सिर्फ मोटापा नहीं, किडनी डिजीज का खतरा भी बढ़ाती है Overeating
ओवरईटिंग से किडनी प्रॉब्लम
आपकी जरूरत से ज्यादा खाने की आदत क्रॉनिक किडनी डिजीज का खतरा बढ़ा देती है। दरअसल, ओवरईटिंग से आपका वजन बढ़ता है, जिससे बॉडी मास इंडेक्स यानि बीएमआई भी बढ़ जाता है। इसके कारण शरीर में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा भी बढ़ जाती है, जिसे पचाने में किडनी को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इसके अलावा ज्यादा फैट बढ़ने से आपका मेटाबॉलिज्म भी घट जाता है, जिससे किडनी फेल होने और पथरी होने का खतरा बढ़ जाता है।
लोग क्यों करते हैं ओवरईटिंग
अगर आप हफ्ते में 2-3 बार भी ओवरईटिंग करते हैं तो आप बिंज ईटिंग डिसॉर्डर की चपेट में आ सकते हैं। भूख का मतलब है कि आपके शरीर को ऊर्जा की जरूरत है। मगर खाने को देखते, सूंघते या भोजन के बारे में सोचते ही भूख लगने का मतलब है कि आपको ओवरईटिंग की आदत पड़ गई है। ऐसे में पेट भरा होने के बावजूद भी आपका दिमाग खाने का संकेत देने लगता है।
ये भी हैं ओवरईटिंग का कारण
कई बार तनाव के कारण भी खाने की इच्छा होती है। आप इसे स्ट्रेस ईटिंग भी कह सकते हैं। यह उन लोगों में जल्दी होती है, जोकि जल्द से जल्द तनाव से बाहर आना चाहते हैं। मगर यह सेहत के लिए खतरनाक है क्योंकि इससे आप बिना सोचे समझें कुछ भी खा लेते हैं, जोकि सेहत को नुकसान पहुंचाती है। अगर आपको कभी तनाव हो तो डार्क चॉकलेट, केले, अखरोट या ग्रीन टी का सेवन करें। यह न सिर्फ आपका तनाव दूर करेंगे बल्कि इससे आप ओवरईटिंग से भी बच सकते हैं।
खाना खाने से पहले याद रखें ये बात
1. खाने से आधा घंटे पहले 1 गिलास पानी पीएं। आप चाहे तो पानी की बजाए सूप भी पी सकते हैं।
2. भोजन के साथ थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहे। इससे आप जरूरत से ज्यादा नहीं खा पाते और आपको पेट भरने की अनुभूति होती है।
3. भोजन को जल्दी-जल्दी खाने की बजाए धीर-धीरे और अच्छी तरह चबाकर खाए। इसके अलावा अपने भोजन में पाइबर युक्त चीजों के साथ कम फूड शामिल करें यानि एक समय में ज्यादा चीजें न खाएं।
4. डिब्बाबंद, पैकेटों और फ्रोजन खाद्य पदाथों को अपनी फूड लिस्ट में से हटा दें।
5. अगर आप पहले ही संतुलन बनाए रखेंगे तो आपका वजन कभी नहीं बढ़ेगा। अगर आपने एक समय में अधिक भोजन खा लिया है तो अगला खाना कम मात्रा में खाएं।