राजनीतिक शुचिता और सहयोग का बेमिसाल उदाहरण बने कैमोर तथा विजयराघवगढ़

- ढाई ढाई साल के फार्मूले के तहत आपसी सहमति से नए कैमोर में पलक ग्रोवर तथा विजयराघवगढ़ में राजेश्वरी दुबे निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित
कटनी। समन्वित पलह से विकास की नई उचाईयों को छूएंगे कैमोर तथा विजयराघवगढ़
कैमोर तथा विजयराघवगढ़ में नगर परिषद अध्यक्ष के निर्वाचन पर यह विचार विधायक संजय पाठक ने व्यक्त करते हुए नवनिर्वाचित अध्यक्ष कैमोर से श्रीमती पलक नमित ग्रोवर तथा विजयराघवगढ़ में श्रीमती राजेश्वरी हरीश दुबे को शुभकामनाएं दी तथा भाजपा के प्रदेश नेतृत्व मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खण्डेलवाल, क्षेत्रीय सांसद विष्णुदत्त शर्मा आदि का आभार व्यक्त किया।
श्री पाठक ने कहा कि राजनीतिक शुचिता और सहयोग का बेमिसाल उदाहरण बना है कैमोर तथा विजयराघवगढ़ प्रदेश नेतृत्व के निर्देशानुसार जिला अध्यक्ष दीपक टण्डन के मार्गदर्शन में दोनों नगर परिषदों में आपसी सहमति की मिसाल कायम करते हुए ढाई ढाई साल के कार्यकाल के तहत प्रथम ढाई वर्ष कैमोर में श्रीमती मनीषा शर्मा तथा विजयराघवगढ़ में वसुधा मिश्रा ने सफल कार्यकाल के निर्वहन किया।
दोनों ही स्थानों पर अध्यक्षों ने विकास के नए आयाम स्थापित किये जिसके बाद ढाई वर्ष पूर्व लिए गए निर्णय के अनुसार आज कैमोर में पलक तथा विजयराघवगढ़ में राजेश्वरी ने नवीन दायित्व का निर्वहन प्रारंभ किया। विश्वास है कि वह इस जिम्मेदारी को पूरी लगनशीलता से निभाते हुए विकास की सतत प्रक्रिया को जारी रखेंगी।
इसके पूर्व समस्त पार्षदों की उपस्थिति में कैमोर तथा विजयराघवगढ़ में निर्विरोध निर्वाचन की प्रक्रिया सम्पन्न हुई। विजयराघवगढ़ नगर पंचायत कार्यालय में भाजपा जिला अध्यक्ष दीपक टण्डन नें कहा कि पूरे प्रदेश में आपसी सहमति से ढाई वर्षों के इस कार्यकाल हस्तांतरण की सर्वसम्मति प्रक्रिया ने मिसाल पेश की है। इस समन्वय के लिए क्षेत्रीय विधायक संजय पाठक तथा सभी पार्षदों एवम संगठन के पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। दोनों ही स्थानों पर निर्विरोध निर्वाचन के पश्चात भव्य जुलूस निकाला गया। निर्वाचित अध्यक्षों ने आम जनता का अभिवादन स्वीकार किया।
पूर्व मंत्री संजय पाठक की पहल पर हुआ ऐतिहासिक निर्णय
जिले की दो नगर पालिकाएं विजयराघवगढ़ और कैमोर प्रदेश में एक नई राजनीतिक मिसाल पेश कर रही हैं। इन दोनों नगर पालिकाओं में अध्यक्ष पद के लिए पूर्व में ही निर्विरोध चुनाव संपन्न हुए थे। खास बात यह रही कि इन चुनावों में दो-दो अध्यक्षों को एक साथ निर्विरोध चुना गया था। यह निर्णय पूर्व मंत्री एवं विजयराघवगढ़ विधायक संजय पाठक की अगुवाई में लिया गया था। उन्होंने दोनों नगर पालिकाओं के पार्षदों और निर्वाचित अध्यक्षों के साथ बैठक कर पांच वर्ष के कार्यकाल को आपसी सहमति से दो हिस्सों में बांटने का निर्णय कराया। तय हुआ कि पहले ढाई वर्षों तक एक अध्यक्ष पद पर कार्य करेगा और उसके बाद स्वेच्छा से इस्तीफा देकर दूसरे अध्यक्ष को मौका दिया जाएगा।
कटनी के कैमोर नगर पालिका में मनीषा शर्मा ने अपने ढाई वर्षों का कार्यकाल पूरा करने के बाद पद से इस्तीफा दे दिया और अगले ढाई वर्ष के लिए हुए चुनाव में पलक ग्रोवर को निर्विरोध नया अध्यक्ष चुना गया है। वही विजयराघवगढ़ नगर पालिका में वसुधा मिश्रा ने भी अपने ढाई वर्ष के कार्यकाल के बाद इस्तीफा दिया और अब अगले ढाई वर्ष के लिए हुए चुनाव में राजेश्वरी दुबे को निर्विरोध नया अध्यक्ष बनाया गया है। यह राजनीतिक समझौता एक अनुकरणीय उदाहरण बन गया है, जहां सत्ता को लेकर विवाद नहीं, बल्कि सौहार्द और वचनबद्धता ने जगह ली है। विधायक संजय पाठक ने कहा कि हमारी प्राथमिकता जनता की सेवा है। जब सभी पार्षदों में एकता हो और संकल्प स्पष्ट हो, तो विकास की राह खुद-ब-खुद आसान हो जाती है। इस तरह कटनी जिले की इन दो नगर पालिकाओं ने प्रदेश ही नहीं, पूरे देश के लिए राजनीतिक शुचिता और सहयोग का उदाहरण प्रस्तुत किया है।