Jabalpur की स्वाति शर्मा (Swati sharma UPSC) 15 वीं रैंक, जतिन जैन (Jatin jain) ने 91 वीं रैंक और सृष्टि जैन (Shartshti jain) ने 165 वीं रैंक हासिल की है। मूलत: सतना जिले के मैहर की रहने वाली स्वाति शर्मा ने जबलपुर में रहकर पढ़ाई की है। उन्होंने बताया कि शुरू से ही लक्ष्य था कि सिविल सर्वेंट बनना है। स्वाति का यह तीसरा प्रयास था। पहली बार वह प्रारंभिक परीक्षा पास कर पाईं थीं वहीं दूसरी बार साक्षात्कार तक पहुंचीं। तीसरे प्रयास में वह सफल रहीं और संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) सिविल सर्विस परीक्षा 2022 में उन्हें 15 वीं रैंक प्राप्त हुई। स्वाति ने बताया कि हमारा गृहनगर मैहर है। पिता धनेंद्र शर्मा का ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय है। मां ममता शर्मा गृहणी है। छोटा भाई सौम्य बीबीए द्वितीय वर्ष में है। स्वाति अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता को देती हैं उन्होंने बताया कि मां-पापा ने मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है।
आनंद कालोनी निवासी सृष्टि जैन की 165 वीं रैंक है। उन्होंने 2021 में दिल्ली जाकर प्रशासनिक सेवा की तैयारी शुरु की। उसी बीच नेशनल लेवल का एसएसबी का इंटरव्यू भी दिया, जिसमें एयरफोर्स के लिए रिकमंड किया गया। सृष्टि का यह दूसरा प्रयास था पहले प्रयास में वह प्रारंभिक परीक्षा भी पास नहीं हो पाईं थीं। सृष्टि के पिता सुजीत जैन व्यवसायी व मां सीमा जैन गृहणी हैं। छोटी बहन दृष्टि जैन मुंबई से जर्नलिज्म कर रही है।
उधर गंजीपुरा निवासी जतिन जैन ने कहा कि विगत दो वर्षों से प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी कर रहे थे। जतिन ने बताया कि उनका चयन आईपीएस के लिए हुआ है, लेकिन मुझे आईएएस बनना है। इसलिए यूपीएससी की परीक्षा फिर से देना है। ताकि आईपीएस से आईएएस में कन्वर्ट हो सकूं। स्कूली शिक्षा जबलपुर से करने के बाद जतिन ने देवी अहिल्या विश्विविद्यालय ,इंदौर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। फिर दिल्ली जाकर यूपीएससी के लिए कोचिंग ली। जतिन का यह दूसरा प्रयास था। पहले प्रयास में उन्होंने प्रारंभिक परीक्षा भी नहीं पास की थी। जतिन के पिता समीर जैन व्यापारी हैं वहीं माता शुभा जैन गृहणी हैं। जतिन ने कहा कि मेरी सफलता के पीछे परिवार है।
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