लोकप्रिय जनप्रतिनिधि के खिलाफ अमर्यादित भाषा का लगातार उपयोग करना यूट्यूबर पर पड़ा भारी, नागरिक की शिकायत और पुलिस जांच के बाद यूट्यूबर पर FIR दर्ज
लोकप्रिय जनप्रतिनिधि के खिलाफ अमर्यादित भाषा का लगातार उपयोग करना यूट्यूबर पर पड़ा भारी, नागरिक की शिकायत और पुलिस जांच के बाद यूट्यूबर पर FIR दर्ज

कैमोर । FIR यू ट्यूब चैनल की आड़ में कटनी के एक तथा कथित यूट्यूबर व्यक्ति रवि गुप्ता द्वारा विजयराघवगढ़ विधानसभा संपूर्ण कटनी जिला क्षेत्र समेत कई जिलों के लोगों की सेवा करने वाले जनप्रतिनिधि विधायक संजय पाठक के विरुद्ध मानसिक द्वेष से ग्रसित होकर लगातार अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से अमर्यादित,अर्नगल एवं घटिया भाषा का इस्तेमाल करते हुए प्रसारित किया जाना भारी पड़ गया यूट्यूबर रवि गुप्ता के द्वारा लगातार इस तरह के कृत्य से दुखित होकर कैमोर निवासी प्रतीक गुप्ता पिछले माह इसकी शिकायत की गई थी कल शाम पुलिस द्वारा जांच उपरांत भारतीय न्याय संहिता की धारा 352 में FIR प्रकरण दर्ज कर लिया है । इस धारा के तहत दोषी सिद्ध होने पर 2 वर्ष की सजा और आर्थिक जुर्माना भी हो सकता है ।
पिछले माह ही कैमोर निवासी प्रतीक गुप्ता द्वारा कैमोर थाने एवं सूचना प्रसारण मंत्रालय को विधिसम्मत कार्यवाही करने के लिए पत्र लिखा था। जानकारी के अनुसार सूचना प्रसारण मंत्रालय द्वारा भी साक्ष्य के साथ की गई शिकायत के बाद यूट्यूबर रवि गुप्ता को नोटिस भेज कर जवाब मांगा गया है पर यहां यह बता दें कि यूट्यूब चैनल के माध्यम से बिना पुख्ता तथ्यों के गुमराह करने के लिए केंद्र सरकार समय-समय पर गलत और भ्रामक अमर्यादित कंटेंट प्रसारित करने वाले यूट्यूब चैनलों पर लगाम कसती रहती है। और ऐसे चैनल को पूर्णतः बंद भी किया जाता है।
शिकायत के सम्बंध में जब कैमोर निवासी प्रतीक गुप्ता से सम्पर्क किया गया तो उनका कहना था कि उनका कहना था कि विधायक संजय पाठक एवं उनका परिवार जनता की सेवा में पीढ़ियों से लगे हुए हैं पर पिछले कुछ समय से खुद को जन आवाज का संपादक बताने वाले रवि गुप्ता द्वारा जनसेवा में लगे जनप्रतिनिधि के प्रति जिस घटिया अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल कर रहा है, वह न केवल उसकी संकीर्ण मानसिकता को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि बिना पुख्ता तथ्यों के सिर्फ सस्ती लोकप्रियता एवं यूट्यूब चैनल के सनसनीखेज थंबनेल,घटिया भाषा का इस्तेमाल कर बढ़े व्यूज के माध्यम से कमाई करना चाह रहा है उसके शब्द सिर्फ उनकी छोटी सोच को ही उजागर नहीं करते एक जनप्रतिनिधि के लिए गलत और भ्रामक कंटेंट प्रसारित करने अपमानजनक विचार बोलने पर सख्त कार्रवाई भी होनी चाहिए । मेरे द्वारा शिकायत पत्र के साथ ही यू ट्यूब पर प्रसारित हुए वीडियो के फुटेज की पेन ड्राइव में सबूत भी दिए हैं जिससे न्यायालय में दोष सिद्ध किया जा सकता है।