Cabinet Committees: जब ‘बात बिगड़ी’ तो राजनाथ सिंह को इन समितियों में किया शामिल

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल करने के बाद मोदी सरकार ने गुरुवार को कैबिनेट कमेटियों का गठन कर दिया। यहां गृहमंत्री अमित शाह का दबदबा साफ देखा जा सकता है। उन्हें कैबिनेट की नवगठित सभी आठ समितियों में गृह मंत्री के रूप में स्थान मिला है। इस बार रक्षामंत्री बनाए गए राजनाथ सिंह को सुबह केवल दो समितियों में स्थान मिला था, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनकी नाराजगी के बाद रात होते-होते कुल 6 समितियों मों स्थान दे दिया गया। गुरुवार सुबह जारी किए गए फैसले में राजनाथ सिंह को सिर्फ दो समितियों (आर्थिक मामलों और रक्षा मामलों) में ही जगह मिली थी, लेकिन बाद में संशोधन करके उन्हें राजनीतिक मामलों और संसदीय मामलों की समिति समेत दो अन्य में भी शामिल कर लिया गया। पिछली बार गृह मंत्री के रूप में राजनाथ सिंह सभी समितियों में शामिल थे।
राजग-1 सरकार के कार्यकाल में कैबिनेट समितियों की संख्या छह थी, लेकिन इस बार निवेश एवं आर्थिक विकास और रोजगार एवं कौशल विकास को लेकर दो नई समितियां बनाई गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसदीय मामलों और आवासीय समिति में शामिल नहीं हैं।
ग्रह मंत्रालय तक समिति नहीं रहेंगे अमित शाह
अमित शाह का सभी आठ समितियों में शामिल होना दर्शाता है कि मोदी सरकार में उनकी भूमिका केवल गृह मंत्रालय तक समिति नहीं रहेगी। कैबिनेट समितियों में फैसला होने से पहले ही वित्त, विदेश, पेट्रोलियम और रेल मंत्रियों की बैठक बुलाकर अमित शाह ने इसके संकेत दे दिए थे। खास बात यह भी है कि नौकरशाही में बड़े पदों पर नियुक्ति का फैसला करने वाली नियुक्ति संबंधी कैबिनेट समिति में सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ही शामिल हैं। पिछली बार इस समिति में अमित शाह की जगह गृह मंत्री के रूप में राजनाथ सिंह शामिल थे।
जानिए अन्य कैबिनेट समितियों के बारे में
सांसदों और मंत्रियों को घर आवंटन करने वाली आवासीय समिति में अमित शाह के साथ निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल और नितिन गडकरी होंगे। जितेंद्र सिंह और हरदीप पुरी इसमें विशेष आमंत्रित सदस्य रखे गए हैं।
आर्थिक मामलों से संबंधित समिति में पीएम मोदी, राजनाथ और शाह के अलावा निर्मला सीतारमण, नितिन गडकरी, सदानंद गौड़ा, नरेंद्र सिंह तोमर, रविशंकर प्रसाद, पीयूष गोयल, हरसिमरत कौर बादल और धर्मेंद्र प्रधान को जगह मिली है।
बड़े राजनीतिक मुद्दों पर सरकार का रुख तय करने वाली समिति में मोदी-शाह के अलावा राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, नरेंद्र सिंह तोमर, रविशंकर प्रसाद, हरसिमरत कौर बादल, हर्षवर्धन, रामविलास पासवान, पीयूष गोयल, अरविंद सावंत और प्रहलाद जोशी को शामिल किया गया है।
संसदीय मामलों की समिति में भी रामविलास पासवान को जगह मिली है। इसके अलावा राजनाथ सिंह, अमित शाह, निर्मला सीतारमण, रविशंकर प्रसाद, नरेंद्र सिंह तोमर, थावरचंद गहलोत, प्रकाश जावड़ेकर और प्रहलाद जोशी इसमें होंगे। मुरलीधरन और अर्जुन राम मेघवाल को आमंत्रित सदस्य बनाया गया है।