित कर्मचारियों ने आक्रोश व्यक्त व्यक्त करते हुए प्रबंधन को आगाह किया कि, कर्मचारियों को समस्याओं से जल्द निजात नहीं दिलाई तो मजदूर संघ उग्र आंदोलन के लिये मजबूर होगा, जिसकी तमाम जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी।