विश्व पर्यावरण दिवस पर 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान का शुभारंभ, CM मोहन यादव और विष्णुदत्त शर्मा ने दिया पर्यावरण बचाने का संदेश
विश्व पर्यावरण दिवस पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का शुभारंभ, CM मोहन यादव और विष्णुदत्त शर्मा ने दिया पर्यावरण बचाने का संदेश।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने गुरूवार को विश्व पर्यावरण दिवस पर भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में “एक पेड़ मां के नाम“ का शुभारंभ किया।
एक पेड़ मां के नाम“ अभियान से लोगों को पर्यावरण संरक्षण से जुड़ने का मौका मिला – डॉ. मोहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने “एक पेड़ मां के नाम“ अभियान के सिंदूर, रक्त चंदन और आंवले का पौधा रोपा। मुख्यमंत्री ने वर्ष 2022-23 तथा वर्ष 2023-2024 के लिए पर्यावरण संरक्षण में उत्कृष्ण कार्य करने वाली इकाइयों और संस्थानों को पुरस्कृत किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आज विश्व पर्यावरण दिवस है और गंगा दशहरा भी आज है। दोनों भारतीय संस्कृति के लिए विशेष महत्व रखते हैं।
अगली पीढ़ी को बेहतर वातावरण सौंपने पर्यावरण संरक्षण के प्रति सभी को सचेत होना होगा
मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार जल व पर्यावरण संरक्षण के लिए उल्लेखनीय कार्य कर रही – श्री विष्णुदत्त शर्मा
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने पर्यावरण संरक्षण को “एक पेड़ मां के नाम“ अभियान के साथ जोड़ा है। राज्य सरकार आज से इस अभियान की शुरुआत कर रही है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान से पर्यावरण के पर्यावरण संरक्षण का अभियान चला रहे हैं।
विश्व पर्यावरण दिवस और गंगा दशहरा भारतीय संस्कृति में पर्यावरण की कितनी महत्ता बताते हैं
प्रधानमंत्री जी के ‘एक पेड़ मां ‘के नाम अभियान जन आंदोलन बना
विश्व पर्यावरण दिवस पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का शुभारंभ, CM मोहन यादव और विष्णुदत्त शर्मा ने दिया पर्यावरण बचाने का संदेश
विश्व पर्यावरण दिवस पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का शुभारंभ, CM मोहन यादव और विष्णुदत्त शर्मा ने दिया पर्यावरण बचाने का संदेश
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार प्रदेश के विकास के साथ जल व पर्यावरण संरक्षण के लिए उल्लेखनीय कार्य कर रही है।वर्तमान समय भारतीय संस्कृति और प्राचीन ज्ञान को पुनर्स्थापित करने का समय-डॉ. मोहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार आज से “एक पेड़ मां के नाम“ अभियान की शुरुआत कर रही है।
हमारी संस्कृति में एक वृक्ष को सौ पुत्रों के बराबर माना है। परंपरागत रूप से कहा जाता है कि एक बावड़ी 10 कुओं के बराबर है, 10 बाबड़ी एक तालाब के बराबर है, 10 तालाब एक पुत्र के बराबर है और 100 पुत्र एक वृक्ष के समान है। पुत्रों की तुलना वृक्ष के साथ करना, प्रकृति की महत्ता को दर्शाता है। अगर प्रकृति संरक्षित रहेगी तो हमें अपने आप फलने-फूलने का अवसर मिलता रहेगा। वर्तमान दौर में भारतीय संस्कृति और प्राचीन ज्ञान को पुनर्स्थापित करने का समय है। आज रिसाइकिलिंग और री-यूज की चर्चा की जाती है, न्यूनतम संसाधनों से बेहतर जीवनशैली की ओर भी ध्यान दिया जा रहा है। अगली पीढ़ी को बेहतर धरती और वातावरण सौंपने के लिए पर्यावरण संरक्षण के प्रति सभी को सचेत होना होगा।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष पर्यावरण दिवस का विषय “प्लास्टिक प्रदूषण उन्मूलन“ है। सबको स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में योगदान देना होगा। वायु की गुणवत्ता में सुधार, प्लास्टिक के उपयोग को कम करने और जल संरक्षण के लिए व्यक्तिगत जवाबदेही और सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना जरूरी है।
राज्य सरकार पर्यावरण अनुकूल उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। भारतीय पौराणिक कथाओं में वृक्षों, नदियों, पहाड़ों के साथ-साथ वन्यजीवों की पूजा के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण की शिक्षा दी गई है, हमें इनसे प्रेरणा लेनी होगी। 19वीं शताब्दी में महान वैज्ञानिक जगदीशचंद्र बसु ने लंदन में रायल सोसाइटी को वैज्ञानिक रूप से सिद्ध करके बताया कि पौधों में प्राण होते हैं। जबकि भारत के लोक मानस में यह ज्ञान सदियों से रचा-बसा है।
जल गंगा संरक्षण अभियान के तहत प्रदेश में 75 हजार से अधिक खेत-तालाबों का निर्माण हो चुका है
