Chaitra Navratri चैत्र नवरात्रि की शुरुआत इस बार अद्भुत संयोग के बीच, जानिए किन राशि वालों को होगी सकारात्मक
Chaitra Navratri चैत्र नवरात्रि की शुरुआत इस बार अद्भुत संयोग के बीच, जानिए किन राशि वालों को होगा विशेष लाभ
Chaitra Navratri चैत्र नवरात्रि की शुरुआत इस बार ऐसे अद्भुत संयोग के बीच होगी जब 5 राजयोगों का महासंयोग बना है. जिसमें लक्ष्मी नारायण योग , शश राजयोग , बुधादित्य राजयोग , मालव्य राजयोग , गजकेसरी योग का निर्माण हो रहा है. इसके अलावा इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग का संयोग भी बन रहा है, जिसका असर सभी 12 राशियों के जातकों पर भी देखने को मिलेगा. लेकिन 5 राशियां ऐसी हैं जिस पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
कुंभ राशि के जातकों पर मां दुर्गा की विशेष आशीर्वाद प्राप्त होगा. हर कार्य में सफलता हासिल होगी. इस बीच बेशुमार धन आगमन के मार्ग प्रशस्त होंगे. आपके घर में कोई नया सदस्य आने की शुभ सूचना आपको मिल सकती है. कारोबार में धन प्राप्ति के शुभ योग बन सकते हैं.
मेष राशि: मेष राशि के जातकों के लिए नवरात्रि में कई शुभ योग बनेंगे. कारोबार में मनचाहा लाभ होगा, धन में वृद्धि होगी, भाग्य का साथ मिलेगा, सभी कार्यों में सफलता मिलेगी, नया बिजनेस शुरू कर सकते हैं, नौकरी में प्रमोशन मिलेगा
सिंह राशि : सिंह राशि के जातकों को मां दुर्गा का विशेष कृपा प्राप्त होगी. हर कार्य में सफलता हासिल होगी, धन-सम्मान में वृद्धि होगी, भाग्य का साथ मिलेगा, नई नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को अच्छी खुशखबरी मिल सकती है, बिजनेस में अच्छा मुनाफा हो सकता है.
कर्क राशि: नवरात्रि में कर्क राशि के जातकों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा, धन प्राप्ति के शुभ योग बन रहे हैं .विदेश से कारोबार कर रहे लोगों को अच्छा मुनाफा होगा, जातकों के जीवन से सभी प्रकार के कष्ट दूर होंगे. नवरात्रि के दौरान रुका हुआ धन प्राप्त होगा और आपके पूरे परिवार पर देवी का आशीर्वाद बना रहेगा.
वृषभ राशि : इस राशि के जातकों को मनचाहा लाभ होगा. इस दौरान सेहत अच्छी रहेगी धन दौलत में वृद्धि होगी और व्यापार में सफलता के योग बन रहे हैं. इस दौरान मार्ग में आ रही बाधाएं दूर होंगी और आपको पार्टनरशिप के बिजनेस में लाभ होगा. वृषभ राशि जातकों को मां भगवती के आशीर्वाद से मनपसंद जीवनसाथी मिल सकता है।
अन्य वेब स्रोतों से ली गई जानकारी राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर है किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है.