इसी बहाने
आशीष शुक्ला
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पांच मिनट के काम भी अब 15 मिनट में होने की जिद कर रहे..!
इसी बहाने(अाशीष शुक्ला)। मौसम, राजनीति और 15 मिनट का तालमेल काफी सुहावना है। जैसे 15 मिनट में बदले मौसम की…
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बेगुनाह मासूमों की मौत पर कब तक लगेगी मुआवजे की बोली
इसी बहाने (आशीष शुक्ला) । सुबह-सुबह तैयार होकर, नहा धो कर स्कूल जाने की बेताबी। किसी का बस्ता नहीं मिल रहा…
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हाथ बदल गए लड्डू वही हैं….
इसी बहाने (अशीष शुक्ला ) । राजनीतिक अंगड़ाई कब किस ओर ले ले कुछ नहीं कहा जा सकता। यही वो…
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…वरना काजल की इस कोठरी में दाग लगते देर नहीं लगती
इसी बहाने (आशीष शुक्ला) । यूं तो शोहरत सभी चाहते हैं, बल्कि यह कहना भी जायज की दौलत से ज्यादा शोहरत…
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पहचान की राजनीति बनाम संविधान आधारित नागरिकता
इसी बहाने (आशीष शुक्ला )। राजीनीतिक शुचिता आज एक ऐसा विषय है जिस पर बोलना तो सभी चाहते हैं भाषणों…
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अब साढ़े सात वर्ष न्याय के देवता का वक्त
इसी बहाने (आशीष शुक्ला ) । यूं तो भगवान शनि के साढ़ेसाती पता नहीं किसके लिए फलदायक बन जाये तो…
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गढ़ ढहाने वालों के दिन फिलहाल अच्छे हैं…
इसी बहाने (आशीष शुक्ला)। कहावत सही है कि अहंकार तो रावण का भी नहीं चला, कंश को भी एक बालक…
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सूरज की पहली किरण से दायित्व की कसौटी..
इसी बहाने (आशीष शुक्ला )। महिलाओं की दिशा और दशा बदलने के प्रयास अब परिणाम में तदील हो गए हैं…
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किसी पर चढ़ा तो किसी का उतर गया रंग
इसी बहाने (आशीष शुक्ला)। होली दुनियाभर का एक मात्र ऐसा त्यौहार है जिसमे बुरा मानने की भी कोई बात होती है!…
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खाली हाथ आये थे, भरे हाथ जाएंगे….!
इसी बहाने (आशीष शुक्ला)। देश दुनिया मे कहावत प्रचलित है, एक दिन सबको छोड़कर जाना है। खाली हाथ आये थे,…
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इसी बहानें-हनी का जाल फिर ट्रेप से बवाल
इसी बहानें (आशीष शुक्ला)। सुर्खियां देश मे इन दिनों जमकर उबाल मार रहीं हैं हनी ट्रेप की। कई लोगों को…
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संस्कारी पकौड़े की बढ़ती लोकप्रियता से बिल्कुल भी विचलित न होना
इसी बहाने(आशीष शुक्ला)। यूँ तो हर सुबह मैं घर से निकलता हूं तो प्रातः स्मरणीय परम् श्रद्धेय पकौड़े जी के दुकान…