Demonetisation 2.0 RBI ने कहा- 2000 का नोट जमा करने किसी तरह का फार्म या नोटों के नंबर लिखने की जरूरत नहीं
आरबीआई (RBI) ने 2000 के नोट को बदलने के लिए सितंबर तक का समय दिया है, जिससे लोगों को किसी तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। नोटों को बदलने के लिए लोगों को किसी तरह का फार्म भरने या नोटों के नंबर लिखने की जरूरत नहीं होगी नोटबंदी (Demonetisation) 2.0 करार दिए जा रहे 2000 रुपये (2000 Note) के नोट को आज से बैंकों में बदला (Exchange) जा सकेगा। इन नोटों को लोग अपने खातों में जमा भी करवा सकते हैं। इसके लिए बैंकों में सभी तरह की तैयारियां पूरी हो चुकी है और कई बैंकों ने इसके लिए अलग काउंटर बना रखें हैं, जबकि कई बैंकों में सामान्य काउंटर पर ही इन नोटों को बदला या जमा किया जा सकेगा।
अभी एक समय में एक व्यक्ति 2000 के दस-दस नोट बदलवा सकता है। इसके लिए उसे कोई पहचान पत्र देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बैंकों ने यह स्पष्ट तौर पर कहा है इन नोटों को बदलने के लिए लोगों को किसी तरह का फार्म भरने या नोटों के नंबर लिखने की जरूरत नहीं होगी। यदि कोई व्यक्ति बैंक में 2000 के नोट अपने खाते में जमा करा रहा है तो वह 10 से ज्यादा नोट भी जमा करवा सकता है। इसमें भी उसे किसी तरह के फार्म भरने या पहचान पत्र दिखाने की जरूरत नहीं होगी। हालांकि 50 हजार से ज्यादा के नोट जमा कराने पर पैन कार्ड दिखाना होगा।
आरबीआई ने गाइडलाइन जारी
आरबीआई ने गाइडलाइन जारी करते हुए नोटों को बदलवाने के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया था। लोगों को हड़बड़ी करने की कोई जरूरत नहीं है। साथ ही कहा था कि यह लीगल टैंडर बने रहेंगे। आरबीआई द्वारा जारी एक अन्य गाइडलाइन में कहा गया है कि भीषण गर्मी को देखते हुए लोगों का ध्यान रखा जाए और उन्हें कोई परेशानी ना हो इसका ध्यान रखा जाए। सभी बैंकों को कतार लगने की स्थिति में धूप से बचाव के प्रबंध रखने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही पीने के पानी की व्यवस्था रखने के लिए भी कहा गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वर्ष 2016 में पुराने 500 और एक हजार रुपये के नोटों की नोटबंदी के बाद नए 500 और 2000 रुपये के नोटों को बाजार में लाया गया था। उस समय रातों-रात नोटबंदी की घोषणा के बाद पूरे देश में बैकों में कतारें लग गई थी।
इस कारण लिया फैसला
RBI के अनुसार, 2000 रुपये के नोट को बैंकों में जमा करने का निर्णय इसलिए लिया गया है कि इसका सर्क्यूलेशन 50 प्रतिशत तक घट चुका है, इसलिए यह निर्णय लिया गया है। साथ ही जहां भी आयकर के छापों में या मनी लांड्रिंग में अधिकतर 2000 के नोट ही पाए जा रहे हैं।