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NEET में 550 से ज्यादा रैंक वालों को ही मिलेगा सरकारी मेडिकल कालेज

NEET में 550 से ज्यादा रैंक वालों को ही मिलेगा सरकारी मेडिकल कालेज इस वर्ष परीक्षा का स्तर आसान होने से कटआफ में दो से तीन नंबर का अंतर आ सकता है।  मेडिकल कालेजों में प्रवेश के लिए 7 मई को नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट नीट (यूजी) होने के बाद अब विद्यार्थियों को परिणाम का इंतजार है। विद्यार्थी पेपर देने के बाद अब कैल्कुलेशन कर रहे हैं कि उन्हें परीक्षा में कितनी रैंक प्राप्त हो सकती है। इस बार कट आफ बढ़ सकता है। 550 से ज्यादा रैंक वालों को ही सरकारी मेडिकल कालेज मिलेंगे।

पिछले दो वर्ष के मुकाबले नीट यूजी का स्तर इस बार थोड़ा ईजी दिखाई दिया। फिजिक्स में हर बार चुनौती मिलती रही है, लेकिन इस बार प्रश्नों के स्तर ने विद्यार्थियों को खुश कर दिया। पेपर पैटर्न भी बेहतर था। सभी सेक्शन से प्रश्नों का वेरिएशन अच्छा था। इससे जिन विद्यार्थियों की तैयारी अच्छी रही, उनका पेपर देने का अनुभव काफी बेहतर रहा है।

 

एमजीएम मेडिकल कालेज में भी आ सकती है उछाल

 

विशेषज्ञों का कहना है कि पेपर थोड़ा आसान होने से कटआफ में कुछ नंबर की बढ़ोतरी हो सकती है। पिछले वर्षों के मुकाबले एक से दो नंबर से कटआफ बढ़ सकता है। हालांकि, पिछले वर्षों के सभी आंकड़ों को देखा जाए तो जिन विद्यार्थियों की नीट यूजी में 550 आल इंडिया रैंक से ज्यादा रहेगी, उन्हें प्रदेश के सरकारी कालेजों में प्रवेश मिल सकता है। हालांकि, इंदौर के महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कालेज की बात करें तो पिछली बार नीट काउंसलिंग में ओपनिंग रैंक 676 और क्लोजिंग 635 रही थी। इस बार भी इसमें थोड़ी उछाल आ सकती है।

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अचानक बढ़े छह हजार विद्यार्थी

इंदौर में मेडिकल शिक्षा में जाने वाले विद्यार्थियों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी आई है। इस वर्ष 24 हजार विद्यार्थियों ने शहर से परीक्षा दी। इसके पहले 2022 में 18 हजार संख्या थी। इसके पहले भी अगर बात करें तो 2021 में 16 हजार और 2020 में 17 हजार विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी। इस बार देशभर से नीट यूजी की परीक्षा देने वालों की संख्या बढ़ने का असर शहर में भी देखा जा रहा है। परीक्षा में देशभर से इस बार करीब 20 लाख विद्यार्थी शामिल हुए हैं।

27 जून को जारी हो सकता है परिणाम
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) नीट यूजी की प्रोविजिनल आंसर-की करीब 45 दिन बाद और रिजल्ट 52 दिन बाद घोषित कर सकती है। पिछले वर्ष 45 दिन बाद प्रोविजिनल आंसर-की जारी की गई थी। परिणाम करीब 27 जून को जारी हो सकता है। परीक्षा में पिछले वर्ष 17.64 लाख विद्यार्थी शामिल हुए थे। इस साल तीन लाख से अधिक विद्यार्थी बढ़े हैं। प्रोविजिनल आंसर-की जारी होने के बाद प्रश्नों पर आपत्तियां आमंत्रित की जाएगी। इसके बाद फाइनल आंसर- की जारी की जाएगी।

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नीट में विद्यार्थियों की रुचि बढ़ी

परीक्षा विशेषज्ञ विजित जैन का कहना है कि नीट यूजी में जिस तरह से विद्यार्थियों की रुचि बढ़ती जा रही है, उसे देखते हुए अन्य परीक्षाओं के मुकाबले नीट यूजी देश की सबसे बड़ी परीक्षा के रूप में उभरी है। चूंकि लगातार देश और प्रदेश में मेडिकल कालेजों की संख्या बढ़ रही है। इससे अगले वर्षों में परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों की संख्या और बढ़ सकती है। इस बार परीक्षा का पेपर पिछले दो साल के मुकाबले थोड़ा आसान आने से कटआफ में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है।

कोरोना के बाद हर परिवार चाहता है डॉक्टर

परीक्षा विशेषज्ञ डा. जीएस ठकराल ने बताया कि कोरोना काल के बाद हर परिवार चाहता है कि कम से कम एक सदस्य डाक्टर हो। इससे विद्यार्थियों को नौवीं कक्षा से ही इस तरह तैयार किया जा रहा है कि उनका रुझान मेडिकल परीक्षाओं की ओर बढ़े। इंदौर के एमजीएम मेडिकल कालेज की बात करें तो इसमें पिछले वर्षों में विद्यार्थियों की मांग बढ़ी है। कटआफ में कुछ सालों में काफी बढ़ोतरी हुई है।

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प्रदेश के सरकारी कालेजों का 2022 का सामान्य श्रेणी में कटआफ

अटल बिहारी वाजपेयी गर्वमेंट मेडिकल साइंस विदिशा ओपनिंग रैंक 594, क्लोजिंग 577
बिरसा मुंडा गवर्नमेंट मेडिकल कालेज शहडोल ओपनिंग रैंक 583, क्लोजिंग 559
बुंदेलखंड मेडिकल कालेज सागर ओपनिंग रैंक 598, क्लोजिंग 584
छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेस ओपनिंग रैंक 585, क्लोजिंग 562
गजराराजा मेडिकल कालेज ग्वालियर ओपनिंग रैंक 640, क्लोजिंग 597
गांधी मेडिकल कालेज भोपाल ओपनिंग 675, क्लोजिंग 616
गर्वनमेंट मेडिकल कालेज दतिया ओपनिंग 593, क्लोजिंग 562
गवर्नमेंट मेडिकल कालेज रतलाम ओपनिंग 607, क्लोजिंग 572
महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कालेज इंदौर ओपनिंग 676, क्लोजिंग 635
नंदकुमार सिंह चौहान गवर्नमेंट मेडिकल कालेज खंडवा ओपनिंग 602, क्लोजिंग 564
नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कालेज जबलपुर ओपनिंग 637, क्लोजिंग 602
श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया मेडिकल कालेज और हास्पिटल शिवपुरी ओपनिंग 586, क्लोजिंग 561
श्याम शाह मेडिकल कालेज रीवा ओपनिंग 614, क्लोजिंग 589
गवर्नमेंट आटोनोमस कालेज आफ डेन्टस्ट्री इंदौर ओपनिंग 559, क्लोजिंग 521

प्रदेश में इतनी सीट

प्रदेश में 14 सरकारी मेडिकल कालेज हैं।
प्राइवेट कालेजों की संख्या 11 है।
सरकारी कालेजों में 2275 सीट है।
सरकारी कालेजों में 2050 सीट है।

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