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार संस्कृति को संरक्षित करते हुए अलग-अलग क्षेत्रों में विकास कार्यों को गति प्रदान कर रही है। पर्यावरण दिवस पर सभी पुरस्कार विजेता बधाई के पात्र हैं। बदलते दौर में प्लास्टिक के उपयोग को लेकर री-यूज, रि-साइकिल की बात कही जा रही है, यह प्रक्रियाएं भारतीय जीवनशैली में पहले से ही विद्यमान हैं। हमने नेट जीरो एमीशन का लक्ष्य रखा है।
इसी आधार पर 2030 तक प्रदेश की ऊर्जा क्षमता को 500 गीगा वॉट तक बढ़ाने की योजना बनाई गई है। जल गंगा संरक्षण अभियान के अंतर्गत प्रदेशभर में जल स्त्रोतों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। अब तक 60 हजार के लक्ष्य के विरूद्ध 75 हजार से अधिक खेत तालाबों का निर्माण पूर्ण हो चुका है। तीन महीने के इस अभियान में 95 हजार 500 कुओं को रीचार्ज किया गया है और 1225 अमृत सरोवरों का जीर्णोद्धार हुआ है।
2002-03 तक प्रदेश की सिर्फ 7 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचित थी, जो अब 55 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गई है। विश्व का पहला नदी जोड़ो अभियान प्रदेश में चल रहा है, जिसके अंतर्गत दो नदियों को जोड़कर जल भंडारण क्षमता और उपयोगिता बढ़ाई जा रही है। मध्यप्रदेश नदियों का मायका है। प्रदेश में सर्वाधिक 247 नदियां प्रवाहित होती हैं। प्रदेश की जलराशियां पड़ोसी राज्यों को भी समृद्धि प्रदान करती हैं। महाराष्ट्र सरकार के साथ तापी मेगा रिचार्ज परियोजना पर सहमति बन चुकी है। इस पर बांध बनाकर प्राकृतिक रूप से ग्राउंड वाटर को रिचार्ज किया जाएगा।
प्रदेश में जल संवर्धन की दिशा में बेहतर काम हो रहा-श्री विष्णुदत्त शर्मा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि आज का दिन दुनिया के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हम सबको मिलकर ‘एक पेड़ मां के नाम‘ अभियान में पौधरोपण करना चाहिए। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने आज दिल्ली में एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल में पौधरोपण कर अभियान की शुरुआत की है। जल, जंगल और जमीन पर्यावरण के प्रमुख हिस्से हैं।
पर्यावरण को ध्यान रखते हुए देश और प्रदेश के विकास को लगातार आगे बढ़ाने का कार्य भाजपा की डबल इंजन सरकारें कर रही हैं। विकास की भी जरूरत आज है, लेकिन विकास शोषण के आधार पर नहीं किया जा सकता। संसाधनों का दोहन तो हो सकता है, लेकिन शोषण ना हो इसका ख्याल हमें हमेशा रखना चाहिए। जल संवर्धन अभियान के अंतर्गत देश भर में मध्यप्रदेश ने सबसे बेहतर काम किया है।
उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड पहले सूखा और गरीबी के जाना जाता था, परन्तु आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने केन-बेतवा जैसे नदी जोड़ो अभियान के माध्यम से बुन्देलखण्ड को हराभरा बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कार्य किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने ‘एक पेड़ मां’ के नाम पर अभियान की शुरुआत की और आज उसे पूरे देश ने आत्मसात कर लिया है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी जो कहते हैं कि पूरे देश की 140 करोड़ जनता उसे अपने जीवन में उतार लेती है। ग्लोबल वार्मिंग, पर्यावरण को लेकर चिंता देश सहित पूरी दुनिया में की जा रही है, लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का ‘एक पेड़ मां ‘के नाम अभियान जन आंदोलन बना और इसके माध्यम से पर्यावरण को ताकत देने का कार्य किया जा रहा है।
भाजपा कार्यकर्ता 15 अगस्त तक पूरे प्रदेश में बूथ, मंडल स्तर पर ‘एक पेड़ मां के नाम‘ पौधरोपण कर पर्यावरण को बेहतर बनाने का कार्य करेंगे, ताकि हमारी आने वाली वाली पीढ़ियों को भी इसका फायदा मिल सके।
मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश संगठन महामंत्री ने किया पौधारोपण मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने गुरूवार को विश्व पर्यावरण दिवस पर कुशाभाऊ ठाकरे सभागार परिसर में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का सिंदूर, रक्त चंदन और आंवले का पौधा लगाकर शुभारंभ किया।
वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा एवं प्रदेश संगठन महामंत्री श्री हितानंद जी ने मध्य विधानसभा के महाराणा प्रताप मंडल के नीलम पार्क में पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं के साथ पौधारोपण किया।
विश्व पर्यावरण दिवस पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का शुभारंभ, CM मोहन यादव और विष्णुदत्त शर्मा ने दिया पर्यावरण बचाने का संदेश
कुशाभाउ ठाकरे सभागार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रदेश शासन के मंत्री श्रीमती कृष्णा गौर, श्री दिलीप अहिरवार, पार्टी के प्रदेश महामंत्री व विधायक श्री भगवानदास सबनानी, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा, महापौर श्रीमती मालती राय एवं जिला अध्यक्ष श्री रविंद्र यति उपस्थित रहे।